रणबीर कपूर और संजय दत्त स्टारर फिल्म ‘शमशेरा’ बॉक्स ऑफिस पर सफल नही हो पाई है. आप से बता दें कि यह फिल्म 22 जुलाई को सिनेमाघर में रिलीज हुई थी. अब तक एक हफ्ता हो चुका है लेकिन फिल्म ने 50 करोड़ के आंकडे को भी नही छुआ है. रणबीर कपूर की आखिरी फिल्म संजू थी जो आज से चार साल पहले रिलीज हुई थी. चार साल से कोई फिल्म रिलीज ना होने के कारण इस फिल्म से रणबीर को काफी उम्मीदें थी. यही कुछ हाल संजय दत्त का भी है उन्होंने भी इस फिल्म से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें पाल रखी थी. इसलिए जब यह फिल्म फ्लाप हुई तो आहत संजय दत्त ने एक भावुक लैटर अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है.
संजय दत्त ने क्या लिखा है
फिल्म के डायरेक्टर करण मल्होत्रा और यश राज फिल्म्स को टैग करते हुए संजय दत्त ने ट्विटर पर एक चिठ्ठी शेयर की जो कुछ इस प्रकार से है.
“फिल्म बनाना एक पैशन का काम है. पैशन किसी कहानी को सुनाने का, कुछ ऐसे किरदारों को बनाने का, जिनसे पहले कभी मुलाकात नहीं हुई. शमशेरा ऐसी ही एक फिल्म है जिसे हमने अपना सबकुछ दिया है. खून, पसीना और आंसू तीनों बहाकर ये फिल्म बनी है. मूवी ऑडिएंस के लिए बनाई जाती है. और हर फिल्म को उसकी ऑडिएंस मिल ही जाती है. कभी जल्दी या कभी बाद में. शमशेरा को लोगों की नफरत सहनी पड़ रही है. कुछ ऐसे भी लोग इस फिल्म को नापसंद कर रहे हैं, जिन्होंने फिल्म देखी ही नहीं है. मुझे ये बड़ी भयानक बात लगती है कि लोग हमारी मेहनत का सम्मान नहीं कर रहे हैं. मैं करण की फिल्ममेकर के और इंसान के तौर पर बड़ी इज्ज़त करता हूं. अपने चार दशकों से भी लंबे करियर में मैंने जितने भी डायरेक्टर्स के साथ काम किया है, वो उनमें से बेस्ट डायरेक्टर्स में से एक हैं. ‘अग्निपथ’ में उन्होंने मुझे ‘कांचा-चीना’ का रोल दिया था. उस पर काम करना ब्रिलिएंट था. उन्होंने शमशेरा के समय भी मुझ पर भरोसा किया. करण हमारे परिवार जैसे हैं. कामयाबी और असफलता से परे उनके साथ काम करना हमेशा सम्मान की बात होगी. मैं हमेशा उनके साथ खड़ा हूं. शमशेरा कभी ना कभी अपने कबीले को ढूंढ ही लेगा, लेकिन तब तक मैं इस फिल्म के साथ खड़ा हूं. फिल्म को बनाने में जो हमने यादें क्रिएट की हैं, जो बॉन्ड शेयर किया है, जो मेहनत की है, मैं उन सब के साथ खड़ा हूं. मैं पूरी यूनिट, कास्ट और क्रू को शुक्रिया कहता हूं जिन्होंने चार साल इस फिल्म पर काम किया. पैनडेमिक और मेरे बुरे वक्त में भी टीम एक साथ रही. रणबीर और मेरे बीच तो इस फिल्म के बाद गहरा रिश्ता बन गया. ये देखकर खराब लगता है कि लोग हमारे समय के इतने हार्डवर्किंग और टैलेंटेड एक्टर के खिलाफ ऐसे घृणा फैला रहे हैं. लोग चाहें कुछ भी कहें लेकिन फिल्म और फिल्म के लोगों का प्यार ही हमारे लिए सबसे ऊपर है. बाकी, कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना.”
हम अगर संजय दत्त की लास्ट दस फिल्मों की बात करें तो उसमें से नव फिल्म फ्लाप ही निकलेंगी. लेकिन किसी-किसी फिल्म से एक्टर बहुत गहरे से जुड़ जाता है और जब वह फिल्म नाकामयाब होती है तो एक्टर को बहुत कष्ट पहुंचता है. यह फिल्म सबके लिए बड़े महत्व की फिल्म थी इसलिए तो फिल्म के डायरेक्टर करण मल्होत्रा ने भी अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखा जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे वह ‘शमशेरा’ की नाकामयाबी झेल नही पा रहे हैं.
करण मल्होत्रा की पोस्ट
मेरे प्रिय शमशेरा, तुम आलीशान हो. मेरे लिए इस प्लेटफॉर्म पर खुद को एक्सप्रेस करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यही वो जगह है जहां आपके लिए प्यार, नफरत, जश्न और अपमान मिलता है. पिछले कुछ दिनों से तुम्हें इस तरह छोड़ देने के लिए मैं तुमसे माफी मांगता हूं. क्योंकि मैं उस नफरत और गुस्से को नहीं झेल पा रहा था. मेरा, तुमसे ऐसा कनेक्शन तोड़ना मेरी कमज़ोरी थी. इसके लिए कोई बहाना नहीं है. लेकिन अब मैं यहां हूं, तुम्हारे साथ खड़ा हूं. मैं प्राउड फील करता हूं कि तुम मेरे हो. हम दोनों हर चीज़ का सामना एक साथ करेंगे, अच्छा, बुरा और बदसूरत सब. शमशेरा की पूरी टीम, फैमिली, कास्ट एंड क्रू को बधाई. उन्होंने हमपर जो विश्वास किया और प्यार दिया, उसे कोई नहीं छीन सकता.