लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने अपना आखिरी भाषण दे दिया है! लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर जमकर अटैक किए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस को हर मोर्चे पर घेरा। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक उन्होंने किसी को भी नहीं बख्शा। राहुल गांधी का नाम लिए बिना ‘युवराज’ कहकर तंज कसा। पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी ने अपने युवराज को एक स्टार्टअप बना दिया है। वो स्टार्टर नहीं नॉन स्टार्टर हैं। वो न लिफ्ट हो रहे हैं न लॉन्च हो रहे हैं। राज्यसभा में करीब डेढ़ घंटे के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने मानो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पर अटैक का फाइनल ट्रेलर ही दिखा दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद इतने लंबे समय तक देश की सत्ता पर काबिज रहने वाली पार्टी के पतन और गिरावट को लेकर उनके मन में संवेदनाए हैं। वह ‘प्रार्थना’ करेंगे कि वह अगले आम चुनाव में 40 सीट बचा ले। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ‘जन्मजात’ आरक्षण की विरोधी रही है।
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वह प्रार्थना करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीट ही बचा ले। तृणमूल प्रमुख ने कहा कि था कि आम चुनाव में कांग्रेस 40 सीट भी नहीं जीत पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच भी ‘आउटडेटेड’ (पुरानी) हो गई है। जब उसकी सोच ही ‘आउटडेटेड’ हो गई है तो उसने अपना कामकाज भी ‘आउटसोर्स’ कर लिया है। देखते ही देखते इतनी पुरानी पार्टी… इतने दशकों तक देश पर राज करने वाले दल का ऐसा पतन, ऐसी गिरावट हमें खुशी नहीं हो रही है। आपके प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को रातों-रात बर्खास्त कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर भी ताले लगाने की कोशिश की थी, अब उसने देश को तोड़ने का विमर्श गढ़ना शुरू कर दिया है। अब देश को उत्तर-दक्षिण में तोड़ने के बयान दिए जा रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को पूरी तरह कभी आरक्षण नहीं दिया। जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया। जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना और केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे, वह अब हमें उपदेश दे रहे हैं। वो अब हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं। जिस कांग्रेस के अपने नेता की कोई गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि लोकसभा में तो कभी कभी मनोरंजन का मौका मिल जाता है। किंतु आजकल कम मिलता है क्योंकि वे दूसरी ड्यूटी पर हैं। लेकिन लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी थी वह आपने (खरगे ने) पूरी कर दी। मोदी ने कहा कि खरगे ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 400 सीटें पाने का आशीर्वाद दिया है और वह चाहें तो अब इस आशीर्वाद को वापस ले सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’ पीएम मोदी ने कहा कि वह इसी के आधार पर कहते हैं कि कांग्रेस ‘आरक्षण की जन्मजात विरोधी’ है।
प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों की ओर से टोका-टोकी किए जाने पर मोदी ने कहा कि वह बड़े धैर्य और नम्रता के साथ उनके एक-एक शब्द को सुनते रहे हैं। लेकिन आप आज भी न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। परंतु मेरी आवाज को विपक्ष दबा नहीं सकता। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी है, इसलिए मैं भी इस बार पूरी तैयारी के साथ आया हूं। इससे पहले, प्रधानमंत्री जब राज्यसभा में पहुंचे तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खड़े होकर और मेजे थपथपाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।