अमेरिका में अपहृत चारभारतवंशियों को मौत के घाट उतार दिया गया आशंका जताई जा रही है कि अपहर्ता ने ही चारों की हत्या कर दी। कैलिफोर्निया के शेरिफ ने सभी के मारे जाने की पुष्टि की। मृतकों में एक दंपती, उनकी आठ महीने की बच्ची व बच्ची का चाचा शामिल है। चारों पंजाब के होशियारपुर मूल के सिख एनआरआई परिवार के सदस्य थे। अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के मर्सिड शहर में सोमवार को चार भारतवंशियों जसदीप सिंह, उनकी पत्नी जसलीन कौर, उनकी आठ माह की बच्ची आरुही और जसदीप के भाई अमनदीप सिंह का अपहरण कर लिया गया था। चारों के शव एक बगीचे में पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि मर्सिड स्थित दक्षिण राजमार्ग 59 के ब्लॉक- 800 स्थित एक व्यावसायिक संस्थान के पास ये चारों भारतवंशी मौजूद थे। अचानक वहां हथियारों से लैस अपहर्ता पहुंचे और हथियारों के बल पर चारों भारतवंशियों का अपहरण कर लिया। घटनास्थल के पास कई दुकानें एवं रेस्टोरेंट हैं, किंतु अपहर्ता डंके की चोट पर चारों का अपहरण कर हथियार लहराते हुए चले गए। शेरिफ वार्नके ने बुधवार शाम एक संवाददाता सम्मेलन में इन हत्याओं पर दुख जताते आक्रोश भी प्रकट किया। उन्होंने कहा, ‘इस आरोपी को नरक में खास स्थान मिलेगा।’ यह बातउन्होंने आरोपी यीशु मैनुअल सालगाडो के लिए कही, जो कि हत्या का संदिग्ध आरोपी है।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि इन चारों का कैलिफोर्निया के मर्सिड के एक व्यवसायिक कार्यालय से अपहरण कर लिया गया था। मर्सिड के शेरिफ वर्न वार्नके ने बताया कि चारों के शव बुधवार शाम को इंडियाना रोड और हचिंसन रोड के पास एक बगीचे में मिले। बगीचे में शव मिलने की सूचना खेत के मजदूर ने पुलिस को दी। घटना स्थल पर चारों के शव पास पास ही पड़े मिले। उनकी कार सोमवार देर रात जली हुई हालत में मिली थी। जासूसों ने अमेरिकी पुलिस को मंगलवार सुबह बताया था कि मर्सिड काउंटी के एटवाटर में एक एटीएम में अपहृत लोगों में से एक के बैंक एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद ही अपहरण की पुष्टि हुई थी और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करने वाले संदिग्ध की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया था।अपहरण के मामले में अमेरिकी पुलिस ने कल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। वह खुद भी गंभीर हालत में मिला था। समझा जा रहा है कि उसने खुदकुशी का प्रयास किया था। चारों मृतक व उनका परिवार मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाला हैं। अपहृतों की कार सोमवार देर रात जली हुई हालत में मिली थी। जासूसों ने अमेरिकी पुलिस को मंगलवार सुबह बताया था कि मर्सिड काउंटी के एटवाटर में एक एटीएम में अपहृत लोगों में से एक के बैंक एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद ही अपहरण की पुष्टि हुई थी और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करने वाले संदिग्ध की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने बताया कि संदिग्ध आरोपी सालगाडो को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं पंजाब के होशियारपुर में मौजूद अपहृतों के परिजनों ने बुधवार को बताया था कि अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए उन्हें कोई कॉल नहीं किया। अपहृत परिजनों के मोबाइल मिल गए हैं। उनकी कार उनके दफ्तर से 20-25 किलोमीटर दूर जली हुई मिली है। जसदीप और अमनदीप के माता-पिता डॉ. रणधीर सिंह और कृपाल कौर अपहरण की खबर सुनकर सदमे में हैं। दोनों हाल ही में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। डॉ. रणधीर 29 सितंबर को विदेश से भारत लौटे थे। इसके बाद वे उत्तराखंड में तीर्थयात्रा पर चले गए थे। जब वह ऋषिकेश पहुंचे तो उन्हें अमेरिका से उनकी बहू जसप्रीत कौर का फोन आया, जिन्होंने उन्हें अपने पति अमनदीप और परिवार के अन्य सदस्यों के अपहरण की घटना के बारे में बताया। इसके बाद डॉ. रणधीर मंगलवार शाम अपने गांव लौटे और अमेरिका संपर्क किया।
अब पुलिस ने इन भारतवंशियों के अपहरण के मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संदिग्ध स्वयं भी गंभीर हालत में मिला है। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। अब तक चारों अपहृतों का कोई सुराग नहीं मिला है। मूल रूप से भारतीय राज्य पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाले अपहृत परिवार की कार पुलिस को जली हुई हालत में मिली है। अपहृतों में से एक के बैंक के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल मर्सिड काउंटी क्षेत्र में किया गया है। इसके बाद ही अपहरण की पुष्टि हुई।