नई दिल्ली। आयुर्वेद कहता है, भोजन हमारे शरीर के लिए ईंधन के रूप में काम करता है। ऐसे में भोजन की प्रकृति जैसी होगी, शरीर पर उसका उसी आधार पर प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का जिक्र मिलता है, इसमें तामसिक, राजसिक और सात्विक भोजन के बारे में बताया गया है। इसमें सात्विक आहार को सेहत के लिए सबसे फायदेमंद माना जाता है। सात्विक आहार का नाम संस्कृत शब्द सत्व से लिया गया है जिसका अर्थ है शुद्ध, यानी कि आहार की शुद्धता के आधार पर इस तरह का भोजन काफी लाभदायक माना जाता है।
वजन कम करने से लेकर शरीर को स्वस्थ बनाए रखने तक के लिए सात्विक आहार के सेवन की आदत विशेष लाभप्रद मानी जाती है। सात्विक खाद्य पदार्थ हल्के और पौष्टिक होते हैं जो आसानी से पच जाते हैं। डेयरी उत्पादों से लेकर फल, सब्जियां, अनाज, मसाले और नट्स, सात्विक आहार का हिस्सा माने जाते हैं। आइए जानते हैं कि वजन कम करने के लिए सात्विक आहार का सेवन किस प्रकार से लाभकारी हो सकता है?
सात्विक आहार के सेवन के कई प्रकार के फायदे हैं। वजन कम करने, पाचन को बेहतर रखने के साथ मस्तिष्क को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए इसका नियमित सेवन करना विशेष लाभकारी हो सकता है। यह शरीर से अपशिष्टों को बाहर निकालने के साथ आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करने और शरीर को फिट बनाए रखने में आपके लिए विशेष सहायक हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक चीजों के सेवन पर जोर देते हैं।
आयुर्वेद विशेषज्ञ कहते हैं, सात्विक आहार में शामिल खाद्य पदार्थ स्वाभाविक रूप से वजन घटाने में सहायक हैं। सात्विक भोजन को तैयार करने के लिए तेल और फैट वाली चीजों के सीमित उपयोग पर जोर दिया जाता है। इसमें कच्चे/हल्के उबले हुए फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। ये पाचन को ठीक रखने के साथ शरीर में अतिरिक्त फैट के जमाव को रोकते हैं, जिससे वजन को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
सात्विक आहार सब्जियों, फलों, बीन्स और नट्स सहित संपूर्ण पौष्टिक खाद्य पदार्थों के सेवन पर आधारित है। पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन आपके शरीर को प्रोटीन, स्वस्थ वसा, फाइबर, विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है, जो उचित शारीरिक कार्य के लिए आवश्यक हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक आहार में फाइबर और पौधों पर आधारित खाद्यों की मात्रा को बढ़ाकर वजन कम करने मदद मिल सकती है।
अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग शाकाहारी आहार पैटर्न का पालन करते हैं, उनमें आमतौर पर मांसाहारी या तामसिक भोजन करने वालों की तुलना में बॉडी मास इंडेक्स बढ़ने का जोखिम कम होता है। कई अध्ययनों से यह भी पता चला है कि शाकाहारी भोजन, मोटापा के शिकार लोगों में वजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। शाकाहारी भोजन में उच्च फाइबर और कम कैलोरी वाली चीजें होती हैं जो वजन को कंट्रोल करने में सहायक है।