आज हम आपको बताएंगे कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक मौसम के हालात कैसे हैं! दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के कई राज्यों में भीषण गर्मी का सितम जारी है। दिल्ली में तो देश का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। हालांकि बुधवार शाम को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बूंदाबांदी के बाद हल्की राहत मिली है। वहीं राजस्थान, यूपी, बिहार, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में लू का अलर्ट जारी है। वहीं केरल और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में आज मॉनसून के दस्तक दे सकता है। भीषण गर्मी के बीच देशभर में बिजली की डिमांड भी बढ़ गई है। राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम अचानक मौसम में बदलाव आया और आसमान में बादल छा गए तथा कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई जिससे दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिली। मौसम विभाग ने बुधवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में कई स्थानों पर और उसके आसपास हल्की बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया था। मौसम विभाग ने हालांकि बताया कि तापमान में बढ़ोतरी हुई और शाम 4.14 बजे, मौसम बदलने से पहले अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली के मुंगेशपुर इलाके में बुधवार को अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राष्ट्रीय राजधानी में अब तक का सर्वाधिक तापमान है।
जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में तापमान बढ़ने का सिलसिला जारी रहा और बुधवार को इस शहर में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से करीब 5.7 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र में भीषण गर्मी पड़ रही है और 16 मई से तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जम्मू शहर में दिन का तापमान इस मौसम के औसत से करीब 5.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मौसम विभाग ने बताया कि माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लेह शहर में तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर का प्रवेशद्वार कहे जाने वाले कठुआ में तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सांबा में 44.7 डिग्री सेल्सियस, उधमपुर में 42 डिग्री सेल्सियस और रियासी में 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। श्रीनगर में दिन का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
हिमाचल प्रदेश के शिमला और ऊना शहर में बुधवार इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा। ऊना शहर में तापमान 46.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कम से कम 19 वर्षों में सबसे अधिक था। ऊना जिले के नेरी में तापमान और भी अधिक 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऊना शहर में इससे पहले जून 2005, मई 2013 और जून 2019 में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री दर्ज किया गया था। शिमला में सोमवार मौसम का सबसे गर्म दिन दर्ज था, जहां अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शिमला में भी गर्मी बढ़ने का सिलसिला जारी रहा और अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में अधिकतम तापमान सामान्य से छह से आठ डिग्री अधिक 44.5 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने गुरुवार को निचले पहाड़ी क्षेत्रों में लू चलने की चेतावनी जारी की है तथा 30 मई से तीन जून तक मध्यम और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान जताया है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूर्वानुमान से एक दिन पहले गुरुवार को केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा, ‘अगले 24 घंटों के दौरान केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी।’ मौसम कार्यालय ने 15 मई को केरल में 31 मई तक मानसून के दस्तक देने का अनुमान जताया था। अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि पांच जून है।जम्मू शहर में दिन का तापमान इस मौसम के औसत से करीब 5.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मौसम विभाग ने बताया कि माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लेह शहर में तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहा। आईएमडी ने कहा, “इस अवधि के दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।”