मध्य प्रदेश के सागर से एक बड़ी खबर सामने आई है! अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे चौथे गार्ड ने ‘स्टोनमैन’ की यही पहचान बताई है। हमला होते ही उसकी नींद खुल गई और ‘स्टोनमैन’ के चौथे शिकार होने से बच गया है। यह घटना एमपी के सागर जिले की है, जहां एक ‘स्टोनमैन’ ने शहर की नींद उड़ा दी है। ‘स्टोनमैन’ सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर रहा है। वह पत्थर और लकड़ी के टुकड़े का इस्तेमाल कर रहा है। सागर में अब तक तीन सिक्योरिटी गार्ड का शिकार किया है। चौथे की किस्मत सही थी कि वह बच गया। इसके हत्या की शैली को देखते हुए शहर के लोग ‘स्टोनमैन’ कह रहे हैं। साथ ही इसे एक सीरियल किलर माना जा रहा है। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए एक टीम गठित की है।इस खौफनाक किलर का नाम सागर के लोगों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। सागर के लोग दहशत में हैं क्योंकि एक सीरियल किलर सो रहे सुरक्षा गार्डों को निशाना बना रहा है। वह उनके सिर पर हथौड़े, पत्थरों और कुदाल की लकड़ी के हैंडल से वार करता है। कभी-कभी मौके पर कॉलिंग कार्ड छोड़ देता है। आधिकारिक तौर पर पुलिस यह इनकार कर रही है कि इन वारदातों को एक सीरियल किलर कर रहा है। पिछले 48 घंटों में दो सहित तीन मौतों की पुष्टि में अब तक अपराध के एक ही पैटर्न सामने आए हैं। वहीं, चौथा शिकार अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। ‘स्टोनमैन’ ने उसका सिर फोड़ दिया है।
पुलिस अभी इसे सीरियल किलिंग का मामला नहीं मान रही है। वहीं, इन हमलों के पैटर्न एक जैसे हैं, इससे सीरियल किलिंग का मामला लगता है। अब पुलिस सीरियल किलिंग वाले एंगल से जांच करेगी। साथ ही इन हत्याओं में समानता क्या है, इसे भी देखेगी। एमपी के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि वह इस मामले को देख रहे हैं। हत्यारे की तलाश के लिए एक टीम गठित कर दी गई है। रणनीतिक स्थानों पर सशस्त्र अंडरकवर पुलिस तैनात कर दी गई है।
आदेश खमरा की यादें ताजा
अगर यह पूरा मामला सीरियल किलिंग का निकला तो एमपी में आदेश खमरा की यादें फिर से ताजा हो जाएंगी। खमरा एमपी का सबसे खतरनाक सीरियल किलर था। वह ट्रक ड्राइवरों को निशाना बनाता था। उसने कुल 34 ट्रक ड्राइवरों की हत्या की थी। आदेश खमरा हाईवे पर लोगों को मुस्कुराता हुआ मिलता था और उसकी बेरहमी से हत्या कर देता था। आदेश खमरा को पुलिस ने 2018 में गिरफ्तार कर लिया था।
सागर में अभी तक एक ही पैटर्न के चार केस मिले हैं। इसमें दूसरे पीड़ित का फोन तीसरे की हत्या वाली जगह पर मिला है। मारे गए तीन गार्डों के नाम उत्तम रजक, कल्याण लोधी और शंभूराम दुबे हैं, जिनकी उम्र 50-60 साल के बीच है। चौथे शिकार मंगल अहिरवार पर मंगलवार की रात हमला हुआ था। सिर में गंभीर चोट होने के कारण उसे इलाज के लिए भोपाल रेफर कर दिया गया है। अहिरवार पर हमला तब हुआ था, जब मंगलवार की रात वह सागर के मोती नगर इलाके में ड्यूटी कर रहा था। उसकी जान इसलिए बच गई क्योंकि वह जाग गया। वहीं, रहस्यमय हत्यारे के बारे में पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे हैं। अधिकारी इस गार्ड को ठीक होने का इंतजार कर रहे है।
वहीं, सागर पुलिस ने चौथे घायल गार्ड से बात की है। सागर एसपी तरुण नायक ने बताया कि मैंने घायल गार्ड से बात की है। वह केवल एक चीज याद कर रहा है कि वह आदमी सफेद शर्ट और काली पतलून में था। उन्होंने कहा कि लोधी और दुबे की रविवार और सोमवार की रात में छावनी और सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई, जिसे लेकर शहर में विरोध-प्रदर्शन हुआ था।
वहीं, एक बात और है कि सिक्योरिटी गार्ड्स की हत्या रात में हो रही है। इन सिक्योरिटी गार्ड्स पर हमला तब करता है, जब ड्यूटी के दौरान इन्हें नींद लग जाती है। हत्या की शुरुआत इस साल मई महीने से शुरू हुई है, जब मकरोनिया बांदा रोड पर एक ओवरब्रिड निर्माण स्थाल पर चौकीदार के रूप में काम करने वाले 58 वर्षीय उत्तम रजक की हत्या हो घई।बताया गया कि सागर से 15 किमी दूर पिपरिया करकट निवासी उत्तम अपनी रात की ड्यूटी के लिए हर दिन शहर की यात्रा करता था। नींद में ही उसकी मौत हो गई थी। किलर पीड़ित के कुचले हुए चेहरे पर जूता रखा था। यह एक गंभीर रूप था। पुलिस ने इसे नियमित मामला मानकर इसकी जांच की। साथ ही इसमें कोई और लिंक नहीं मिला था।
वहीं, मंगलवार की सुबह स्थानीय लोगों ने सागर आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज के एक सुरक्षा गार्ड को कैंटीन के पास मृत पाया। उसकी भी नींद में ही मौत हो गई थी। फोरेंसिक टीम को उसके शरीर के पास खून से लथपथ पत्थर मिला। हत्या की इस घटना से आक्रोश फैल गया है। निवासियों ने उसके शव को सड़क पर रख दिया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही पास से एक मोबाइल फोन भी मिला है। इसका सिम कार्ड गायब था।तीसरे गार्ड की हत्या के बाद वहां से एक फोन मिला है। उसकी जांच की गई तो पता चला कि यह फोन 57 वर्षी लोधी का है। लोधी भी सिक्योरिटी गार्ड था, जिसकी एक दिन पहले भैंसा की एक फैक्ट्री में हत्या हो गई थी। वहीं, इस फोन में सिम कार्ड नहीं था। शायद यही वजह है कि इन हत्याओं के तार आपस में जुड़ रहे हैं।
तीन सिक्योरिटी गार्डों की हत्या के बाद सागर पुलिस मुख्यालय में एक हाईलेवल मीटिंग हुई है। तीनों हमलों की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। अधिकारी उन इलाकों में सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं, जहां हत्याए हुई हैं और सादे कपड़ों में कर्मियों को तैनात किया गया है।पुलिस ने कहा है कि हत्याओं के पीछे कोई साइको किलर नहीं है, जैसा कि लोगों को डर है। एसपी तरुण न्यास ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि मई की घटना कोई संबंध इनसे है कि नहीं। उन्होंने कहा कि हम आरोपी को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सागर की घटना संज्ञान में आया है। हमने सागर एसपी से बात की है। पुलिस को अलर्ट किया गया है। पुलिस वहां जनजागरण अभियान भी चला रही है। साथ ही अलग-अलग सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं। सीसीटीवी में कुछ लोग दिखे हैं। इसे जल्द से जल्द से सुलझा लिया जाएगा। अभी तक की चर्चाओं में यह बात सामने आ रही कि एक ही व्यक्ति इसको कर रहा है। वहीं, जब तक पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होगी।