दिल्ली में यदि कर्तव्य पथ पर घूमना है तो आपके द्वारा कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा! सेंट्रल विस्टा एवेन्‍यू 9 सितंबर से आम लोगों की आवाजाही के लिए खुल गया है। लंबे समय बाद लोग इंडिया गेट और उसके आस-पास के पूरे इलाके में पहले की तरह आराम से घूम फिर सकेंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत इस पूरे इलाके को नए सिरे से डिवेलप करके यहां कई सारी नईं सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। रविवार तक यहां कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। ऐसे में अगले कुछ दिन लोगों में यहां आकर घूमने फिरने और यहां हुए नए बदलावों को देखने की भारी उत्सुकता रहेगी। दिल्ली पुलिस का अनुमान है कि वीकेंड में एक से डेढ़ लाख लोग और वीक डेज में रोज 50-60 हजार लोग यहां पहुंच सकते हैं। खासकर शाम के समय यहां भारी भीड़ जुटने की संभावना है। अगर आपका भी सेंट्रल विस्‍टा घूमने और इंडिया गेट देखने का प्‍लान बन रहा है तो कुछ बातें जान लीजिए।

इंडिया गेट हो या राष्‍ट्रपति भवन या फिर लंबे-चौड़े लॉन… सेंट्रल विस्‍टा में सबका लुक बदल गया है। 16.5 किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग तैयार किया है। नहरों के लिए 16 परमानेंट ब्रिज बनाए गए हैं। यहां की पार्किंग में पर 1,117 कारें और 35 बसें खड़ी करने की जगह है। सिक्‍योरिटी के लिहाज से 300 सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसके अलावा हर शिफ्ट में 50 गार्ड्स रहेंगे। सेंट्रल विस्‍टा के तहत राष्‍ट्रपति भवन, संसद, नॉर्थ और साउथ ब्‍लॉक, इंडिया गेट और कर्तव्‍य पथ आते हैं। आम जनता के लिए कर्तव्‍य पथ शुक्रवार 9 सितंबर से खुल गया था। इंडिया गेट तक जाने के लिए फ्री ई-बसों की व्‍यवस्‍था की गई है। इंडिया गेट के सबसे करीब केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्‍टेशन पड़ता है।

डीएमआरसी 4 जगहों से फ्री शटल बस सेवा मुहैया कराने जा रही है। शुक्रवार से अगले एक हफ्ते तक रोज शाम 5 बजे से 9 बजे के बीच इंडिया गेट आने-जाने वाले लोगों को बस सेवा मुहैया कराई जाएगी। ये बसें भैरों रोड, राजघाट, कनॉट प्लेस (पालिका पार्किंग) और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से लोगों को पिक करेंगी और उन्हें सी हेक्सागन स्थित नैशनल स्टेडियम के गेट नंबर 1 पर उतारेंगी। वहां से पैदल इंडिया गेट जा सकेंगे।

पीएम ने इंडिया गेट के पास स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा का अनावरण किया। मोदी ने कहा, ‘आज इंडिया गेट के समीप हमारे राष्ट्रनायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की विशाल मूर्ति भी स्थापित हुई है। गुलामी के समय यहां ब्रिटिश राजसत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा लगी हुई थी। आज देश ने उसी स्थान पर नेताजी की मूर्ति की स्थापना करके आधुनिक, सशक्त भारत की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी है।

अगर आजादी के बाद हमारा भारत नेताजी की राह पर चला होता तो आज देश कितनी ऊंचाइयों पर होता।’कर्तव्य पथ देश को समर्पित होते ही इंडिया गेट के पास भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे।इंडिया गेट हो या राष्‍ट्रपति भवन या फिर लंबे-चौड़े लॉन… सेंट्रल विस्‍टा में सबका लुक बदल गया है। 16.5 किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग तैयार किया है। नहरों के लिए 16 परमानेंट ब्रिज बनाए गए हैं। यहां की पार्किंग में पर 1,117 कारें और 35 बसें खड़ी करने की जगह है। सिक्‍योरिटी के लिहाज से 300 सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसके अलावा हर शिफ्ट में 50 गार्ड्स रहेंगे। सेंट्रल विस्‍टा के तहत राष्‍ट्रपति भवन, संसद, नॉर्थ और साउथ ब्‍लॉक, इंडिया गेट और कर्तव्‍य पथ आते हैं। आम जनता के लिए कर्तव्‍य पथ शुक्रवार 9 सितंबर से खुल गया था। इंडिया गेट तक जाने के लिए फ्री ई-बसों की व्‍यवस्‍था की गई है। इंडिया गेट के सबसे करीब केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्‍टेशन पड़ता है।

गुरुवार शाम 7:04 बजे पीएम का काफिला इंडिया गेट पहुंचा और लोगों ने फिर जयकारा लगाना शुरू कर दिया।पीएम ने इंडिया गेट के पास स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा का अनावरण किया। मोदी ने कहा, ‘आज इंडिया गेट के समीप हमारे राष्ट्रनायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की विशाल मूर्ति भी स्थापित हुई है। गुलामी के समय यहां ब्रिटिश राजसत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा लगी हुई थी। आज देश ने उसी स्थान पर नेताजी की मूर्ति की स्थापना करके आधुनिक, सशक्त भारत की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी है। फिल्म स्टार कंगना रनौत, सिंगर मोहित चौहान भी मेहमानों के रूप में मौजूद रहे। रात 9 बजे के बाद यहां पर आम लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया और वे पुलिस से सेल्फी लेने के लिए इंडिया गेट के अंदर जाने की रिक्वेस्ट करने लगे। पुलिस लोगों को समझती रही कि बाद में आना।