हाल ही में रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर एक बयान दिया है! कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने लोकसभा चुनाव के बीच एक इमोशनल पोस्ट किया है। रॉबर्ट का यह पोस्ट कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रायबरेली से नामांकन के बाद आया है। इस पोस्ट में उन्होंने राजनीति की ताकत और परिवार के संबंधों का जिक्र किया है। माना जा रहा है कि रॉबर्ट वाड्रा का यह पोस्ट अमेठी से टिकट नहीं मिलने के बाद की अभिव्यक्ति है। पोस्ट में रॉबर्ट ने जनता के समर्थन और शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया भी अदा किया है। दरअसल रॉबर्ट वाड्रा अमेठी के अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें काफी तेज थी। इसी बीच स्मृति का कहना था कि पहले कांग्रेस के लोग राहुल गांधी की मांग कर रहे थे, लेकिन अब ये लोग जीजाजी की मांग कर रहे हैं। अमेठी की जनता को एक बात समझ लेनी चाहिए कि अगर जीजाजी यहां आते हैं, तो आप लोगों को अपने कागज छुपाने होंगे। जीजाजी की नजर जगदीशपुर पर है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अमेठी में जीजा हो या साला, हर वोटर मोदी का मतवाला है। उनके नाम के अमेठी में पोस्टर तक लग गए थे। रॉबर्ट वाड्रा ने पोस्ट में लिखा, राजनीति की कोई भी शक्ति, पद हमारे परिवार के बीच नहीं आ सकता। हम सभी अपने महान राष्ट्र की जनता और जनता की बेहतरी के लिए हमेशा काम करेंगे, करेंगे और करते रहेंगे। आपके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद। रॉबर्ट ने आगे लिखा कि मैं सदैव अपनी जनसेवा के माध्यम से यथासंभव लोगों की मदद करूंगा। इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा का टिकट कटने पर बीजेपी की तरफ से तंज भी कसा गया था। पार्टी का कहना था कि वाड्रा परिवार को किनारे लगा दिया गया है।
लोकसभा चुनाव में यूपी से कांग्रेस ने आखिरी दिन अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। कांग्रेस ने अमेठी से पार्टी के करीबी रहे किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया। वहीं, रायबरेली से राहुल गांधी ने खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया। पार्टी ने रायबरेली में सोनिया गांधी की विरासत को राहुल को सौंप दी। वहीं, पार्टी ने अमेठी से अपने परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट देने के बजाय गैर-गांधी को चुनाव लड़ाने की रणनीति पर आगे बढ़ने का फैसला किया। दरअसल, प्रियंका गांधी भी खुद भी अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं थीं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं। बीते दिनों रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के संकेत भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि वो और उनका परिवार देश के विकास में जीजान से लगा हुआ है। ऐसे में अगर उन्हें देश के विकास में योगदान देने का मौका मिलेगा, तो वो अपने आपको भाग्यशाली समझेंगे। इसके बाद से माना जा रहा था कि वो बीजेपी की स्मृति ईरानी के खिलाफ अमेठी से ताल ठोक सकते हैं। अमेठी में तो रॉबर्ड वाड्रा को लेकर पोस्टर तक लग गए थे। बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा अमेठी के अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें काफी तेज थी। उनके नाम के अमेठी में पोस्टर तक लग गए थे। रॉबर्ट वाड्रा ने पोस्ट में लिखा, राजनीति की कोई भी शक्ति, पद हमारे परिवार के बीच नहीं आ सकता। हम सभी अपने महान राष्ट्र की जनता और जनता की बेहतरी के लिए हमेशा काम करेंगे, करेंगे और करते रहेंगे। आपके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद। पोस्टर में कहा गया था कि ‘अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अबकी बार, निवेदक अमेठी की जनता। यह पोस्टर अमेठी कांग्रेस कार्यालय, गौरीगंज कांग्रेस कार्यालय, हनुमान तिराहा, स्टेशन तिराहा और स्टेशन पर लगाए गए हैं। इसके बाद से माना जा रहा था कि रॉबर्ट की राजनीति में एंट्री तय है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में चुनावी सभा को संबोधित करने के क्रम में रॉबर्ट वाड्रा पर निशाना साधा था। स्मृति का कहना था कि पहले कांग्रेस के लोग राहुल गांधी की मांग कर रहे थे, लेकिन अब ये लोग जीजाजी की मांग कर रहे हैं। अमेठी की जनता को एक बात समझ लेनी चाहिए कि अगर जीजाजी यहां आते हैं, तो आप लोगों को अपने कागज छुपाने होंगे। जीजाजी की नजर जगदीशपुर पर है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अमेठी में जीजा हो या साला, हर वोटर मोदी का मतवाला है।