हाल ही में भारत के बांग्लादेश के साथ कई समझौते हुए हैं! बीते 9 जून को मोदी सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुई बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना एक बार अपने दो दिन के भारत दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन शनिवार को शेख हसीना ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और दोनों देशों के बीच अहम समझौतों को लेकर आम सहमति बनी। इसके बाद दोनों नेताओं ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक साझा विजन पर मुहर लगाई।दोनों देशों के बीच गेडे दर्सना और हल्दीबाड़ी चिल्हाटी के बीच मालगाड़ी की भी शुरुआत होगी। विदेश सचिव ने बताया कि रोहिंग्या के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच वार्ता हुई जिसमें इस आयाम का भी जिक्र था कि किस तरह भारत और बांग्लादेश मानवीय तरीके से आगे बढ़ सकते है, इसके साथ ही इस पहलू से जुड़ी चुनौतियों के मद्देनजर चर्चा हुई। इसके साथ ही डिफेंस के आधुनिकीकरण और स्पेस टेक्नोलॉजी को लेकर भी दोनों देश एक सहमति पर पहुंचे। इस बातचीत का दायरा काफी बड़ा था, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों के सारे आयाम थे। पीएम मोदी ने कहा कि शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बातचीत में दोनों देशों ने डिफेंस प्रोडक्शन को आधुनिक बनाने, चरमपंथ और आतंकवाद के खिलाफ रणनीति के साथ साथ सीमाओं पर शांति कायम करने की दिशा में बात हुई। बातचीत में कनेक्टिविटी, व्यापार इन्फ्रास्ट्रक्चरऔर आर्थिक साझेदारी समेत दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत शुरू करने को लेकर सहमति बनी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने सहयोग को लेकर एक भविष्य का विजन तैयार किया है। दोनों देशों के युवाओं को ग्रीन पार्टनरशिप, डिजिटल पार्टनरशिप,ब्लू इकॉनमी और स्पेस में बनी सहमति से फायदा पहुंचेगा।
हसीना ने ये भी कहा कि भारत हमारा पड़ोसी और परखा हुआ दोस्त है। पीएम मोदी ने बांग्लादेश के साथ संबंधों पर ये भी कहा कि बांग्लादेश हमारी नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी, एक्ट ईस्ट पॉलिसी, विजन सागर और इंडो विजन के संगम के केंद्र में है । इस द्विपक्षीय बातचीत के बारे में ज्यादा जानकारी विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कुल 10 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हौ। दोनों देशों ने भविष्य की साझेदारी के विजन डॉक्यूमेंट पर भी मुहर लगाई, जिसका आधार विकसित भारत 2047 और स्मार्ट बांग्लादेश 2041 विजन से प्रेरित है। इसके अलावा डिजिटल पार्टनरशिप और ग्रीन पार्टनरशिप फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर भी इस साझा विज़न का हिस्सा है।
द्विपक्षीय समझौतों का दायरा काफी व्यापक है, जिसमें रेलवे और बस कनेक्टिविटी से लेकर सागर डॉक्ट्रिन के तहत ब्लू इकॉनमी और मेरीटाइम सहयोग तक शामिल है। तीस्ता डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में चीन की रूचि की खबरों के बीच भारत ने ये ऐलान किया कि तीस्ता के संरक्षण और प्रबंधन के लिए जल्द एक टीम बांग्लादेश भेजी जाएगी। हालांकि क्वात्रा ने ये साफ किया कि ये टीम नदी के टेक्निकल मैनेजमेंट और रेस्टोरेशन पर ही फोकस करेगी।
इसके अलावा बांग्लादेश से इलाज कराने के लिए भारत आने वाले लोगों के लिए जल्द ई मेडिकल वीजा की शुरूआत की जाएगी। विदेश सचिव ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग भारत इलाज कराने आते हैं। बांग्लादेश के राजशाही और कोलकाता के बीच नई पैसेंजर ट्रेन को भी लॉन्च किया जाएगा, तो कोलकाता से चटगांव के बीच बस सेवा शुरू होगी। सिराजगंज में इनलैंड कंटेनर डिपो का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही भारत बांग्लादेश के रंगपुर में असिस्टेंट हाई कमिशन भी बनाएगा। नदियों के मैनेजमेंट को लेकर 1996 की गंगा जल समझौते के नवीनीकरण के लिए एक ज्वाइंट टेक्निकल कमेटी का गठन किया जाएगा। दोनों देशों के बीच गेडे दर्सना और हल्दीबाड़ी चिल्हाटी के बीच मालगाड़ी की भी शुरुआत होगी। तीस्ता डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में चीन की रूचि की खबरों के बीच भारत ने ये ऐलान किया कि तीस्ता के संरक्षण और प्रबंधन के लिए जल्द एक टीम बांग्लादेश भेजी जाएगी। हालांकि क्वात्रा ने ये साफ किया कि ये टीम नदी के टेक्निकल मैनेजमेंट और रेस्टोरेशन पर ही फोकस करेगी।विदेश सचिव ने बताया कि रोहिंग्या के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच वार्ता हुई जिसमें इस आयाम का भी जिक्र था कि किस तरह भारत और बांग्लादेश मानवीय तरीके से आगे बढ़ सकते है, इसके साथ ही इस पहलू से जुड़ी चुनौतियों के मद्देनजर चर्चा हुई। इसके साथ ही डिफेंस के आधुनिकीकरण और स्पेस टेक्नोलॉजी को लेकर भी दोनों देश एक सहमति पर पहुंचे।