हाल ही में दिल्ली के पीडब्ल्यूडी का सिस्टम बारिश के चलते बह गया है! अंडरपास में जलभराव न हो, इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने जो इंतजाम किए हैं, वह पहली बारिश में ही फेल हो गए। सभी अंडरपास में घंटों पानी भरा रहा और इस दौरान ट्रैफिक भी बंद रहा। पानी निकासी के लिए लगे मोटर पंप भी कई जगह काम नहीं कर रहे थे। ड्रेन भी ब्लॉक थे जिससे पानी नाले के जरिए आगे जा ही नहीं पा रहा था। आजादपुर अंडरपास, लामपुर अंडरपास, शालीमार बाग अंडरपास, प्रेमबाड़ी पुल अंडरपास, मधुबन चौक अंडरपास सभी जगह जलभराव की समस्या रही। पहली बारिश में मिंटों ब्रिज के नीचे भी पानी जमा हो गया। पानी निकासी के लिए यहां दो पंप हाउस बनाए गए हैं, जिसमें से एक पंप हाउस में 5 व दूसरे में 8 मोटर पंप लगे हैं। लेकिन इसमें से पांच मोटर पंप काम ही नहीं कर रहे थे, जिससे अंडरपास के नीचे दोनों तरफ जलभराव की समस्या गंभीर हो गई। पहाड़गंज और पुरानी दिल्ली की ओर से आने वाला पानी भी अंडरपास के नीचे जमा हो गया।
बारिश के बाद द्वारका अंडरपास में भी जलभराव की स्थिति गंभीर रही। पानी निकासी के लिए अंडरपास में 10 -12 मोटर पंप लगे हैं। लेकिन, जैसे ही बारिश का पानी अंडरपास में जमा होने लगा, मोटर पंप चले ही नहीं। करीब दो घंटे तक मोटर पंप न चलने की वजह से द्वारका अंडरपास लगभग डूब-सा गया। पीडब्ल्यूडी अफसरों का कहना है कि सुबह बिजली नहीं थी, जिसके चलते मोटर पंप 2 घंटे नहीं चले और इसी के चलते अंडरपास में पानी भर गया। लेकिन, जैसे ही बिजली आई, दोपहर 2 बजे तक अंडरपास से पानी निकाल दिया गया। बारिश के बाद पीडब्ल्यूडी के इस अंडरपास में जलभराव की समस्या रही। अंडरपास के नीचे जलभराव न हो, इसके लिए दो साल पहले पीडब्ल्यूडी ने संप-वेल बनाया था और मोटर पंप भी लगाया है। लेकिन, ये तमाम इंतजाम काम नहीं आए। जैसे ही बारिश हुई, अंडरपास में दोनों तरफ पानी जमा हो गया। अंडरपास से पानी को मोटर से जल बोर्ड के नाले में फ्लड किया जाने लगा। लेकिन, नाला ही जाम था, जिससे पानी आगे जा ही नहीं रहा था। इसके चलते कई घंटे तक अंडरपास में पानी जमा रहा और ट्रैफिक बंद रहा।
जखीरा अंडरपास में जलभराव की समस्या रही। अंडरपास में पानी निकासी के लिए पीडबल्यूडी ने 9 मोटर पंप लगाए हैं। लेकिन, कई मोटर पंप तो पानी में ही डूब गए थे। कुछ मोटर पंप जो बाहर लगे थे, वह चल तो रहे थे लेकिन, उससे पानी जिस नाले में फेंका जा रहा था, वह नाला ही जाम था। जिससे पानी आगे की ओर नहीं बढ़ रहा था। किसी तरह से नाले से गाद हटाकर पानी के जाने का रास्ता बनाया गया और इसके बाद अंडरपास से पानी निकासी हो पाया।
आजाद मार्केट अंडरपास में भी शुक्रवार को जलभराव की स्थिति गंभीर रही। जलभराव के चलते सुबह एक बस फंस गई। यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। रस्सी और राफ्ट का इस्तेमाल कर यात्रियों को बस से सुरक्षित बाहर निकाला गया।सीनियर आप नेता और जल मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 228 मिलीमीटर वर्षा हुई जो जून माह में 1936 से अबतक सर्वाधिक है। उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि दिल्ली में कुल मॉनसूनी बारिश (800 मिमी) का 25 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ 24 घंटे में बरसा है। इसके कारण कई इलाकों में नाले उफना गए और पानी निकलने में समय लगा।’
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पानी की कमी के कारण दिल्ली के तीन महीने तक अराजकता झेलने के बाद अब मॉनसून की तैयारी में आप सरकार की विफलता दर्शाती है कि उसे सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। दक्षिण दिल्ली के बीजेपी सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मांग की कि दिल्ली सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए । उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी ‘लापरवाही, अक्षमता एवं अकार्यकुशलता के कारण’ शहर में बाढ़ आ गयी है।
आतिशी के बंगले में पानी भर जाने के बाद उनपर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों का उनपर से भरोसा उठ गया है । उन्होंने आरोप लगाया कि नालों से गाद नहीं निकाले जाने के लिए दिल्ली सरकार और एमसीडी में भ्रष्टाचार जिम्मेदार है और वर्षा से इसे सही साबित कर दिया है । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने अंडरपास में फंसी बस से अग्निशमन कर्मियों द्वारा एक व्यक्ति को बाहर निकाले जाने का वीडियो साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा कि दिल्ली सरकार की इससे बड़ी विफलता क्या हो सकती है।