अभिनेत्रियों की कहानी दिलचस्प मानी जाती है! दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार क्या कीजै… आ गया जो किसी पे प्यार का कीजै… पूरी हाई-फाई, स्टाइलिश लड़की का दिल किसी गुंडे-मवाली पर भी आ सकता है ना? आखिर दिल ही तो है। किसी को किसी से भी प्यार हो सकता है। फिर डॉन तो सबकुछ ताकत के दम पर, जबर्दस्ती हासिल करता है। उसके लिए किसी का प्यार हासिल करना कौन सी बड़ी बात है? छोटा राजन भी कोई ऐसा-वैसा डॉन थोड़े है। उसने अंडरवर्ल्ड के बेताज बादशाह दाऊद इब्राहिम से पंगा ले लिया। जो दुश्मनी में इस हद तक जा सकता है, वो प्यार में क्या नहीं कर सकता? कहते हैं, 1990 के दशक के बॉलिवुड की बेहद खूबसूरत बाला ममता कुलकर्णी पर उसका दिल आ गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि कोई डॉन किसी बॉलिवुड बाला पर फिदा हो जाए। छोटा राजन के दुश्मन दाऊद इब्राहिम भी, अब तक की सबसे खूबसूरत हिरोइनों में एक मंदाकिनी पर मर मिटा था। उधर, अंडवर्ल्ड के ही एक और डॉन अबू सलेम का बॉलिवुड हसीना मोनिका बेदी के साथ लंबा चक्कर चला। वो तो हुई अतीत की बातें। अभी ताजा-ताजा मामला देख लीजिए, महाठग सुकेश चंद्रशेखर और जैकलीन फर्नांडीज का। जैकलीन को बांहों की आगोश में लिए सुकेश की तस्वीरें तो देख ही चुके होंगे आप। ‘डॉन की मासूका’ सीरीज में हमने इन सबकी की कहानियां बताई हैं और आज बारी है छोटा राजन और ममता कुलकर्णी के दिलचस्प किस्सों की। तो आइए चलते हैं एक और ‘डॉन की माशूका’ की दुनिया में…
मुझको राणाजी माफ करना… गलती म्हारे से हो गई… गुपचुप, गुपचुप, गुपचुप… साल 1995 में आई फिल्म ‘करण अर्जुन’ के इस गाने ने तहलका मचा दिया था। इस फिल्म में बॉलिवुड के दो सुपर स्टार थे- सलमान खान और शाहरुख खान। उनके अपोजिट में थीं- ममता कुलकर्णी और काजोल। उसी वर्ष बॉलिवुड के तीसरे बड़े खान- आमिर के साथ ममता की फिल्म रिलीज हुई थी। फिल्म का नाम था- बाजी। ममता कुलकर्णी का फिल्मी करियर 1991 में ‘मेरा दिल तेरे लिए’ नाम की मूवी से हुई। एक साल बाद 1993 में उन्हें दबंग स्टार राजुकमार के साथ फिल्म ‘तिरंगा’ में काम करने का मौका मिली। इसमें ममता का रोल छोटा था, लेकिन फिल्म सुपर हिट हुई। उसके बाद तो ममता कुलकर्णी बॉलिवुड पर छा गईं। उसी वर्ष उनकी चार और फिल्में आईं। फिर अगले वर्ष 1994 में पांच, 1995 में छह, 1996 में तीन, 1997 में एक, 1998 में चार और फिर 2001 में आखिरी फिल्म ‘छुपा रुस्तम’ आई। आप कहेंगे कि 1996 के बाद से 1996 के बाद ममता को कम फिल्में क्यों मिलने लगी? नहीं ऐसा नहीं था। ममता को फिल्म ऑफर करने वाले डायरेक्टरों की कमी नहीं थी। लेकिन जब ममता मशहूर हो गईं तो खुद ही फिल्में छांटने लगीं। एक वक्त ऐसा आया कि उन्हें ‘रिजेक्शन क्वीन’ कहा जाने लगा।
वो साल 1993 था जब ममता कुलकर्णी युवा धड़कनों पर राज करने लगीं। स्टारडस्ट मैगजीन के लिए ममता ने जो फोटोशूट करवाया, उससे उन्हें रातोंरात हुस्न की मलिका का खिताब मिल गया। ममता की वह तस्वीर उस वक्त के लिहाज से काफी बोल्ड थी। उस वक्त क्लिवेज दिखाना वाकई हौसले का काम माना जाता था और ममता स्टारडस्ट के लिए टॉपलेस हो गईं। नीचे जींस का बटन भी खुला हुआ। इस तस्वीर ने सनसनी मचा दी। नतीजा यह हुआ कि 20 रुपये की मैगजीन 100-100 रुपये में बिकी। ममता की वो तस्वीर खींचने वाले फोटोग्राफर जयेश सेठ ने वर्ष 2015 में इस बारे में मीडिया से विस्तृत बात की। उन्होंने बताया कि स्टारडस्ट ने उस वर्ष टॉपलेस फोटोशूट के लिए कई अदाकाराओं से संपर्क किया, लेकिन कोई राजी नहीं हुईं। माधुरी दीक्षित, जूही चावला जैसी फेमस हिरोइनों ने तो सीधा इनकार कर दिया। ममता ने तब बॉलिवुड में अपना कदम ही रखा था और वो पांव जमाने की फिराक में थीं। उनको जब स्टारडस्ट का ऑफर मिला तो पहले खुशी से हैरान हो गईं, लेकिन जब टॉपलेस होने की शर्त रखी गई तो वो स्तब्ध हो गईं। बकौल जयेश, ममता यह सुनकर नर्वस थीं। फिर उन्होंने यह कहते हुए कुछ वक्त मांगा कि अगर उनकी तस्वीर हिट हुई तब तो ठीक, वरना घर और फिल्म इंडस्ट्री दोनों से निकाली जा सकती हैं। बाद में उन्होंने कहा कि वो सिर्फ एक बार तस्वीर प्रकाशित करने की शर्त पर टॉपलेस होने को तैयार हो गईं। अब वक्त था, उस पर प्रतिक्रियाओं की। उन्हें बॉलिवुड से भरपूर समर्थन मिला। आमिर खान, अनिल कपूर जैसी बॉलिवुड हस्तियों ने तो खुलकर तारीफ की। दूसरी तरफ मैगजीन ब्लैक में बिकने लगी।
कहा जाता है कि इस टॉपलेस तस्वीर ने सिर्फ देश के आम युवाओं को ही नहीं, उस वक्त के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के दिल को भी छलनी कर दिया। फिर छोटा राजन की कुलकर्णी पर ऐसी ‘ममता’ हुई कि उनके सामने फिल्मों की झड़ी लग गई। कहा जाता है कि 1980-90 के दशक में छोटा राजन का बॉलिवुड इंडस्ट्री में ऐसा खौफ था कि उसके इशारे पर फिल्मों में हीरो-हिरोइनों को रोल मिलता था और छीन भी लिया जाता था। 1998 में आई फिल्म ‘चाइना गेट’ को लेकर एक किस्सा आम है। कहा जाता है कि फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार संतोषी आधी फिल्म में ही ममता से नाराज हो गए थे। उन्हें लगता था कि ममता कुलकर्णी अपने व्यवहार में पर्याप्त मैच्योर नहीं है। खबरों के मुताबिक, संतोषी ने ममता को बीच फिल्म से ही हटा दिया था। जब यह बात छोटा राजन को पता चली तो उसने राजकुमार संतोषी को ममता को तुरंत वापस लेने का फरमान सुना दिया। आखिर संतोषी की हिम्मत कहां थी कि वो छोटा राजन को ना कह सकें। ममता कुलकर्णी दोबारा अपनी भूमिका में आ गईं और उन्होंने फिल्म पूरी की। ममता कुलकर्णी और छोटा राजन के प्रेम प्रसंग के बहुत ज्यादा किस्से तो सार्वजनिक नहीं हुए, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि दोनों के बीच संबंध तो थे। आखिरकार जब जांच एजेंसियों के कसते शिकंजे ने छोटा राजन को भारत छोड़कर भागने पर मजबूर कर दिया। इस कारण उसका ममता के साथ रिश्ते भी कमजोर पड़ गए और दोनों में दूरियां हो गईं।
जैसा कि बताया जा चुका है कि ममता कुलकर्णी की छोटा राजन से दूरी की वजह बना डॉन पर जांच एजेंसियों पर कसता शिंकजा। राजन पर 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ स्मगलिंग, मर्डर के साथ-साथ मकोका, पोटा और आर्म्स एक्ट के तहत संगीन मुकदमे हैं। मुंबई में दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन जिगरी दोस्त थे। कहा जाता है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के बाद दाऊद बदला लेने के लिए 1993 में सिलसिलेवार बम धमाकों से मुंबई को दहला दिया। जब जांच एजेंसियों ने मुंबई सीरियल ब्लास्ट केस में दाऊद इब्राहिम को मुख्य आरोपी बनाया तो छोटा राजन ने अपना रास्ता अलग कर लिया। फिर दो दोनों एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। 25 अक्तूबर 2015 में इंडोनेशिया के बाली में राजन गिरफ्ता हुआ तो दाऊद के गुर्गे छोटा शकील ने दावा किया कि राजन की गिरफ्तारी में दाऊद का हाथ है। खैर, 6 नवंबर 2015 को छोटा राजन को भारत लाया गया। कहते हैं कि छोटा राजन भी चाहता था कि वो भारत आ जाए ताकि दाऊद के गुर्गों से उसकी जान बच जाए। शायद इसी वजह से प्लेन से उतरते ही उसने जमीन को चूमा था। बहरहाल, छोटा राजन से दूरी के बाद ममता कुलकर्णी ड्रग स्मगलर विजयगिरि आनंदगिरि गोस्वामी उर्फ विक्की के संपर्क में आ गईं।
विक्की गोस्वामी और कोई नहीं, छोटा राजन का ही आदमी था। छोटा राजन 1988 में ही भारत से भागर दुबई चला गया। तब से उसका धंधा संभालने वालों में एक विक्की गोस्वामी का भी नाम शामिल था। कहा जाता है कि विक्की का रुतबा भी कम नहीं था। मुंबई फिल्म इंडस्ट्री उसके इशारे पर नाचा करती थी। पूरे मुंबई में विक्की जैसा ड्रग सप्लायर कोई नहीं। इधर, ममता का बॉलिवुड करियर भी ढलान पर आ रहा था। फिर वो विक्की के संपर्क में आ गईं। पता चला कि वो विक्की के साथ केन्या में रहने लगीं। 1993 में अपनी बोल्ड तस्वीर से सनसनी मचाने वाली ममता ने फिर एक बार अपनी तस्वीर से ही चौंकाया। इस बार वो पूरे कपड़ों में, ललाट पर तिलक… बॉलिवुड की वो हॉट हसीना अब बिल्कुल संन्यासिन बन चुकी थीं। 2013 में उनकी ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी’ नाम से आत्मकथा भी आई। ममता कुलकर्णी ने तब कहा था, ‘कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते है, जबकि कुछ ईश्वर के लिए पैदा होते हैं। मैं भी ईश्वर के लिए पैदा हुई हूं।’ बहरहाल, वो इस नए अवतार में विक्की के साथ केन्या में लिव-इन में रहने लगीं। कहा जाता है कि दोनों ने शादी भी कर ली। हालांकि, सच्चाई किसी को नहीं पता। फिर केन्या में ही विक्की गोस्वामी गिरफ्तार कर लिया गया। केन्या पुलिस ने तब ममता कुलकर्णी को भी हिरासत में लिया था। वहीं, 2017 में ठाणे की की एक विशेष अदालत ने ममता और विकी गोस्वामी को भगोड़ा घोषित कर दिया।