हाल ही में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नाम कई रिकॉर्ड हो गए हैं! राजस्थान के लिए यह गर्व करने वाली बात है कि देश की दोनों शीर्ष संवैधानिक संस्थाओं राज्यसभा और लोकसभा के मुखिया की कुर्सी पर राजस्थान के जनप्रतिनिधि विराजमान है। बतौर, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राज्यसभा के प्रमुख यानी पदेन सभापति हैं। लोकसभा का अध्यक्ष पद एक बार फिर ओम बिरला संभाल रहे हैं। ओम बिरला राजस्थान के कोटा जिले के रहने वाले हैं और वे कोटा लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार सांसद निर्वाचित होकर लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने हैं। जगदीप धनखड़ भी राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले हैं। 1989 में झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद बनकर राजनीति में आने वाले धनखड़ केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल का सफर करते हुए उप राष्ट्रपति पद तक पहुंचे। लोकसभा के नए स्पीकर ओम बिरला के नाम 3 नए रिकॉर्ड बन गए हैं। ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनते ही उनके नाम तीन नए रिकॉर्ड बन गए।जिनके पास संसद के नए और पुराने दोनों भवनों में संचालन का अनुभव है। नए संसद भवन का उद्घाटन वर्ष 2023 में हुआ था। दोनों भवनों के संचालन के बाद एक बार फिर से उन्हें स्पीकर बनने का मौका मिला।
ऐसा रिकॉर्ड अब तक किसी अन्य नेता के नाम नहीं है। वे भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे नेता बन गए हैं ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनते ही उनके नाम तीन नए रिकॉर्ड बन गए। वे भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे नेता बन गए हैं वर्ष 2014, 2019 और 2014 में वे कोटा से सांसद निर्वाचित हुए हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने ओम बिरला को राजस्थान की राजनीति का नया पावर सेंटर बना दिया है।जो लगातार दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले बलराम जाखड़ भी लगातार दो बार स्पीकर चुने गए थे लेकिन वे कांग्रेस से थे। यह कीर्तिमान बनाने वाले बिरला पहले भाजपाई हैं।
ओम बिरला देश के दूसरे ऐसे नेता बन गए हैं जो लोकसभा अध्यक्ष पद पर रहते हुए लगातार चुनाव जीते हैं। वर्ष 1999 के बाद कोई भी लोकसभा अध्यक्ष दोबारा चुनाव जीतकर लोकसभा सदन में नहीं पहुंचा था। ओम बिरला से पहले पीए संगमा पहले ऐसे स्पीकर थे, जिन्होंने लगातार चुनाव जीता था। बिरला पहली बार 2014 में लोकसभा सांसद बने थे। दूसरी बार 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए तो उन्हें स्पीकर बनने का मौका मिला। स्पीकर रहते हुए 2024 के आम चुनाव में भी ओम बिरला कोटा लोकसभा सीट से निर्वाचित होकर लगातार तीसरी बार संसद पहुंचे।
ओम बिरला के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड बना है जो शायद कभी नहीं टूट पाएगा। वे पहले ऐसे लोकसभा अध्यक्ष हैं जिनके पास संसद के नए और पुराने दोनों भवनों में संचालन का अनुभव है। नए संसद भवन का उद्घाटन वर्ष 2023 में हुआ था। दोनों भवनों के संचालन के बाद एक बार फिर से उन्हें स्पीकर बनने का मौका मिला। ऐसा रिकॉर्ड अब तक किसी अन्य नेता के नाम नहीं है।
ओम बिरला पिछले 35 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। 15 साल तक संगठन में काम करने के बाद वर्ष 2003 में वे पहली बार कोटा दक्षिण से विधायक निर्वाचित हुए। बाद में 2008 और 2013 में लगातार दो बार फिर से कोटा दक्षिण से विधायक बने। बता दें कि जगदीप धनखड़ भी राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले हैं। 1989 में झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद बनकर राजनीति में आने वाले धनखड़ केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल का सफर करते हुए उप राष्ट्रपति पद तक पहुंचे। बता दें कि ऐसा रिकॉर्ड अब तक किसी अन्य नेता के नाम नहीं है। वे भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे नेता बन गए हैं जो लगातार दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष बने हैं। इससे पहले बलराम जाखड़ भी लगातार दो बार स्पीकर चुने गए थे लेकिन वे कांग्रेस से थे। यह कीर्तिमान बनाने वाले बिरला पहले भाजपाई हैं। लोकसभा के नए स्पीकर ओम बिरला के नाम 3 नए रिकॉर्ड बन गए हैं। ओम बिरला से पहले पीए संगमा पहले ऐसे स्पीकर थे, जिन्होंने लगातार चुनाव जीता था। बिरला पहली बार 2014 में लोकसभा सांसद बने थे। दूसरी बार 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए तो उन्हें स्पीकर बनने का मौका मिला। स्पीकर रहते हुए 2024 के आम चुनाव में भी ओम बिरला कोटा लोकसभा सीट से निर्वाचित होकर लगातार तीसरी बार संसद पहुंचे।ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनते ही उनके नाम तीन नए रिकॉर्ड बन गए। वे भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे नेता बन गए हैं वर्ष 2014, 2019 और 2014 में वे कोटा से सांसद निर्वाचित हुए हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने ओम बिरला को राजस्थान की राजनीति का नया पावर सेंटर बना दिया है।