महिला कुश्ती बाज के लिए क्या सोच रहा है पूरा देश ?

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आज हम आपको बताएंगे कि महिला कुश्ती बाज के लिए पूरा देश आखिर क्या सोच रहा है! विनेश बेहोश हो गईं। उन्हें पता चला कि फाइनल मुकाबला नहीं खेल सकतीं। क्यों? क्योंकि उनका वजन तय सीमा से 100-150 ग्राम ज्यादा है। यह खबर फ्रांस से भारत पहुंची और पूरा देश बदहवास, हर कोई सन्न… ये क्या हुआ! कल ओलिंपिक के सेट पर धड़ाधड़ पटखनी दे रहीं विनेश फोगाट यूं गेम से बाहर हो जाएंगी, ये कौन सोच सकता है! भारतीय कुश्ती के इतिहास में पहला ओलिंपिक गोल्ड मेडल मिलने का सपना देख रहा पूरा देश ये कैसे विश्वास करे कि गोल्ड क्या कोई मेडल नहीं मिल पाएगा! सपनों पर इतना बड़ा आघात, उम्मीदों पर इतना बड़ा प्रहार, आकांक्षाओं को इतना बड़ा झटका! ये महज नियम पर खरा उतरने में चूक का मामला नहीं, एक त्रासदी है। पेरिस में मिले जख्म ने विनेश को अस्पताल ही नहीं पहुंचाया, भारत की भावनाओं को रौंद दिया। सोशल मीडिया के घरौंदे में करोड़ों आहत मन का चित्कार गूंज रहा है।जिसने उसे खून के आंसू रुलाए थे। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, “एक ही दिन में दुनिया की तीन धुरंधर पहलवानों को हराने के बाद आज विनेश के साथ-साथ पूरा देश भावुक है। किसी को नियम की आड़ में बेईमानी की बू आ रही है तो कोई ओलिंपिक का बहिष्कार करने तक का मन बना चुका है। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान विरेन रासकिन्हा मंगलवार की रात एक्स पर पोस्ट करते हैं और विनेश की यात्रा को तस्वीरों में दिखाते हैं। वो लिखते हैं, ’17 अगस्त, 2023 को विनेश की एसीएल सर्जरी हुई। 25 अगस्त, 2023 को विनेश ने 29वीं जन्मदिन मनाया। हमने विनेश को पेरिस ओलिंपिक के लिए पूरी तरह तैयार करने का संकल्प लिया। 6 अगस्त, 2024 को विनेश ओलिंपिक्स फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। अब तो सिर्फ गोल्ड पर नजर है। सपनों का एकमात्र लक्ष्य तिरंगा।’

सोचिए, आज विरेन के दिल पर क्या बीत रही होगी? फिर विरेन ही क्यों, यही सपना तो पूरा भारत देख रहा था। सोहोम लिखते हैं, ‘विनेश फोगाट फाइनल में पहुंचने के बाद रातभर नहीं सोईं और अतिरिक्त दो किलो वजन घटाने के लिए कड़ी मेहनत करती रहीं। लेकिन 100 ग्राम से छंट गईं और अब अस्पताल में हैं। आखिर हम भी इस सदमे से कैसे उबर पाएंगे? यह भारतीय खेल इतिहास का संभवत: सबसे निष्ठुर, विनाशकारी और हृदय विदारक घटना है।’

विनेश, आप चैंपियनों की चैंपियन हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, पूरे देश समवेत स्वर यही है। आप अभी अस्पताल में हैं और हम सदमें में। लेकिन हर व्यक्ति, समाज, राष्ट्र के जीवन में उतार-चढ़ाव भरा दौर आता है। प्रकृति का यह नियम स्वीकार करके आपको, हमको, सबको उबरना होगा। हम उबरेंगे, आप फिर मैदान में होंगी। विजेता तो हम एक-एक भारतीय आपको मान ही चुके हैं, बस सुनहरे तमगे के लिए और चार बरस का इंतजार कर लेंगे। 100 ग्राम वजन का बढ़ना, आपका गौरव नहीं घटा सकता। हमें आप पर करोड़ों-अरबों टन का गर्व है। इसी बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पेरिस ओलंपिक में फाइनल में स्थान बनाने के लिए महिला पहलवान विनेश फोगाट को मंगलवार को बधाई दी और कहा कि आज भारत की बहादुर बेटी के सामने सत्ता का वो पूरा तंत्र धराशाई पड़ा था, जिसने उसे खून के आंसू रुलाए थे। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, “एक ही दिन में दुनिया की तीन धुरंधर पहलवानों को हराने के बाद आज विनेश के साथ-साथ पूरा देश भावुक है।

राहुल ने कहा कि जिन्होंने भी विनेश और उसके साथियों के संघर्ष को झुठलाया, उनकी नीयत और काबिलियत तक पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए, उन सभी को जवाब मिल चुका है। उन्होंने कहा कि आज भारत की बहादुर बेटी के सामने सत्ता का वो पूरा तंत्र धराशाई पड़ा था जिसने उसे खून के आंसू रुलाए थे। कांग्रेस नेता ने कहा, “चैम्पियंस की यही पहचान है, वो अपना जवाब मैदान से देते हैं। बहुत शुभकामनाएं विनेश। पेरिस में आपकी सफलता की गूंज, दिल्ली तक साफ सुनाई दे रही है।”

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने विनेश के फाइनल में पहुंचने से पहले एक्स पर पोस्ट किया, “शाबाश विनेश फोगाट। मैं जानती हूं कि आपके लिए यह सिर्फ ओलंपिक का कठिन मुकाबला भर नहीं है। आपने दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी को तो हराया ही, यह मैदान के भीतर और बाहर आपके संघर्षों की भी जीत है।” उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया आपके हाथों में लहराता हुआ तिरंगा देख रही है। आप इस देश का गौरव हैं और हमेशा रहेंगी। खूब शुभकामनाएं। जय हो! विजय हो!