हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सबके सामने आ चुके हैं, जिसके बाद यह कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ दिया है! जी हां, देश में अब तक दो ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने लगातार तीन बार प्रधानमंत्री का पद संभाला है! पहले थे प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और अब बन चुके हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी! खैर, इस आंकड़े के बारे में आपको पूरी जानकारी देंगे!
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एनडीए के बहुमत का आंकड़ा पार करने के साथ पीएम नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। उनसे पहले देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम यह रेकॉर्ड दर्ज था। हालांकि मोदी के लगातार तीसरी बार सत्ता में आने और नेहरू के रेकॉर्ड में एक बड़ा फर्क है। मोदी ने चुनावी नतीजों की तस्वीर साफ होने के बाद मंगलवार को X पर एक पोस्ट में कहा, ‘देश की जनता-जनार्दन ने एनडीए पर लगातार तीसरी बार अपना विश्वास जताया है। भारत के इतिहास में ये एक अभूतपूर्व पल है। मैं इस स्नेह और आशीर्वाद के लिए अपने परिवारजनों को नमन करता हूं।‘ एक तरफ 2014 के चुनाव में बीजेपी ने मोदी की अगुआई में 282 और 2019 चुनाव में 303 सीटें जीतकर अकेले दम पर बहुमत हासिल किया था लेकिन इस बार बीजेपी अकेले दम पर बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों के आंकड़े से काफी पीछे है और सहयोगी दलों को मिलाकर NDA बहुमत हासिल कर पाया है। दूसरी ओर, 1951-52 में पहले आम चुनाव में नेहरू की अगुवाई में कांग्रेस को 364 सीटें मिली थीं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा समेत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। यानी सीधी सी बात यह है कि यह बात सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, लेकिन उस रिकॉर्ड में और इस रिकॉर्ड में जनादेश का बहुत अंतर है!1957 में हुए दूसरे चुनाव में कांग्रेस को 371 सीटें मिलीं और नेहरू फिर प्रधानमंत्री बने। 1962 में हुए तीसरे चुनाव में भी कांग्रेस ने अपने दम पर बहुमत हासिल किया था। कांग्रेस को 361 सीटें मिलीं और नेहरू ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभाला था।
नेहरू 1947 से 1964 तक पीएम रहे। 27 मई 1964 को उनका निधन हुआ। उन्होंने 16 साल 286 दिनों तक सत्ता संभाली थी। 1966-1977 और 1980 से 1984 तक पीएम रहीं इंदिरा गांधी ने 15 साल 350 दिनों तक सत्ता संभाली थी। पीएम नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से इस पद पर हैं और अब उनका तीसरा कार्यकाल शुरू होने वाला है। यही नहीं नई सरकार बनने के बाद महत्वपूर्ण विभागों में तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिन के अजेंडे के शीघ्र क्रियान्वयन पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्रियों ने अधिकारियों को पहले 100 दिनों के अजेंडे पर पूरी गंभीरता के साथ काम करने को कहा है। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाल लिया। नड्डा ने कार्यभार संभालने के बाद स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रतापराव गणपतराव जाधव के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देश की प्रगति में स्वास्थ्य मंत्रालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाली सभी चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा। भारत के हेल्थकेयर सिस्टम को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय इस समय देश में कई बड़ी योजनाओं को लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। साथ ही आयुष्मान योजना का दायरा बढ़ाने की भी तैयारी है। 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने की एक बड़ी योजना है और बताया जा रहा है कि पहली बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में भी चर्चा की है। आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है। अब इस योजना का दायरा बढ़ाकर 70 वर्ष की आयु से ऊपर के हर बुजुर्ग को आयुष्मान योजना के दायरे में लाया जाएगा। 70 साल से ऊपर का हर बुजुर्ग, चाहे वो गरीब हो, मध्यम वर्ग का हो या फिर उच्च मध्यम वर्ग से ही क्यों न हो, उन्हें भी 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।’ जनऔषधि केंद्रों पर 80 पर्सेंट डिस्काउंट के साथ सस्ती दवाएं मिलती रहेंगी, इन केंद्रों का विस्तार होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा समेत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। यानी सीधी सी बात यह है कि यह बात सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, लेकिन उस रिकॉर्ड में और इस रिकॉर्ड में जनादेश का बहुत अंतर है!