गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ एवं दिग्गज नेता जिन्होंने 26 अगस्त को कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आज गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी के संबोधन में उनकी तारीफ की। पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बहुत ही कठोर आदमी समझता था लेकिन उनमें इंसानियत अभी जिंदा है मुझे ऐसा लगता था कि उनकी बीवी नहीं है बच्चे नहीं है तो उनके मन में कोई भावना नहीं होंगी नहीं उन्हें कोई परवाह होगी परंतु मैंने जाना कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दूसरी और गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी पर भी हमला बोला उन्होंने कहा अभी संस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है चौकीदार चोर है चौकीदार चोर है का नारा सिर्फ राहुल गांधी का था उसके समर्थन में कोई भी वरिष्ठ नेता नहीं आया था।
गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी पर कसा तंज
गुलाम नबी आजाद नहीं न्यूज़ एजेंसी बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टच करें उन्होंने बताया कि अब तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की विदेश से हो रही है यदि ऐसा ही था तो फिर बैठक करके जा सकते थे अध्यक्ष के पास अपनी पार्टी के लिए समय नहीं है बात करते हैं उन लोगों के पास पार्टी के लिए टाइम नहीं है कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विदेश में इलाज करा रहे हैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी उनके साथ में ही है।
गुलाम नबी आजाद ने लगाए हुए कयासों को किया प्रतिबंध
जब से गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ी है तब से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मोदी से बढ़ती नजदीकियों के कारण उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दिया है परंतु आजाद ने आज उन सभी लगाए हुए आरोपों पर प्रतिबंध लगा दिया है। न्यूज़ एजेंसी से बातचीत करते के दौरान उन्होंने यह पता है कि मोदी तो सिर्फ एक बहाना है कांग्रेस लीडरशिप को मुझसे तब से परेशान है जब से मैंने g-23 ने पत्र लिखकर आलाकमान को सुझाव दिए थे। उसी दौरान से कांग्रेस मुझसे छिड़ी हुई है क्योंकि मैं कभी नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें पत्र लिखे उसे सवाल पूछे तब से कई कांग्रेस मीटिंग हो चुकी लेकिन कभी कोई सुझाव नहीं माना गया। साथ ही गुलाम नबी आजाद ने बातचीत के दौरान कहा कैसा कहा जा रहा है कि मैं मोदी से मिला हुआ हूं मैं मोदी से मिला हूं परंतु दरअसल में ऐसा नहीं है मोदी से मैं नहीं कांग्रेस के वह नेता मोदी और भाजपा से मिले हैं जिन्होंने उनका सपना पूरा किया और यह बात खुद नरेंद्र मोदी ने कही थी कि राहुल गांधी उनके खिलाफ बयानबाजी करते हैं और फिर संसद में गले मिलकर कहते हैं कि हमारा दिल साफ है तो आप सभी बता दीजिए कि मोदी जी से मैं मिला हूं या वे सभी?
गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने की यह थी वजह
आज गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से खुलकर बातचीत की उन्होंने बताया इससे भी की चिट्ठी लिखने के पहले और उसके 6 दिन तक सोए नहीं हैं अपना दर्द व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने इस पार्टी को खून से सीखा है अपना जाने उस में कहां-कहां से लोग आ गए हैं जो हम पर ही हुकम चला रहे हैं और ऐसे लोग आ गए जो किसी काम की नहीं है साथ ही यह भी कहा कि कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा वह हम से मुकाबला कर रहे हैं खुद ही अपने घर का पता नहीं है वह हमसे आकर सवाल करते हैं। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के लिए कहा कि हम उन्हें एक सफल नेता बनाने की कोशिश की पर वही राजी नहीं हुए तो हम क्या कर सकते हैं उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए आज भी मेरे मन में इज्जत है जो 30 साल पहले हुआ करती थी।
गुलाम नबी ने घेरा राहुल गांधी को
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने अपनी राजनीति की पढ़ाई इंदिरा गांधी के नेतृत्व में की थी जब कॉन्ग्रेस कि मंत्री रहे थे और मैं जूनियर नेता था हम अक्सर अटल बिहारी वाजपेई से मिला करते थे जिससे हमें यह सीख मिले बड़ों की इज्जत के नेताओं को सम्मान देना चाहिए अपनी पार्टी के नेताओं को देते हैं लेकिन आज के समय में राहुल गांधी की पॉलिसी के मुताबिक सिर्फ मोदी पर हमला करना है हर तरफ से मोदी पर हमलावर रहते हैं दूसरी और उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी से मेरा कोई प्रति निजी द्वेष नहीं है वह अच्छे इंसान भी हैं परंतु अगर राजनीति के तौर पर देखा जाए तो वह बात नहीं है और ना ही वह हार्ड वर्क करने की कुशलता है।