भारत को अपना अगला राष्ट्रपति मिल चुका है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार भारत का सर्वोच्च पद एक आदिवासी महिला को मिला है. यशवंत सिन्हा को भारी अंतर से हराते हुए द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव एकतरफ़ा जीत लिया. चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान हुआ था जिसकी नतीजा गुरुवार को सबके सामने आ गया. यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि भारत के इतिहास में यह महज दूसरी दफा है जब देश को एक महिला राष्ट्रपति मिली हैं.
शीर्ष नेताओं ने दी बधाई
द्रौपदी मुर्म को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि, “भारत ने इतिहास लिखा. ऐसे समय में जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुए एक आदिवासी समुदाय की भारत की बेटी को हमारा राष्ट्रपति चुना गया है! श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को इस उपलब्धि बधाई.”
ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा कि, “श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का जीवन, उनके शुरुआती संघर्ष, उनकी समृद्ध सेवा और उनकी अनुकरणीय सफलता प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है. वह हमारे नागरिकों, विशेष रूप से गरीबों, हाशिए पर और दलितों के लिए आशा की किरण के रूप में उभरी हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि, “भारत के मा. राष्ट्रपति पद हेतु NDA की प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को विराट और ऐतिहासिक विजय की हार्दिक बधाई. आपकी विजय ‘नए भारत’ के सर्वसमावेशी व सर्वस्पर्शी स्वरूप के प्रति अपार जन-विश्वास और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ भाव की जीवंत तस्वीर है. भारत माता की जय.
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया कि, “एक अति सामान्य जनजातीय परिवार से आने वाली NDA प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का भारत का राष्ट्रपति चुना जाना पूरे देश के लिए अत्यंत गौरव का पल है, उन्हें बधाई देता हूँ. यह विजय अन्त्योदय के संकल्प को चरितार्थ करने व जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर है. श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी जिन विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए आज देश के इस सर्वोच्च पद पर पहुँची है वो हमारे लोकतंत्र की अपार शक्ति को दर्शाता है.
इतने संघर्षों के बाद भी उन्होंने जिस निःस्वार्थ भाव से खुद को देश व समाज की सेवा में समर्पित किया वो सभी के लिए प्रेरणीय है. उन्होंने आगे लिखा कि, मोदी जी के नेतृत्व में NDA के सहयोगियों,अन्य राजनीतिक दलों व निर्दलीय जनप्रतिनिधियों का जनजातीय गौरव श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के पक्ष में मतदान करने पर आभार व्यक्त करता हूँ. मुझे विश्वास है कि भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में मुर्मू जी का कार्यकाल देश को और गौरवान्वित करेगा.
विपक्षी नेताओं ने भी दी बधाई
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राष्ट्रपति को बधाई देते हुए लिखा कि, “आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि, “देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.”
पश्चिम-बंगाल की की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा कि, “मैं माननीय राष्ट्रपति निर्वाचित श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई देना चाहती हूं. हमारे संविधान के आदर्शों की रक्षा करने और हमारे लोकतंत्र के संरक्षक होने के लिए देश ईमानदारी से आपको राज्य के प्रमुख के रूप में देखेगा, खासकर जब राष्ट्र इतने सारे मतभेदों से त्रस्त है.
भारत के राष्ट्रपतियों की सूची
1. डॉ राजेंद्र प्रसाद
26 जनवरी 1950 से 13 मई 1962
राजेंद्र प्रसाद ने दो बार राष्ट्रपति का चुनाव जीता. उनको 1962 में भारत रत्न से भी नवाजा गया.
2. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
13 मई 1962 से 13 मई 1967
इनका जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
3. डॉ. जाकिर हुसैन
13 मई 1967 से 3 मई 1969
भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने और उनके पद पर ही उनका निधन हो गया. इनको 2002 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
4. वीवी गिरी
24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974
यह भारत के चौथे राष्ट्रपति थे. 1975 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
5. फखरुद्दीन अली अहमद
1974-1977 तक पद पर आसीन रहे. आपातकाल इन्हीं के समय लगा था.
6. नीलम संजीव रेड्डी
25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982
यह भारत के छठे राष्ट्रपति बने.
7. ज्ञानी जैल सिंह
25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987
इनके समय ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गांधी की हत्या और 1984 के सिख विरोधी दंगों जैसी कई घटनाएं हुईं.
8. आर. वेंकटरमन
यह 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुने गए।
9. डॉ शंकर दयाल शर्मा
25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक पद पर आसीन रहे.
10. केआर नारायणन
25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002
यह भारत के पहले दलित राष्ट्रपति थे.
11. डॉ एपीजे अब्दुल कलामी
25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007
इन्हें भारत का मिसाईल मैन कहा जाता था. इन्हें 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
12. श्रीमती प्रतिभा सिंह पाटिल
25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012
भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थी.
13. श्री प्रणब मुखर्जी
25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 तक पद पर रहें.
14. श्री रामनाथ कोविंद
25 जुलाई 2017 से जुलाई 2022
वे भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं, और वे बिहार के पूर्व राज्यपाल भी हैं.
15. श्रीमती द्रौपती मुर्मू