हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी मां से मिले हैं! फादर्स डे’ पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर वायरल हैं। तस्वीर में उन्होंने अपनी मां के झुर्रियों भरे हाथों को पकड़ा हुआ है। ‘फादर्स डे’ पर मां के साथ योगी आदित्यनाथ की ये तस्वीर बहुत कुछ बयां कर रही हैं। योगी आदित्यनाथ जिसे कोई ‘बुलडोजर बाबा’ कहता है तो कोई ‘सख्त सीएम’ कहता है। जिसके नाम से बदमाश थर्र-थर्र कांपते हो, वो शख्स जब एक मासूम बच्चे की तरह अपनी मां के आंचल में बैठा नजर आए तो नजारा बहुत भावुक होता है। मां से मुस्कुराकर बात करते योगी आदित्यनाथ की बॉडी लैंग्वेज को पढ़ना हर किसी की बसकी बात नहीं है। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में जन्मा ‘अजय सिंह बिष्ट’ हिमालय से बड़ा इरादा रखकर योगी आदित्यनाथ बना है। आज भले ही योगी बीजेपी के फायर ब्रांड नेता हों, भले ही यूपी के धाकड़ सीएम हों, लेकिन दिल से आज भी वो एक ‘पहाड़ी लड़का’ है। वो पहाड़ी लड़का जो अपने खेत, पहाड़ों, नदियों और झरनों को अलविदा कहकर नौकरी की तलाश में दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों की तरफ निकल जाता है। 22 साल की उम्र में उन्होंने अपने पारिवारिक जीवन को त्याग दिया और वो सन्यास की राह पर आगे बढ़ गए। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में एक हिंदू मठ, गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं, वह अपने आध्यात्मिक पिता महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद सितंबर 2014 से इस पद पर हैंं।वो पहाड़ी लड़का जो दुनिया के किसी के कोने में रहे लेकिन उसके दिल से हिमालय दूर नहीं होता। मां से मुलाकात के वक्त योगी के चेहरे की मुस्कान बताती है कि वह अपनी मां से कितना प्यार करते हैं। ‘फादर्स डे’ पर मां के स्पर्श ने योगी को पिता की याद भी जरूर दिलाई होगी। वो पिता जिनके अंतिम संस्कार में ना पहुंच पाने की टीस आज भी उनके दिल में है। योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन कोरोना काल के दौरान साल 2020 में हुआ था। वह अंतिम बार अपने पिता के दर्शन भी नहीं कर पाए। योगी आदित्यनाथ ने फैसला लिया था कि वह लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे और अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। योगी ने अपने घरवालों से भी अपील की है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हों। उन्होंने इस दुख की घड़ी में अपनी मां को एक भावुक पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा है कि उन्हें अपने पिता की मृत्यु का दुख है। वह उन्हें अंतिम बार देखना भी चाहते थे लेकिन वैश्विक महामारी के चलते वह ऐसा नहीं कर सके। योगी ने एक बहुत ही भावुक पत्र लिखा है और जिसमें उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन के ऊपर अपने कर्तव्य को रखने की बात कही है।
योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। मां-पिता ने उनके नाम अजय सिंह बिष्ट रखा। उन्होंने विज्ञान में स्नातक किया। अपने छात्र जीवन के दौरान उन्होंने कई सामाजिक गतिविधियों और आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। 22 साल की उम्र में उन्होंने अपने पारिवारिक जीवन को त्याग दिया और वो सन्यास की राह पर आगे बढ़ गए। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में एक हिंदू मठ, गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं, वह अपने आध्यात्मिक पिता महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद सितंबर 2014 से इस पद पर हैंं।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स में अपनी मां से मुलाकात की। मुलाकात की फोटो सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘मां।’ फोटो में देखा जा सकता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी मां सावित्री देवी से उनका हालचाल पूछ रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीएम योगी की मां के साथ फोटो वायरल हो रही है। इस पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सीएम योगी की मां की कई दिनों से तबीयत खराब थी, जिसके बाद उन्हें ऋषिकेश एम्स लाया गया। पिता जिनके अंतिम संस्कार में ना पहुंच पाने की टीस आज भी उनके दिल में है। योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन कोरोना काल के दौरान साल 2020 में हुआ था। वह अंतिम बार अपने पिता के दर्शन भी नहीं कर पाए।इससे पहले सीएम योगी की मां को आंखों में इंफेक्शन की वजह से ऋषिकेश एम्स में एडमिट कराया गया था। वहीं, सीएम योगी एक महीने में दूसरी बार अपनी मां से मिलने एम्स पहुंचे।