Friday, October 18, 2024
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क्या कांग्रेस को मिल चुका है बीजेपी पर तंज कसने का मौका?

वर्तमान में कांग्रेस को भाजपा पर तंज कसने का मौका मिल चुका है! लोकसभा चुनाव में बीजेपी अभी अयोध्या के हार को भूल भी नहीं पाई थी कि उपचुनाव में एक ऐसी ही और हार का सामना करना पड़ा है। उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। जैसी ही एक और धर्म नगरी में बीजेपी को हार मिली तो विपक्ष को एक और मौका निशाना साधने का मिल गया। विपक्षी दलों ने इसे अयोध्या की हार से जोड़ दिया। उत्तराखंड में बद्रीनाथ में मिली जीत के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के बाद बाबा बद्री ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी है। बीजेपी ने बद्रीनाथ में हुए उपचुनाव में कांग्रेस विधायक रहे राजेंद्र भंडारी को चुनाव में उतारा था। राज्यसभा सांसद ने परोक्ष रूप से बीजेपी की अयोध्या में हुई हार की तरफ से इशारा किया। उत्तराखंड की दोनों ही सीटों पर 10 जुलाई को वोटिंग हुई थी। बीजेपी के लिए उत्तराखंड में दोनों सीटों पर हार किसी बड़े झटके से कम नहीं है।भंडारी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उपचुनाव में राजेंद्र भंडारी को कांग्रेस उम्मीदवार लखपत बुटोला के हाथों 5 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी की हार पर उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह हार बीजेपी के लिए सबक है। बद्रीनाथ में बद्री बाबा ने बीजेपी को करारी हार दिलाई है। माहरा इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में केदारनाथ से भी इसी तरह का संदेश जाने वाला है।

बीजेपी की बद्रीनाथ में मिली हार पर सोशल मीडिया पर लोगों ने बीजेपी पर निशाना साधा। एक यूजर ने लिखा कि अयोध्या के बाद बीजेपी बद्रीनाथ भी हार गई। बद्रीनाथ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई। महादेव जी राहुल गांधी के साथ हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि मोदी पूरा हिंदू समुदाय नहीं है, आरएसएस पूरा हिंदू समुदाय नहीं है, बीजेपी पूरा हिंदू समुदाय नहीं है। अयोध्या के बाद बद्रीनाथ ने भी साबित कर दिया। एक अन्य यूजर ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में तो बस शुरुआत थी, अब उत्तराखंड के बद्रीनाथ में कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की। मैंने प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या वह मनुष्य हैं, क्योंकि उन्होंने खुद कहा था कि वह नॉन बायोलॉजिकल हैं और उनका भगवान से सीधा संबंध है। अगर आप सीधे भगवान से जुड़े हैं, तो अयोध्या में आप कैसे हार गए?

बद्रीनाथ में बीजेपी की हार पर शिवसेना (यूबीटी) ने भी तंज कसा। शिवसेना यूबीटी की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जय बाबा बद्रीनाथ, नॉन बाइलॉजिकल पार्टी यहां भी हारी। राज्यसभा सांसद ने परोक्ष रूप से बीजेपी की अयोध्या में हुई हार की तरफ से इशारा किया। उत्तराखंड की दोनों ही सीटों पर 10 जुलाई को वोटिंग हुई थी। बीजेपी के लिए उत्तराखंड में दोनों सीटों पर हार किसी बड़े झटके से कम नहीं है।

लोकसभा में उत्तर प्रदेश की फैजाबाद सीट पर हुई हार को लेकर तब राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने कहा था कि बीजेपी अयोध्या में हार गई, वे उत्तर प्रदेश में हार गए। राहुल ने कहा था कि वे हार गए क्योंकि वे भारत के विचार पर हमला कर रहे थे। हमारे संविधान में भारत को राज्यों का संघ कहा गया है। राहुल गांधी का कहना था कि भारत राज्यों, भाषाओं, इतिहास, संस्कृति, धर्म और परंपराओं का एक संघ है। भंडारी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।

उपचुनाव में राजेंद्र भंडारी को कांग्रेस उम्मीदवार लखपत बुटोला के हाथों 5 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी की बद्रीनाथ में मिली हार पर सोशल मीडिया पर लोगों ने बीजेपी पर निशाना साधा। एक यूजर ने लिखा कि अयोध्या के बाद बीजेपी बद्रीनाथ भी हार गई। बद्रीनाथ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई। महादेव जी राहुल गांधी के साथ हैं।बीजेपी की हार पर उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह हार बीजेपी के लिए सबक है।उन्होंने कहा था कि देश के प्रधानमंत्री को जनता ने संदेश दिया है कि आप संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकते। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि इंडिया गठबंधन ने अयोध्या में बीजेपी को हराकर राम मंदिर आंदोलन को पराजित कर दिया है जिसे लालकृष्ण आडवाणी ने शुरू किया था।

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