वर्तमान में फलोदी सट्टा बाजार अब पूरी तरह से धराशाही हो चुका है! लोकसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले 3 जून की शाम तक किसी को अंदाजा नहीं था कि अगले दिन आने वाला रिजल्ट इस तरह चौंकाएगा। लगभग सभी एग्जिट पोल बीजेपी को छप्पर फाड़ सीटें दे रहे थे। यहां तक कि कुछ एग्जिट पोल ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 400 का आंकड़ा छूते हुए भी बताया। खुद बीजेपी के नेता मान रहे थे कि पीएम मोदी का करिश्मा चलेगा और उन्हें बहुमत से ज्यादा सीटें मिलेंगी। लेकिन, 4 जून को जब चुनाव परिणाम आया तो सारे दावे फुस्स हो गए। एग्जिट पोल गलत साबित हुए। यहां तक कि हर चुनाव में भविष्यवाणी करने वाला राजस्थान का मशहूर फलोदी सट्टा बाजार भी फेल निकला।ना उसकी भविष्यवाणी राजस्थान के लिए सही निकली और ना ही देश की 543 लोकसभा सीटों के मामले में। आखिर क्या वजह रही कि जिस फलोदी सट्टा बाजार ने मध्य प्रदेश विधानसभा की सीटों के लिए एकदम सटीक भविष्यवाणी की, वो लोकसभा चुनाव में धराशाई हो गया। फलोदी सट्टा बाजार चुनाव, क्रिकेट मैच और मौसम के पूर्वानुमान के मामले में सटीक भविष्यवाणी के लिए जाना जाता है। इस बार फलोदी सट्टा बाजार ने देश और राजस्थान दोनों के लिए बीजेपी की सीटों को लेकर भविष्यवाणी की थी। हालांकि, दोनों ही जगह फलोदी सट्टा बाजार गलत साबित हुआ। मतगणना से एक दिन पहले सोमवार देर रात तक फलोदी सट्टा बाजार बीजेपी को 303 से लेकर 306 सीटें तक दे रहा था। अपनी इस भविष्यवाणी पर सट्टा बाजार ने 1:1 का भाव रखा था। इसका मतलब था कि 1 रुपये का दांव लगाने पर 1 रुपये का फायदा मिलेगा।
बीजेपी के साथ-साथ इसी तरह फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस को लेकर भी भविष्यवाणी की थी। सट्टा बाजार का अनुमान था कि कांग्रेस के खाते में 61 से 63 सीटें जाएंगी। कांग्रेस के लिए भी फलोदी सट्टा बाजार में 1:1 का भाव रखा गया था। देशभर की सीटों के अलावा फलोदी सट्टा बाजार में राजस्थान की सीटों पर भी दांव लगाए गए। सट्टा बाजार ने राजस्थान में बीजेपी के लिए ज्यादा से ज्यादा 20 और कम से कम 19 सीटों का अनुमान लगाया। वहीं, कांग्रेस के लिए सट्टा बाजार की भविष्यवाणी 6 सीटें रख रही थी!
4 जून को नतीजे घोषित हुए तो बीजेपी को केवल 240 सीटें मिलीं। इसके अलावा राजस्थान की 25 में से बीजेपी 14 सीटें ही जीत पाई। कांगेस ने टोटल 99 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की। राजस्थान में उसे 8 सीटें मिलीं। इस तरह फलोदी सट्टा बाजार बीजेपी और कांग्रेस दोनों की सीटों का अंदाजा लगाने में फेल निकला। ना उसकी भविष्यवाणी राजस्थान के लिए सही निकली और ना ही देश की 543 लोकसभा सीटों के मामले में। आखिर क्या वजह रही कि जिस फलोदी सट्टा बाजार ने मध्य प्रदेश विधानसभा की सीटों के लिए एकदम सटीक भविष्यवाणी की, वो लोकसभा चुनाव में धराशाई हो गया।
फलोदी सट्टा बाजार पर करीबी नजर रखने वाले एक सट्टेबाज का कहना है कि आखिरी मिनट तक बाजार में ऐसा कोई संकेत नहीं था कि बीजेपी 300 से कम सीटें जीतेगी। सट्टा बाजार के सर्वे में अगर 7-8 सीटों का ही अंतर आ जाए, तो बहुत बड़ी बात होती है। पीएम मोदी का करिश्मा चलेगा और उन्हें बहुमत से ज्यादा सीटें मिलेंगी। लेकिन, 4 जून को जब चुनाव परिणाम आया तो सारे दावे फुस्स हो गए। एग्जिट पोल गलत साबित हुए। यहां तक कि हर चुनाव में भविष्यवाणी करने वाला राजस्थान का मशहूर फलोदी सट्टा बाजार भी फेल निकला।एक और सट्टेबाज ने इस बारे में बताया कि सट्टा बाजार में राजनीतिक जानकारी के कई मजबूत सोर्स हैं। बता दें कि बीजेपी के साथ-साथ इसी तरह फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस को लेकर भी भविष्यवाणी की थी। सट्टा बाजार का अनुमान था कि कांग्रेस के खाते में 61 से 63 सीटें जाएंगी। कांग्रेस के लिए भी फलोदी सट्टा बाजार में 1:1 का भाव रखा गया था। देशभर की सीटों के अलावा फलोदी सट्टा बाजार में राजस्थान की सीटों पर भी दांव लगाए गए। यहां बड़ी और प्रमुख राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोग शामिल हैं। बता दें कि जिस फलोदी सट्टा बाजार ने मध्य प्रदेश विधानसभा की सीटों के लिए एकदम सटीक भविष्यवाणी की, वो लोकसभा चुनाव में धराशाई हो गया। फलोदी सट्टा बाजार चुनाव, क्रिकेट मैच और मौसम के पूर्वानुमान के मामले में सटीक भविष्यवाणी के लिए जाना जाता है। इस बार फलोदी सट्टा बाजार ने देश और राजस्थान दोनों के लिए बीजेपी की सीटों को लेकर भविष्यवाणी की थी। सट्टा बाजार इनसे मिले इनपुट के आधार पर ही भाव तय करता है। हालांकि, ट्रेंड के हिसाब इसमें उतार-चढ़ाव चलता रहता है।