हाल ही में बीजेपी ने गृहमंत्री अमित शाह की फर्जी वीडियो पर कांग्रेस को आड़े हाथ ले लिया है! केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर राजनीति का स्तर गिराने का गंभीर आरोप लगया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पूरा जतन कर रहे हैं कि राजनीति को और गर्त में धकेल दिया जाए। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने एक फर्जी वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी चुनावों में होने वाली अपनी दुर्दशा की आशंका से हताश हो गई है। उन्होंने असम के गुवाहाटी में कहा, उनकी कांग्रेस की हताशा इस स्तर तक पहुंच गई है कि उन्होंने मेरे और कई अन्य भाजपा नेताओं के फर्जी वीडियो फैलाए हैं। मुख्यमंत्रियों, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य लोगों ने भी इस फर्जी वीडियो को फॉरवर्ड किया है, आज कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख नेता को आपराधिक मामले का सामना करना पड़ रहा है।’ शाह ने राहुल गांधी को खास निशाना बनाते हुए कहा, ‘जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, तब से वो राजनीति के स्तर को नए निम्न स्तर पर ले जाने का काम कर रहे हैं।’ शाह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा को वीडियो बनाने और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बदनाम करने में विशेषज्ञता हासिल है। उन्होंने कहा, ‘लोगों की छवि खराब करने के लिए वो जो करेंगे, हम वह कभी नहीं कर सकते। हम केवल यही चाहते हैं कि देश एक रहे और सभी लोग मिलकर काम करें। कोई भी नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमेशा नफरत फैलाने वाले भाषण देते हैं… प्रधानमंत्री मोदी को कम से कम चुनावों में तो इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए, लेकिन वे ऐसा कर रहे हैं। इसलिए मैं अपील करता हूं कि कम से कम थोड़ा धैर्य रखें, हताशा में इस तरह की बातें न करें।’
जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े ‘अश्लील वीडियो’ मामले के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा कि केंद्र कोई कार्रवाई नहीं कर सकता क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का मामला है। उन्होंने आगे सवाल किया कि राज्य सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने कहा, ‘भाजपा का रुख स्पष्ट है कि हम देश की मातृशक्ति के साथ खड़े हैं। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां किसकी सरकार है? सरकार कांग्रेस पार्टी की है। उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?’ शाह ने कहा, ‘हमें इस पर कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह राज्य के कानून-व्यवस्था का मुद्दा है, राज्य सरकार को इस पर कार्रवाई करनी है… हम जांच के पक्ष में हैं और हमारे सहयोगी जेडी(एस) ने भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है।’
अमेठी और रायबरेली से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं, लेकिन उनमें जो भ्रम है, उससे पता चलता है कि उनमें आत्मविश्वास की कमी है। उत्तर प्रदेश में स्थिति यह है कि वे अपनी पारंपरिक सीटें छोड़कर भाग गए हैं।’
कांग्रेस के इस आरोप पर कि भाजपा सत्ता में आने पर आरक्षण समाप्त कर देगी, अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस अफवाह फैला रही है कि भाजपा 400 सीटें पार करने के बाद आरक्षण समाप्त कर देगी। ये बातें निराधार और तथ्यहीन हैं… मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण की समर्थक है और हमेशा संरक्षक की भूमिका निभाएगी।’ उन्होंने आगे कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमेशा नफरत फैलाने वाले भाषण देते हैं… प्रधानमंत्री मोदी को कम से कम चुनावों में तो इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए, लेकिन वे ऐसा कर रहे हैं। इसलिए मैं अपील करता हूं कि कम से कम थोड़ा धैर्य रखें, हताशा में इस तरह की बातें न करें।”भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती। हम देशभर में समान नागरिक संहिता लागू करने के पक्ष में हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा को दक्षिणी राज्यों में भी मतदाताओं का बहुत अच्छा समर्थन मिल रहा है। गृह मंत्री ने कहा, ‘हम मतदाताओं को अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक के रूप में नहीं देखते। भाजपा असम में 14 लोकसभा सीट में से 12 पर जीत दर्ज करेगी।’