यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या कांग्रेस की नई लिस्ट में परिवारवाद दिख रहा है या नहीं! आखिर लंबे इंतजार और हा-नां के बाद नामांकन के आखिरी दिन गुरुवार को दोपहर तक कांग्रेस ने हरियाणा में सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। कांग्रेस की लिस्ट पर अगर नजर डाली जाए तो साफ दिखता है कि टिकटों को लेकर चली आखिरी मौके तक खींचतान में भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रभावशाली नजर आए। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में एक फिर परिवारवाद का जोर दिखा। बुधवार की आधी रात को 40 टिकटों के ऐलान के बाद जहां नौ सीटों पर पेंच फंसे दिखे तो वहीं बुधवार की आधी रात के बाद से लेकर गुरुवार की दोपहर तक कांग्रेस ने सभी सीटों पर तस्वीर साफ कर दी। चर्चा है कि 90 में से तकरीबन 70 सीटें हुड्डा खेमे को मिली हैं। हालांकि इस खेमे के एक नेता ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा कि खेमा कहना गलत होगा, वह पार्टी के सीएलपी लीडर हैं। इस नाते सभी से उनके बेहतर संबंध हैं। कांग्रेस के ज्यादातर सीटें उन्हीं उम्मीदवारों को दी गई हैं, जो सर्वे से निकल कर आई हैं। वहीं एक सूत्र का कहना था कि चार-पांच सीटों पर हुड्डा भी अपने पसंदीदा को टिकट नहीं दिला पाए, क्योंकि उनके नाम सर्वे में नहीं आ रहे थे। दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में हुड्डा के अलावा कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा भी सीएम पद पर दावेदारी का संकेत दे चुके हैं। इसलिए शैलजा व सुरजेवाला दोनों ही असेंबली टिकट चाह रहे थे। इन तमाम नेताओं में अपने अपने करीबियों और भरोसेमंद चेहरों को टिकट दिलाने की खींचतान भी चल रही थी।
कांग्रेस की इस लिस्ट में अपनों और परिवारीजनों को भी खासा मौका मिला है। इनमें सबसे अहम नाम रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला का माना जा रहा है। सुरजेवाला आदित्य को अपनी पारंपरिक सीट कैथल से टिकट दिलाने में कामयाब रहे। सुरजेवाला फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं। वहीं मुलाना से जिन पूजा चौधरी को टिकट दिया गया है, वह अंबाला के सांसद वरुण चौधरी की पत्नी हैं। सांसद बनने के बाद वरुण ने यहां से इस्तीफा दिया था, जिससे यह सीट खाली हो गई थी। उल्लेखनीय है कि वरुण हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे हैं।
पंचकुला से कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को एक बार फिर मौका दिया है। पलवल सीट से करण दलाल को टिकट दिया गया है। करण दलाल रिश्ते में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधि हैं। कलायत सीट से हिसार के लोकसभा सांसद जयप्रकाश सहारन के बेटे विकास सहारन को मौका दिया गया है। जबकि महम से बलराम दांगी को मौका मिला है। बलराम उन्हीं पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता आनंद सिंह दांगी के बेटे हैं, जो महम कांड में चर्चा में आए थे। इसी तरह कांग्रेस ने तोशाम से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को उतारा है। उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार श्रुति चौधरी से होना है, जो रिश्ते में उनकी चचेरी बहन हैं। श्रुति व उनकी मां किरण चौधरी लोकसभा चुनावों के बाद ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुई थीं। किरण फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं। जबकि बंशीलाल के दामाद सोमवीर सिंह श्योराण को बाढ़डा सीट से टिकट दिया गया है।
कांग्रेस में टिकट के बाद कुछ असंतोष के सुर उठते दिखाई दे रहे हैं। अंबाला कैंट से चित्रा शर्मा ने बगावत कर दी है। वह अंबाला के उम्मीदवार निर्मल सिंह की बेटी हैं। पानीपत में भी असंतोष दिख रहा है। पानीपत शहरी सीट पर पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी ने निर्दलीय पर्चा भर दिया है तो वहीं पानीपत ग्रामीण से विजय जैन भी खम ठोंक रहे हैं। हालांकि जैन महज 25 दिन पहले ही बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए हैं। वह इस सीट से अपने लिए टिकट चाह रहे थे। वहीं तिगांव में ललित नागर का टिकट कटने से वह भी नाराज बताए जाते हैं। उनकी जगह रोहित नागर को टिकट दिया गया है। वह कांग्रेस नेता यशपाल नागर के बेटे हैं। इसी तरह से बवानीखेड़ा में विरोध के सुर उठ रहे हैं।
यही नहीं कांग्रेस ने अपना प्रचार शुरू कर दिया है। एक तरफ जहां पार्टी घर-घर जाकर अपना प्रचार कर रही है, जनता को जमीन से जुड़े मुद्दे बता रही है। वहीं हरियाणा के सामाजिक जीवन खासकर गांवों में चौपाल के महत्व को देखते हुए चौपाल जत्थे का आयोजन किया जा रहा है। कांग्रेस के प्रमुख नेता जिन मुद्दों को लोगों के बीच अपने प्रचार में उठा रहे हैं, उनके बारे में बात कर रहे हैं, पार्टी ने योजना बनाई है कि वह उसे जमीनी स्तर पर ले जाएंगी। शहरों से लेकर गांव-गांव उन्हें समझाने का काम करेगी। इस काम में तेजी आएगी।
हरियाणा में कांग्रेस की टॉप लीडरशिप भी बाकायदा प्रचार करेगी। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व सोनिया गांधी तक शामिल हैं। पार्टी के एक अहम सूत्र के मुताबिक, प्रियंका गांधी तकरीनब 16-18 रैलिया करेंगी। जबकि सोनिया गांधी एक विशाल रैली करेंगी। यह रैली हरियाणा के बीचों बीच पानीपत, कुरुक्षेत्र या ऐसी किसी जगह होगी, जहां सेे पूरा राज्य कवर हो सके। इस रैली की जगह व दिन अभी फाइनल नहीं हुआ है। वहीं पार्टी के एक अहम रणनीतिकार के मुताबिक, खरगे और राहुल गांधी के प्रचार की तारीख और कार्यक्रम पर अभी मंथन चल रहा है। राहुल रैली से लेकर रोड शो तक करेंगे।
इनके अलावा, कांग्रेस की ओर से महिला पहलवान विनेश फोगाट व बजरंग पूनिया के अलावा समान सोच वाले एथलीट व पहलवान व खिलाड़ी भी प्रचार करेंगे। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुई विनेश जुलेना सीट से मैदान में हैं। उनके लिए उनके साथी पहलवान बजरंग के अलावा दूसरे साथी भी आकर जुलेना में प्रचार करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, ये खिलाड़ी हरियाणा के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी होंगे। जबकि पार्टी ने विनेश व बजरंग को तमाम और सीटों पर प्रचार के लिए उतारने की योजना बनाई है। कांग्रेस समझ रही है कि महिला पहलवान उत्पीड़न मामले बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के विरोधी रहे चेहरों के जरिए कांग्रेस जाटों खासकर खिलाड़ियों व उनके परिवार, गांवों के लोगों को एक संकेत दे सकती है। उन चेहरों के जरिए बीजेपी के खिलाफ नाराजगी को सामने लाने में मदद मिलेगी।
कांग्रेस में आप के साथ बातचीत का पेंच सीटों पर भले ही उलझा हो, लेकिन कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व आप के साथ जाने के पक्ष में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, आप हरियाणा की 90 सीटों में से अपने लिए 18 सीटें मांग रही है, जो कांग्रेस को मंजूर नहीं। पता चला है कि आप 16 तक उतर आए हैं, जबकि ज्यादा जोर देने पर वह 12-13 पर राजी हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस 4-5 से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं। कांग्रेस के एक नेता का कहना था कि हम उनकी ऐसी मांग नहीं पूरी कर सकते। अगर हम इतनी सीटें देते हैं तो हमारे यहां बवाल हो जाएगा। सालों से जो उम्मीदवार अपने इलाके में मेहनत कर रहा है, उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।