वर्तमान में देश में उमस बढ़ती ही जा रही है! दिल्ली-एनसीआर के लोग एक बार फिर गर्मी से बेहाल हैं। इस बार उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान करके रख दिया है। हालांकि मौसम विभाग ने आज दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रहने की उम्मीद है। वहीं इस पूरे सप्ताह दिल्ली का अधिकतम 33-35 के बीच रहने का अनुमान है। उधर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में आज भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं यूपी, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद मौसम सुहाना हुआ है। कुछ जगहों पर बाढ़ जैसे हालात हैं। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह के लिए ‘येलो अलर्ट’ पहले ही जारी कर दिया था। शिमला में स्थित मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 21 जुलाई तक बारिश का अनुमान जताया है।मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर एवं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान है और 17 जुलाई को जोधपुर संभाग और 18 जुलाई को शेखावाटी क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। बीते दो दिनों से राज्य के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसमें सबसे अधिक 36.8 मिलीमीटर बारिश सुंदरनगर में दर्ज की गई। इसके बाद मंडी में 16.6 मिमी, पंडोह में 12 मिमी, पांवटा साहिब में 8.2 मिमी, करसोग में 8.1 मिमी, गोहर में 7 मिमी, बग्गी में 5.7 मिमी, सोलन में 4.4 मिमी और कुफरी में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
उत्तर प्रदेश के हरदोई सहित अन्य जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। सैकड़ों गांव और खेत खलिहान जलमग्न हो गए हैं। इस बीच, हरदोई के डीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए। बाढ़ की वजह से 83 स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिए गए हैं। राहत एवं कार्य में तेजी लाने के लिए एसडीआरएफ, पीएसी व राजस्व की टीमें तैनात की गईं हैं।
बाढ़ ने किसानों की फसलों को भी बर्बाद करके रख दिया है। बाढ़ प्रभावित गांवों के संपर्क मार्ग कट गए हैं। इससे प्रशासनिक अधिकारियों को राहत-सामग्री पहुंचाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में बीते दिनों डीएम की अगुवाई में बैठक भी हुई। इसमें राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के मकसद से पूरी रूपरेखा तैयार की गई, जिसे आगामी दिनों में जमीन पर उतारा जाएगा।
मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में अगले चार-पांच दिन मानसून के सक्रिय रहने और कोटा एवं उदयपुर संभाग में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ व आसपास के क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और बंगाल की खाड़ी में 18 जुलाई के आसपास एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। उसने अपने पूर्वानुमान में कहा कि पूर्वी राजस्थान में विभिन्न स्थानों पर अगले चार-पांच दिन मानसून सक्रिय रहेगा तथा कोटा एवं उदयपुर संभाग में भारी बारिश हो सकती है।
उसने कहा कि कोटा, उदयपुर, अजमेर संभाग में कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने का अनुमान है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह के लिए ‘येलो अलर्ट’ पहले ही जारी कर दिया था। शिमला में स्थित मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 21 जुलाई तक बारिश का अनुमान जताया है। बीते दो दिनों से राज्य के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसमें सबसे अधिक 36.8 मिलीमीटर बारिश सुंदरनगर में दर्ज की गई। सैकड़ों गांव और खेत खलिहान जलमग्न हो गए हैं। इस बीच, हरदोई के डीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए। बाढ़ की वजह से 83 स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिए गए हैं।उत्तर प्रदेश के हरदोई सहित अन्य जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। सैकड़ों गांव और खेत खलिहान जलमग्न हो गए हैं।मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर एवं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी दिनों में बारिश होने का अनुमान है और 17 जुलाई को जोधपुर संभाग और 18 जुलाई को शेखावाटी क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।