नई दिल्ली : : लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को भारतीय थल सेना का अगला सेनाप्रमुख नियुक्त किया गया है. वह 29वें थल सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे कोर ऑफ इंजीनियर्स के पहले अधिकारी होंगे जो सेना प्रमुख की कमान संभालेंगे, वह जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की जगह लेंगे. जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का 28 महीनों का कार्यकाल 30 अप्रैल को पूरा हो रहा है बात यह है कि नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों सेना प्रमुख खडकवासला में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी NDA के 61वें बैच से होंगे। रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार और एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी भी उसी एनडीए कोर्स से हैं। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे जहां लीमा स्क्वाड्रन से हैं, वहीं दो अन्य प्रमुख एनडीए के जूलियट स्क्वाड्रन से हैं। अधिकारियों ने कहा कि तीनों प्रमुखों के साथ होने से तीनों सेवाओं के बीच संयुक्तता को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और यह बहुत महत्वपूर्ण होगा जब तीनों सेवाएं एकीकृत थिएटर कमांड के निर्माण की दिशा में काम कर रही हों।
पूर्वी कमान का कार्यभार संभालने से पहले जनरल मनोज पांडे अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ रह चुके हैं. बता दें कि पूर्वी कमान चीन, म्यांमार और बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करने वाले सभी पूर्वोत्तर राज्यों की देखभाल करता है. पूर्वी कमान संभालने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने भारतीय सेना के उप प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था. वहीं, बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की पोस्ट रिक्त पड़ी हुई है. इस पोस्ट के लिए जनरल नरवणे का नाम सबसे आगे हैं. कहा जा रहा है कि नरवणे ही देश के दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बन सकते हैं. हालांकि इसपर फिलहाल संशय बरकरार है. भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत थे. पिछले साल दिसंबर में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में उनका निधन हो गया था. तब से ही यह पद खाली पड़ा हुआ है. मनोज मुकुंद नरवणे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ही सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. उन्हें प्रतिस्पर्धा में सबसे आगे माना जा रहा है. उनके पास 39 वर्षों का अनुभव है. मनोज पांडे ने पश्चिमी थिएटर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, एलओसी पर पैदल सेना ब्रिगेड, लद्दाख सेक्टर में एक पर्वतीय डिवीजन और उत्तर पूर्व में एक कोर की कमान संभाली. पूर्वी कमान का कार्यभार संभालने से पहले वह अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ का कार्यभार संभाल चुके हैं उप सेना प्रमुख बनने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल पांडे पूर्वी कमान के कमांडिंग आफिसर और अंडमान-निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ का पद भी संभाल चुके हैं। सेना के काबिल अफसरों में शुमार किए जाने वाले पांडे सेना में अपनी सेवाओं के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल आदि से सम्मानित किए जा चुके हैं