1934 से 1947 तक भारतीय ध्वज की अलग-अलग डिजाइन तैयार करने वाले पिंगली वेंकैया को कौन नहीं जानता! आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन तैयार करने वाले पिंगली वेंकैया की 146वीं जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री ने अपने शिविर कार्यालय में तिरंगा फहराया और सलामी ली। उन्होंने पिंगली वेंकैया के जीवन पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
इस दौरान ऊर्जा मंत्री पी आर सी रेड्डी, मुख्य सचिव समीर शर्मा, विशेष मुख्य सचिव (पर्यटन और संस्कृति) रजत भार्गव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) रविशंकर अय्यनार और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत पिंगली वेंकैया की जयंती देशभर में मनाई जा रही है। भारतीय डाक ने इस अवसर पर पिंगली वेंकैया के सम्मान में एक विशेष डाक लिफाफा जारी किया।वेंकैया के जन्मस्थान कृष्णा जिले के भाटलापेनुमरु गांव में उनकी जयंती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पिंगली वेंकैया के डिजाइन किए गए तिरंगे को महात्मा गांधी की अध्यक्षता में विजयवाड़ा में 1921 को आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक में राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया था। इस कारण पिंगली ‘झंडा वेंकैया’ के नाम से भी लोकप्रिय हुए।
आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत मंगलवार शाम यहां विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इस दौरान तिरंगे का डिजाइन तैयार करने वाले स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया को सम्मानित किया जाएगा और ‘हर घर तिरंगा’ गीत व वीडियो भी जारी किया जाएगा।
संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित ‘तिरंगा उत्सव’ में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर माने जाने वाले वेंकैया की 146वीं जयंती के उपलक्ष्य में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कार्यक्रम के विवरण के अनुसार, देश में वेंकैया के अमूल्य योगदान के लिए उनके सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया जाएगा, जिसके बाद उनके परिवार को सम्मानित किया जाएगा।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”स्वतंत्रता सेनानी और भारत के राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर पिंगली वेंकैया गांधीवादी सिद्धांतों के अनुयायी थे, और महात्मा गांधी के अनुरोध पर उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन तैयार किया था।तिरंगा उत्सव में हर घर तिरंगा गीत और वीडियो भी जारी किया जाएगा।मंत्रालय ने कहा कि शाम के समय कैलाश खेर और अन्य लोकप्रिय गायक प्रस्तुतियां देंगे।
लोकसभा में मंगलवार को मांग उठी कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की डिजाइन बनाने वाले पिंगली वेंकैया के नाम पर उनके गृह जिले में संचालित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का नामकरण किया जाए।
आंध्र प्रदेश की मछलीपट्टनम लोकसभा सीट से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य वल्लभनेनी बालाशौरी ने संसद के निचले सदन में शून्यकाल में इस विषय को उठाया।
भारत के राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर माने जाने वाले वेंकैया की 146वीं जयंती के उपलक्ष्य में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कार्यक्रम के विवरण के अनुसार, देश में वेंकैया के अमूल्य योगदान के लिए उनके सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया जाएगा, जिसके बाद उनके परिवार को सम्मानित किया जाएगा।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”स्वतंत्रता सेनानी और भारत के राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर पिंगली वेंकैया गांधीवादी सिद्धांतों के अनुयायी थे, और महात्मा गांधी के अनुरोध पर उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन तैयार किया था।तिरंगा उत्सव में हर घर तिरंगा गीत और वीडियो भी जारी किया जाएगा।मंत्रालय ने कहा कि शाम के समय कैलाश खेर और अन्य लोकप्रिय गायक प्रस्तुतियां देंगे।
लोकसभा में मंगलवार को मांग उठी कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की डिजाइन बनाने वाले पिंगली वेंकैया के नाम पर उनके गृह जिले में संचालित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का नामकरण किया जाए।
आंध्र प्रदेश की मछलीपट्टनम लोकसभा सीट से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य वल्लभनेनी बालाशौरी ने संसद के निचले सदन में शून्यकाल में इस विषय को उठाया।
उन्होंने कहा कि तिरंगे की डिजाइन और परिकल्पना प्रस्तुत करने वाले पिंगली वेकैया मछलीपट्टनम लोकसभा क्षेत्र में आने वाले गुंटूर जिले के ही निवासी थे जिनकी आज 146वीं जयंती है।बालाशौरी ने कहा कि गुंटूर जिले के मंगलगिरी में संचालित एम्स का नामकरण पिंगली वेंकैया के नाम पर किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तिरंगे की डिजाइन और परिकल्पना प्रस्तुत करने वाले पिंगली वेकैया मछलीपट्टनम लोकसभा क्षेत्र में आने वाले गुंटूर जिले के ही निवासी थे जिनकी आज 146वीं जयंती है।बालाशौरी ने कहा कि गुंटूर जिले के मंगलगिरी में संचालित एम्स का नामकरण पिंगली वेंकैया के नाम पर किया जाना चाहिए।