हाल ही में विपक्षी नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर के लिए एक बयान दे दिया है! देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के बीच दो दिग्गज नेताओं के बयानों से सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है। पहला बयान आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का ‘मुस्लिम आरक्षण’ की मांग से जुड़ा है। हालांकि वह इस बयान से पलट गए। वहीं दूसरा बयान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव का है जिन्होंने कहा, ‘अयोध्या में राम मंदिर का नक्शा और वास्तु ठीक नहीं है। मंदिर ऐसे नहीं बनता। वो मंदिर बेकार है।’ इन दोनों बयानों साफ है कि विपक्षी दल लोकसभा चुनाव के अन्य चरणों में होने वाले मतदान में मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन रामगोपाल यादव का बयान विपक्षी दलों की गले की हड्डी बन सकता है। दरअसल यूपी की जिन सीटों पर अभी मतदान होना है। वहां बीजेपी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर अच्छा खासा माहौल बना रखा है। ऐसे में रामगोपाल यादव का राम मंदिर को लेकर दिया गया विवादित बयान विपक्षी दलों को नुकसान पहुंचा सकता है। चौथे चरण में प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। 13 सीटों पर कुल 130 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में अकबरपुर, बहराइच, धौराहरा, इटावा, खीरी, फर्रूखाबाद, हरदोई ,कन्नौज, कानपुर, मिश्रिख, शाहजहांपुर, सीतापुर और उन्नाव सीट पर चुनाव होना है। इन सीटों पर मुस्लिम से ज्यादा हिंदू वोट बैंक ज्यादा है।राम मंदिर पर सपा नेता का विवादित बयान इंडिया गठबंधन के लिए खतरे की घंटी है।
सपा नेता राम गोपाल यादव के ‘राम मंदिर’ को बेकार बताने पर भाजपा ने बड़ा हमला बोला है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बयान की निंदा की है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इंडी गठबंधन की सहयोगी सपा के नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को ‘बेकार’ बताया है। अगर राम मंदिर बेकार है तो क्या सपा का बनवाया गया गाजियाबाद का हज हाउस, आगरा का मुगल गार्डन और उत्तर प्रदेश के हर जिले में बनवाए गए कब्रिस्तान अच्छे थे? उन्होंने कहा कि सपा नेताओं के अनुसार कब्रिस्तान अच्छा था, लेकिन राम मंदिर बेकार है। सपा के लिए मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, अबू सलेम और छोटा शकील के लिए कुख्यात तथा अपराध को सैद्धांतिक स्वीकार्यता देने वाला उत्तर प्रदेश अच्छा था, लेकिन अयोध्या, काशी, प्रयागराज, कुशीनगर के लिए प्रख्यात और उभरता हुआ उत्तर प्रदेश बेकार है। इनके अनुसार राम नवमी के दिन कठोर वैज्ञानिक गणनाओं से हुआ सूर्य तिलक, श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के समय एक लाख करोड़ का व्यापार और अयोध्या में बना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बेकार है। इससे ये भी स्पष्ट हो गया है कि श्रीराम को काल्पनिक कहने से लेकर प्रभु श्रीराम और भगवान शिव में लड़ाई करवाने वाले, द्वारका में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भगवान श्री कृष्ण की पूजा का उपहास उड़ाने वालों के लिए सब कुछ बेकार है।
समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि राम मंदिर बेकार है। दरअसल, जब राम गोपाल यादव से पूछा गया कि वह अयोध्या में राम मंदिर में दर्शन के लिए क्यों नहीं गए तो उन्होंने कहा, ‘वह मंदिर बेकार का है। क्या मंदिर ऐसे ही बनाए जाते हैं? पुराने मंदिर देखें, वे इस तरह नहीं बनाए गए। दक्षिण से उत्तर के मंदिरों को देखें। इस मंदिर का नक्शा उचित नहीं है और वास्तु के अनुरूप नहीं है।’ यादव के इस बयान पर CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामगोपाल यादव का बयान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के साथ ‘इंडी’ गठबंधन की वास्तविकता को प्रदर्शित करता है। ये लोग वोट बैंक के लिए न केवल भारत की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि प्रभु श्रीराम की ईश्वरीय सत्ता को चुनौती दे रहे हैं। इतिहास गवाह है कि जिसने भी ईश्वरीय सत्ता को चुनौती दी है, उसकी दुर्गति हुई है। रामगोपाल यादव का बयान सनातन आस्था के साथ खिलवाड़, कोटि-कोटि राम भक्तों का अपमान है। जिन लोगों ने पूरा जीवन राम मंदिर के लिए समर्पित किया है, उनकी आस्था पर कुठाराघात है। भारतीय समाज इसे कतई स्वीकार नहीं कर सकता। यह तुष्टिकरण की नीति पर चलकर वोट बैंक को बचाए रखने की कवायद है।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत मंगलवार सुबह सात बजे से मतदान जारी है। इसी बीच सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने राम मंदिर पर विवादित बयान दिया है। रामगोपाल यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राम जी के दर्शन वो रोज करते हैं। उन्होंने अयोध्या में दर्शन के लिए जाने के बारे कहा कि राम मंदिर का नक्शा और वास्तु ठीक नहीं है। मंदिर ऐसे नहीं बनता। वो मंदिर बेकार है।उन्होंने कहा कि पुराने मंदिर देख लीजिए, कैसे बने हैं। दक्षिण से लेकर उत्तर तक। नक्शा ठीक से नहीं बना है। मंदिर को वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया।
रामगोपाल यादव के विवादित बयान पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कहा है कि जो राम को मानता है वह सबका सम्मान करेगा, सबको न्याय देने की बात करेगा। उन्होंने कहा कि राम के नाम पर वोट मांगना पूरी तरह गलत है। डिंपल यादव ने आगे कहा, ‘लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दौरान बीजेपी के प्रत्याशी और कार्यकर्ता बाधा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं होने वाली। जो अभी सत्ता में हैं, वो असुर प्रवृत्ति के लोग हैं, तीसरे चरण के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का पत्ता साफ होने वाला है। संविधान खत्म करने की साजिश है। मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की बंपर जीत होने जा रही है, इसलिए भाजपा के लोग बौखलाए हुए हैं।’