एक ऐसी घटना जिसमें एक ट्रांसजेंडर ने हाई प्रोफाइल कत्ल कर दिया! 3 मई 2024 को गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में रात के लगभग तीन बजे अचानक एक हलचल हुई। कुछ लोगों को इलाके के खेतान पब्लिक स्कूल के पास एक आदमी खून से लथपथ पड़ा मिला। पुलिस को खबर दी गई तो कुछ ही देर में पीसीआर वैन मौके पर पहुंच गई। घायल शख्स को तुरंत पास के नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। घायल शख्स ने दम तोड़ दिया। तब तक हॉस्पिटल के बाहर एक भीड़ जमा हो गई। शिनाख्त हुई तो पता चला कि मरने वाला टाटा स्टील का नेशनल बिजनेस हेड विनय त्यागी है। मामला हाई प्रोफाइल मर्डर का था। पुलिस के आला अफसर भी कुछ देर बाद हॉस्पिटल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी। विनय त्यागी का ट्रांसफर हाल ही में कोलकाता से दिल्ली हुआ था। वो हर दिन मेट्रो से ही साहिबाबाद के राजेंद्र नगर इलाके में स्थित अपने घर आते थे। कत्ल वाली रात मेट्रो से उतरने के बाद करीब 11 बजे उन्होंने फोन पर अपने परिजनों से बात भी की, लेकिन इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
पुलिस ने सबसे पहले मौका-ए-वारदात के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। काफी छानबीन के बाद पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरे में संदिग्ध बाइक नजर आई। बाइक पर चार लोग सवार थे। वारदात वाली रात ये बाइक कई बार इस इलाके में घूमती दिखी। पुलिस ने अब इस बाइक का डिजिटल फुटप्रिंट निकालना शुरू किया। आस-पास के तकरीबन 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, तो पता चला कि ये बाइक वारदात वाली जगह से निकलकर लोनी के रास्ते दिल्ली की तरफ गई है। रास्ते में कई जगह ये लोग बाइक से रुके भी। मामले में पुलिस को अब पहला सुराग मिल चुका था।
पुलिस की टीमें इन चारों की तलाश में जुट गई। कड़ियां जोड़ी गईं और कुछ दिन बाद पुलिस को इनका सुराग मिल गया। मुखबिरों से पुलिस को पता चला कि ये चारों 9 मई की रात को दिल्ली से भागने की फिराक में हैं। पुलिस ने अपना जाल बिछा दिया। दिल्ली से यूपी में एंट्री के सभी पॉइंट्स पर पुलिस ने अपनी निगाहें जमा दी। शुक्रवार यानी 9 मई की रात करीब साढे तीन बजे पुलिस को लोनी से राजनगर एक्सटेंशन की तरफ आने वाले रोड पर एक बाइक आती दिखी। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, तो बाइकसवार भागने लगे। पुलिस ने भी अपनी गाड़ी बाइक के पीछे लगा दी।
कुछ दूर जाकर पार्श्वनाथ बिल्डिंग के पास बाइक फिसल गई। पुलिस की गाड़ी उनके पास पहुंचने ही वाली थी कि बाइकसवार बदमाशों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की तरफ से 9 राउंड फायरिंग हुई और एक गोली यूपी पुलिस के एक सब इस्पेक्टर को लगी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली से एक बदमाश वहीं ढेर हो गया। अपने एक साथी को मरता देख, बाकी तीन भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया और दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान मौके का फायदा उठाकर एक बदमाश फरार होने में कामयाब हो गया।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों से पूछताछ हुई तो विनय त्यागी मर्डर केस की पूरी कहानी खुल गई। पुलिस के मुताबिक, इस वारदात को चार लोगों ने अंजाम दिया था। लवकुश, युग, दक्ष उर्फ अक्की और आमिर। इनमें से अक्की को ट्रांसजेंडर बताया जा रहा है। बता दें कि परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी। विनय त्यागी का ट्रांसफर हाल ही में कोलकाता से दिल्ली हुआ था। वो हर दिन मेट्रो से ही साहिबाबाद के राजेंद्र नगर इलाके में स्थित अपने घर आते थे। कत्ल वाली रात मेट्रो से उतरने के बाद करीब 11 बजे उन्होंने फोन पर अपने परिजनों से बात भी की, लेकिन इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पाया। इन चारों को ड्रग्स के नशे की लत थी। चारों पहले भी दिल्ली में कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं। 3 मई की रात को इन्होंने पहले दिल्ली के सीलमपुर इलाके में ड्रग्स ली और इसके बाद चारों एक बाइक से गाजियाबाद पहुंच गए। यहां भी इन्होंने नशा किया। ये चारों और नशा करना चाहते थे, लेकिन इनके पास रुपए नहीं थे। ऐसे में इन्होंने लूट की योजना बनाई।