प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छात्रों, शिक्षकों के साथ आज परीक्षा पे चर्चा की। पीएम मोदी ने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव को दूर रखने के साथ ही जीवन में बेहतर करने का मंत्र बताया। पीएम मोदी छात्रों के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों का साझा किया। पीएम मोदी ने कोविड महामारी के दौरान छात्रों की जीवन का अहम हिस्सा बन चुके ऑनलाइन मीडियम पर भी विस्तार से बात की। पीएम ने छात्रों के साथ नई शिक्षा नीति पर भी बात की। जानते हैं पीएम मोदी के 10 खास बातें.
2. अपने अनुभव को छोटा मत मानिए
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान अपने अनुभवों को जिस प्रक्रिया से आप गुजरे हैं, उसको आप कतई छोटा मत मानिए। दूसरा, आपके मन में जो पैनिक होता है, उसके लिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप किसी दबाव में मत रहिए। जितनी सहज दिनचर्या आपकी रहती है, उसी सहज दिनचर्या में आप अपने आने वाले परीक्षा के समय को भी बिताइए।
3. पढ़ाई में माध्यम समस्या नहीं है
प्रधानमंत्री ने कहा कि मन कहीं और होगा तो सुनना ही बंद हो जाता है। जो चीजें ऑफलाइन होती हैं, वही ऑनलाइन भी होती हैं। इसका मतलब है कि माध्यम समस्या नहीं है, मन समस्या है। माध्यम ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, अगर मन पूरा उसमें डूबा हुआ है, तो आपके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
4. रियल में पढ़ते हैं या रील देखते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आप ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं तो क्या आप सच में पढ़ाई करते हैं या रील देखते हैं? दोष ऑनलाइन या ऑफलाइन का नहीं है। क्लास में भी कई बार आपका शरीर क्लास में होगा, आपकी आंखें टीचर की तरफ होंगी लेकिन कान में एक भी बात नहीं जाती होगी क्योंकि आपका दिमाग कहीं और होगा।
5. अपने भीतर घुसने का आनंद
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि जितना आइपैड, मोबाइल फोन के अंदर घुसने में आनंद आता है, उससे हज़ार गुना आनंद अपने भीतर घुसने का होता है। दिन भर में कुछ पल ऐसे निकालिए, जब आप ऑनलाइन भी नहीं होंगे, ऑफलाइन भी नहीं होंगे बल्कि इनरलाइन होंगे। जितना अपने अंदर जाएंगे, आप अपनी ऊर्जा को अनुभव करेंगे।
6. ऑनलाइन, ऑफलाइन का मतलब
पीएम ने छात्रों को पढ़ाई के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन का मतलब समझाया। पीएम मोदी ने कहा कि ऑनलाइन पाने के लिए है और ऑफलाइन बनने के लिए है। मुझे कितना ज्ञान अर्जित करना है मैं अपने मोबाइल फोन पर ले आऊंगा, जो मैंने वहां पाया है ऑफलाइन में मैं उसे पनपने का अवसर दूंगा। ऑनलाइन का अपना आधार मजबूत करने के लिए उपयोग करें और ऑफलाइन में जाकर उसे साकार करना है।
7. खुद को प्रेरित करने वाली बातों को जानें
पीएम मोदी ने कहा कि खुद को जानना बहुत जरूरी है। उसमें भी कौन सी बातें हैं जो आपको निराश करती हैं, उन्हें जानकर अलग कर लें। फिर आप ये जाने लें कि कौन सी बातें आपको सहज रूप से प्रेरित करती हैं।आप स्वयं के विषय पर जरूर विश्लेषण कीजिए। पीएम मोदी ने कहा कि मोटिवेशन का इंजेक्शन लगता है तो उसे लगवा दें। पीएम मोदी ने कहा कि पहले आप खुद को ऑब्जर्व कीजिए। आपको कौन सी बातें होती हैं जिससे आपका हौंसला कम होता है। एक दिन, सप्ताह या महीने में आपको पता लग जाएगा। फिर आपको पता लग जाएगा कि ये मेरे लिए कठिन है। इसके बाद आप उसे दूर करने पर काम कर सकते हैं।
8. अपनी अधूरी आकांक्षाओं को बच्चों पर ना थोंपे
पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान छात्रों के साथ ही शिक्षकों और माता पिता को भी सलाह दी। पीएम मोदी ने कहा कि माता-पिता, शिक्षकों को अपने स्वयं के सपनों, अधूरी आकांक्षाओं को बच्चों पर नहीं थोपना चाहिए। पीएम ने कहा कि अपने बच्चों पर अपनी आंकाक्षाओं का भार ना डालें। इससे बच्चे बिना किसी दबाव के आगे बढ़ पाएंगे।
9. कुछ भी करें विरोध का स्वर तो उठता ही है
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार कुछ भी करे तो कहीं न कहीं से तो विरोध का स्वर उठता ही है। लेकिन मेरे लिए खुशी की बात है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का हिंदुस्तान के हर तबके में पुरजोर स्वागत हुआ है।इसलिए इस काम को करने वाले सभी लोग अभिनंदन के अधिकारी हैं।
10. 20वीं सदी की सोच से क्या 21वीं सदी में आगे बढ़ सकते हैं?
पीएम मोदी ने कहा, क्या हम 20वीं सदी की सोच, नीति, व्यवस्था से 21वीं सदी में आगे बढ़ सकते हैं? हमें 21वीं सदी के अनुकूल अपनी सारी नीतियों, व्यवस्थाओं को ढालना चाहिए। अगर हम अपने आपको विकसित नहीं करेंगे तो हम ठहर जाएंगे और पिछड़ जाएंगे।