गुरुवार सुबह से शुरू हुए रूस के हमले के बाद भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ आइगर पोलिखा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने की मांग की है.
डॉ पोलिखा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा है कि पीएम मोदी दुनिया के सबसे ज़्यादा सम्मानीय और ताक़तवर नेताओं में से एक हैं.उन्होंने कहा, “हम इस मौक़े पर ये अपेक्षा कर रहे हैं कि मोदी जी किसी तरह पुतिन पर प्रभाव डालने की कोशिश करें. इसके साथ ही मोदी जी अगर यूक्रेन के समर्थन में कोई बयान देते हैं या कारगर ढंग से मदद करते हैं तो यूक्रेन इसके लिए शुक्रगुज़ार रहेगा.”उन्होंने कहा- हम अपने सभी मित्र देशों की ओर से मदद मांग रहे हैं ताकि इस युद्ध को रोका जा सके. यूक्रेन एक शांतिप्रिय देश हैं. वे लड़ने के लिए तैयार हैं. लेकिन शांति सबसे अच्छा समाधान है. हम अपने सभी साझेदारों से कह रहे हैं कि वे किसी तरह हमारी मदद करें.यूक्रेन के राजदूत ने कहा- हम ये तय नहीं कर सकते कि इसके नियम या शर्तें क्या होंगी. लेकिन शायद बयानों से निंदा की जा सके, शायद कुछ प्रतिबंध लगाए जा सकें, या शायद मानवीय या सैन्य सहायता उपलब्ध कराई जा सके. आपको जो भी पसंद हो. शायद ये मदद द्विपक्षीय बैठकों को रद्द करके की जा सकती है.
यूक्रेन के राजदूत डॉ आइगर पोलिखा का दावा
डॉ पोलिखा ने बताया है कि “राजधानी कीएफ़ के बाहर यूक्रेन के नागरिकों की मौत हुई है. कुछ क्षेत्रों में संघर्ष जारी है. हमारे रक्षा मंत्रालय के मुताबिक़, यूक्रेन ने 5 रूसी लड़ाकू विमानों, दो हेलिकॉप्टरों, और दो टैंकों समेत कई ट्रकों को नष्ट कर दिया है.”बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ और ख़ारकिव में धमाकों की आवाज़ें सुनी जा रही हैं.गुरुवार सुबह रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में सैनिक कार्रवाई की घोषणा की थी. पुतिन का कहना है कि वे यूक्रेन पर क़ब्ज़ा करना नहीं चाहते. उन्होंने यूक्रेन की सेना से हथियार डालने को कहा था. पुतिन की घोषणा के बाद यूक्रेन पर हवाई हमले शुरू हो गए थे.
यूक्रेन के बॉर्डर गार्ड्स ने कहा, दक्षिणी हिस्से में घुस गए हैं रूस के सैनिक
यूक्रेन के बॉर्डर गार्ड सर्विस (डीपीएसयू) ने तस्वीरें जारी करके दावा किया है कि रूस के सैनिक वाहन दक्षिण यूक्रेन में घुस गए हैं. तस्वीरों के माध्यम से डीपीएसयू ने कहा है कि रूसी सैनिक वाहन क्राइमिया प्रायद्वीप से घुसे हैं. रूस ने वर्ष 2014 में क्राइमिया पर अपना नियंत्रण कर लिया था.डीपीएसयू का दावा है कि दक्षिण यूक्रेन में घुसने से पहले रूसी सैनिकों ने गोलाबारी की. यूक्रेन का ये भी कहना है कि रूस की सैनिक टुकड़ियाँ देश के पूर्वी और उत्तरी इलाक़े से भी घुस गई हैं. यूक्रेन के अनुसार उत्तर में बेलारूस से रूसी सैनिक यूक्रेन में घुसे हैं, जबकि पूर्व में रूस से.यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ और ख़ारकिव में धमाकों की आवाज़ें सुनी जा रही हैं. गुरुवार सुबह रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में सैनिक कार्रवाई की घोषणा की थी. पुतिन का कहना है कि वे यूक्रेन पर क़ब्ज़ा करना नहीं चाहते. उन्होंने यूक्रेन की सेना से हथियार डालने को कहा था. पुतिन की घोषणा के बाद यूक्रेन पर हवाई हमले शुरू हो गए थे.
पुतिन आधुनिक युग के हिटलर- यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति
यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेन्को ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आधुनिक युग के हिटलर हैं. पोरोशेन्को इस समय यूक्रेन के सांसद हैं. उन्होंने कहा कि आज का दिन दुखद है लेकिन जीत यूक्रेन की ही होगी.यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ में सांसदों की आपात बैठक चल रही है. बैठक में शामिल होने जा रहे पोरोशेन्को ने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में पुतिन को आधुनिक हिटलर कहा. पोरोशेन्को 2014-19 तक यूक्रेन के राष्ट्रपति रहे हैं. यूक्रेन के एक पत्रका लिखा है कि संसद में माहौल तनावपूर्ण है.
पुतिन की घोषणा के बाद यूक्रेन के सैनिक ठिकानों पर भारी बमबारी
यूक्रेन की सेना ने एक बयान जारी करते बताया है कि रूस की सेना ने देश के पूर्वी हिस्से में उसके ठिकाने पर बमबारी की है.
बयान के मुताबिक़ रूस ने राजधानी कीएफ़ के नज़दीर बोरिसपिल हवाई अज्डे और अन्य हवाई अड्डों पर मिसाइल हमला किया है. सेना के बयान में बताया गया है कि यूक्रेन की वायु सेना रूस के हवाई हमलों का सामना कर रही है. सेना ने इससे इनकार किया है कि रूसी पैराट्रूप्स देश के दक्षिण बंदरगाह शहर ओडेसा में उतरे हैं.
कई रिपोर्टों में ये भी कहा गया है कि बेलारूस के सैनिक रूस के हमले में शामिल हो गए हैं. इन रिपोर्ट्स में यूक्रेन के अधिकारियों का हवाला दिया गया है. यूक्रेन के उत्तरी सीमा पर स्थित बेलारूस वर्षों से रूस का सहयोगी रहा है. उत्तर से हमले का मतलब ये है कि रूस के पूर्वी यूक्रेन पर हमले के साथ-साथ यूक्रेन के ख़िलाफ़ एक और मोर्चा खुल गया है |