हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भीषण गर्मी के बारे में एक बयान दे दिया है! राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बुधवार को लू की स्थिति और केंद्र सरकार के अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा की। नड्डा ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों को बेहतर देखभाल प्रदान करने के लिए सभी अस्पताल तैयार रहें। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि भीषण गर्मी के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में विशेष इकाइयां शुरू की जाएं। दिन के सबसे गर्म समय दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच में बाहरी कार्यक्रमों की योजना बनाने से बचें। अगर कोई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, तो पर्याप्त पानी की व्यवस्था और बैठने के लिए ठंडी जगह सुनिश्चित करें।केंद्र ने इस महीने की शुरुआत में, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया था कि वे सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में आग और विद्युत सुरक्षा उपायों को लागू करें तथा भीषण गर्मी से बीमार लोगों के लिए विशेष कक्ष आदि स्थापित करें।स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि हर जिले अधिकारी हीट वेव की रोकथाम और प्रबंधन के लिए कार्य योजना तैयार करें। हर शहर और इलाके के हीट इंडेक्स के मुताबिक ही वहां का एक्शन प्लान तैयार करें। इसके साथ ही राज्यों को जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर राज्य और जिला टास्क फोर्स के साथ बैठक करने का भी निर्देश दिया गया है।मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल में हीटस्ट्रोक से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में गर्मी से प्रभावित करीब 36 लोग भर्ती हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सभी राज्य लू से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों का डेटा भी रिपोर्ट करें। 1 मार्च 2024 से हीटस्ट्रोक से मौतों का डेटा IHIP पोर्टल पर जमा किया जाए। वहीं अडवाइजरी में कहा गया है कि मौसम विभाग द्वारा रोजाना शाम 4 बजे के बाद जारी पूर्वानुमान की जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। समय-समय पर लोगों को लू से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक करने के लिए हेल्थ अडवाइजरी जारी करें।
अडवाइजरी में कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को लू से बचने के उपाय और जागरुकता के बारे में ट्रेनिंग दी जानी चाहिए, ताकि इनके माध्यम से आम लोगों लू को लेकर जागरुक हो सकें। इससे बचने के लिए प्राथमिक उपचार वगैरह की बेसिक जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। लू से बचने के लिए ओआरएस पैकेट, जरूरी दवाएं, IV फ्लुइड्स, आइस पैक और अन्य उपकरणों की पर्याप्त मात्रा की खरीद और आपूर्ति हो। लू से संबंधित रोगियों के इलाज के लिए अस्पतालों में इमरजेंसी सुविधा हो और एसी एंबुलेंसों की व्यवस्था या खरीद भी हो।
गर्मी के मौसम में सामूहिक सभा या खेल आयोजन करते समय, स्वास्थ्य विभागों और स्थानीय प्रशासन से बातचीत करके लू से बचने के लिए सभी जरूरी तैयारियों को पूरा किया जाना चाहिए। बता दें कि राजधानी दिल्ली में पिछले 72 घंटों में तेज गर्मी की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई है। ये मौतें हीटस्ट्रोक से हुई हैं और इन मौतों की जानकारी तीनों अलग-अलग अस्पतालों से मिली है। वहीं नोएडा के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में हीटस्ट्रोक की वजह से संदेहजनक रूप से 14 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल में हीटस्ट्रोक से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में गर्मी से प्रभावित करीब 36 लोग भर्ती हैं।
किसी भी सामूहिक कार्यक्रम करने से पहले हीट वेव का पूर्वानुमान देख लें। ऐसे दिनों से बचें जिनमें हीटवेव का अलर्ट हो।वहीं अडवाइजरी में कहा गया है कि मौसम विभाग द्वारा रोजाना शाम 4 बजे के बाद जारी पूर्वानुमान की जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। समय-समय पर लोगों को लू से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक करने के लिए हेल्थ अडवाइजरी जारी करें। दिन के सबसे गर्म समय दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच में बाहरी कार्यक्रमों की योजना बनाने से बचें। अगर कोई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, तो पर्याप्त पानी की व्यवस्था और बैठने के लिए ठंडी जगह सुनिश्चित करें।