एक ऐसा समय भी था जब अमिताभ बच्चन मौत के मुंह से निकलकर बाहर आए थे! अमिताभ बच्चन का बर्थडे वैसे तो हर साल 11 अक्टूबर को आता है, पर 2 अगस्त को भी उनका बर्थडे मनाया जाता है। फैंस और शुभचिंतकों के लिए 2 अगस्त अमिताभ बच्चन का दूसरा जन्म दिवस है। यह वो दिन है, जब अमिताभ 42 साल पहले मौत को चकमा देकर घर वापस लौटे थे। तब उनका खूब गर्मजोशी से स्वागत किया गया था। सभी देशवासियों ने जश्न मनाया था। दो अगस्त 2024 को कई फैंस ने अमिताभ का दूसरा बर्थडे मनाया, जिसके लिए उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सभी का धन्यवाद दिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जो 42 साल पुराना है, जिसमें अमिताभ बच्चन अस्पताल से ठीक होने के बाद घर लौटे। धूमधाम से उनका स्वागत किया गया। भारी भीड़ थी और उसके बीच अमिताभ की आरती उतारी गई।
दरअसल, 26 जुलाई 1982 में फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को गंभीर चोट आई थी। एक एक्शन सीन के दौरान पुनीत इस्सर ने अमिताभ के पेट में जोरदार मुक्का मार दिया था। मुक्का लगते ही अमिताभ जमीन पर गिर पड़े थे और दर्द से कराहने लगे थे। पुनीत इस्सर मार्शल आर्ट में माहिर थे और उनका मुक्का तेज लगा। अमिताभ को तेज दर्द हो रहा था। डॉक्टरों को भी दिखाया, पर परेशानी पकड़ में नहीं आई।
इसी बीच अमिताभ बच्चन की हालत बिगड़ती चली गई। बार-बार टेस्क के बाद भी पता नहीं चल पा रहा था कि दिक्कत क्या है। तब वेल्लोर के डॉ. भट्ट ने अमिताभ का टेस्ट किया और बताया कि उनके पेट में चोट लगी है और मवाद पड़ने लगा है। अमिताभ की तुरंत ही इमर्जेंसी सर्जरी की गई। उस वक्त पूरा देश उनके लिए प्रार्थना करने लगा। जगह-जगह हवन किए जाने लगे। लेकिन सर्जरी के बाद भी अमिताभ की हालत नहीं सुधरी। फिर उन्हें ब्रीचकैंडी हॉस्पिटल लाया गया, जहां वह कुछ देर के लिए ‘क्लीनिकली डेड’ घोषित कर दिए गए थे। पूरे देश में मातम सा पसर गया था। मंदिर से मस्जिद, दरगाह, चर्च और गुरुद्वारों में सभी ने अपने हीरो के लिए दुआ और प्रार्थना शुरू कर दी।
धीरे-धीरे अमिताभ बच्चन की हालत सुधरने लगी और 2 अगस्त 1982 को डॉक्टरों की मेहनत के दम पर अमिताभ फिर से जी उठे। उनका हालत ठीक होने लगी और वह घर वापस लौट आए। जब घर आए तो उनके शानदार स्वागत के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी। यही नहीं 12वीं फेल’ के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने एक बार जब अमिताभ बच्चन को चार करोड़ की रोल्स रॉयस गिफ्ट की थी, तो मां ने उन्हें जोरदार थप्पड़ मार दिया था। यह साल 2007 की बात है, जब वह अमिताभ के साथ फिल्म ‘एकलव्य: द रॉयल गार्ड’ में काम कर रहे थे। विधु विनोद चोपड़ा ने अब एक इंटरव्यू में मां के थप्पड़ मारने और उस फिल्म के शूट का किस्सा सुनाया है। विधु विनोद चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में बताया, ‘वहां क्राइसिस ये था कि मैं अमिताभ के लिए कमरा बुक कर सकता था, लेकिन फिर मैं अन्य स्टार्स- सैफ अली खान और संजय दत्त को नहीं छोड़ सकता था। मुझे उनके लिए कमरे भी बुक करने पड़ते और इसी तरह फिल्में बजट से अधिक हो जाती हैं। तब मैं ‘एकलव्य’ जैसी बारीक फिल्म नहीं बना पाता। उस स्थिति में, आप एक खराब फल्म बना सकते हैं, जो हर जगह काम करती है।’ ‘एकलव्य’ बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी, पर इसे क्रिटिक्स ने खूब सराहा था। यही नहीं, इस फिल्म को उस साल भारत की तरह से ऑस्कर्स में भी भेजा गया था।
अमिताभ बच्चन को 4 करोड़ की रोल्स रॉयस गिफ्ट करने पर मां ने उन्हें थप्पड़ मारा था, जबकि वह खुद मारुति चलाते थे। वह बोले, ‘मैं उस घटना को कभी नहीं भूलूंगा। जब मैं अमिताभ को कार गिफ्ट कर रहा था तो मैं मां को अपने साथ ले गया था। उन्होंने अमिताभ को चाबियां दीं और वापस आकर मेरी कार में बैठ गईं, जो नीले रंग की मारुति वैन थी। उन्होंने बिग बी को ‘लंबू’ कहा। उस समय मेरे पास ड्राइवर नहीं था, इसलिए मैं गाड़ी चला रहा था। मां ने मुझसे कहा, ‘तू लम्बू नु गाड़ी देदी? मैंने कहा कि हां, तो उन्होंने पूछा, ‘तू खुद क्यूं नहीं लेता गाड़ी?’ मैंने जवाब दिया कि ले लूंगा, अभी टाइम है। फिर उन्होंने गाड़ी की कीमत पूछी और कहा कि 11 लाख की तो होगी। मैं जोर से हंसा क्योंकि मां को पता नहीं था कि वो गाड़ी 4 करोड़ रुपये की थी।’ विधु विनोद चोपड़ा ने जैसे ही मां को गाड़ी की कीमत बताई तो उन्होंने थप्पड़ मार दिया और उन्हें बेवकूफ कहा।