यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या अब अग्निपथ स्कीम बंद होने वाली है या नहीं! अग्निपथ स्कीम को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार उठाए जा रहे सवाल पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने करारा जवाबदिया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि अग्निपथ योजना सफल है और आगे भी सफल रहेगी। इस योजना को शुरू करने के पीछे एक कारण सशस्त्र बलों में बड़ी संख्या में युवाओं को लाना है। एनडीटीवी से खास बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष को अग्निवीरों के लिए अग्निपथ योजना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने विपक्ष के इस आरोप को खारिज कर दिया कि अग्निपथ योजना उपयोगी नहीं है। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं युवाओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम किसी को भी उनके भविष्य के साथ खेलने की इजाजत नहीं देंगे। अग्निवीर 18 वर्ष की आयु से इसके लिए योग्य हैं और चार वर्षों तक पात्र रहेंगे। वे नए कौशल सीखेंगे, और चार साल के अंत में उनके पास कुछ लाख रुपये होंगे।उन्होंने सरकार के इस रुख पर जोर दिया कि चार वर्षीय इस भर्ती कार्यक्रम से युवा, रोजगार योग्य आबादी के एक बड़े हिस्से को फायदा होगा। पूरा विश्वास है कि अग्निपथ योजना सफल है और आगे भी सफल रहेगी। अग्निपथ योजना के तहत, चुने हुए कैंडिडेट्स को चार साल के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाता है। सरकार के अनुसार, कार्यक्रम पूरा होने पर अग्निवीर अनुशासित, डायनामिक, प्रेरित और कुशल कार्यबल के रूप में समाज में लौटेंगे और अपनी पसंद की नौकरी में अपना करियर बनाने के लिए अन्य क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त करेंगे। राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘इस योजना का दूसरा पहलू यह है कि हमें आबादी के एक हिस्से को अग्निवीर के रूप में अनुशासित करने का प्रयास करना चाहिए। जब जरूरत होगी, तो उनके पास फ्रंट लाइन पर मदद के लिए सही स्किल होगी। अग्निवीरों को अनुशासित करने के लिए तैयार करना कोई अपराध नहीं है।
विपक्ष के इस आरोप पर कि अग्निपथ योजना उन युवाओं के भविष्य को नुकसान पहुंचाएगी जो अभी वर्कफोर्स में एंट्री कर रहे हैं। हमारी सरकार किसी को भी हमारी युवा आबादी के भविष्य के साथ खेलने की अनुमति नहीं देगी। राजनाथ सिंह ने इसके साथ ही पर विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का केवल एक ही एजेंडा है- नागरिकों को भ्रमित करना। सरकार के इस रुख पर जोर दिया कि चार वर्षीय इस भर्ती कार्यक्रम से युवा, रोजगार योग्य आबादी के एक बड़े हिस्से को फायदा होगा। पूरा विश्वास है कि अग्निपथ योजना सफल है और आगे भी सफल रहेगी। अग्निपथ योजना के तहत, चुने हुए कैंडिडेट्स को चार साल के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाता है।उन्हें अग्निवीरों और सेना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं युवाओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम किसी को भी उनके भविष्य के साथ खेलने की इजाजत नहीं देंगे। अग्निवीर 18 वर्ष की आयु से इसके लिए योग्य हैं और चार वर्षों तक पात्र रहेंगे। वे नए कौशल सीखेंगे, और चार साल के अंत में उनके पास कुछ लाख रुपये होंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर उनमें से कोई नौकरी पाना चाहता है, तो वह पा सकता है। अगर उनमें से कोई अर्धसैनिक बलों में शामिल होना चाहता है, तो वह जा सकता है। अगर वे सर्विस में जाना चाहते हैं, तो बेशक वे जा सकते हैं। हमने उनके लिए आरक्षण भी रखा है। ऐसा नहीं है कि कोई भी उन्हें अनदेखा कर सकता है। प्राइवेट सेक्टर भी अग्निवीरों को काम पर रखना चाहता है। बता दें कि आरोप को खारिज कर दिया कि अग्निपथ योजना उपयोगी नहीं है। उन्होंने सरकार के इस रुख पर जोर दिया कि चार वर्षीय इस भर्ती कार्यक्रम से युवा, रोजगार योग्य आबादी के एक बड़े हिस्से को फायदा होगा। पूरा विश्वास है कि अग्निपथ योजना सफल है और आगे भी सफल रहेगी। अग्निपथ योजना के तहत, चुने हुए कैंडिडेट्स को चार साल के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाता है। हमारी सरकार किसी को भी हमारी युवा आबादी के भविष्य के साथ खेलने की अनुमति नहीं देगी। राजनाथ सिंह ने इसके साथ ही पर विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का केवल एक ही एजेंडा है- नागरिकों को भ्रमित करना। उन्हें अग्निवीरों और सेना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।