हाल ही में पीएम मोदी लालकृष्ण आडवाणी से मिलने पहुंचे हैं! लोकसभा चुनाव जीतने और एनडीए गठबंधन द्वारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बीजेपी के वयोवृद्ध और दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी के घर उनसे मिलकर उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। दिन के करीब ढाई बजे थे। सिर पर चिलचिलाती धूप और बेसुध कर देने वाली गर्मी में जब तमाम सड़कें सूनी नजर आ रही थीं यकायक गाड़ियों का एक लंबा काफिला पृथ्वीराज रोड के बंगला नंबर–30 के सामने आ रुकता है। काफिले को देखकर बंगले के दरवाजे बड़े अदब से खुल जाते हैं और काफिले की एक बड़ी गाड़ी अंदर पोर्टिको की ओर बढ़ जाती है। गाड़ी के रुकते ही उससे बाहर निकलते हैं आज के प्रधानमंत्री और उस वक्त के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। सामने घर की दहलीज पर स्वागत के लिए विराजमान थीं गृहस्वामी लालकृष्ण आडवाणी स्वागत प्रणाम के बाद प्रतिभा मोदी जी को घर के अंदर ले जाती हैं। यही–कोई 15–20 फुट लंबी ड्योढी पार करके बाईं ओर बने कमरे में जैसे ही नरेंद्र मोदी प्रवेश करते हैं, कमरे के एक कॉर्नर पर दाईं ओर उनके सामने चिरपरिचित मुस्कान से स्वागत करते लालकृष्ण आडवाणी बैठे थे। आडवाणी जी आमतौर पर इसी कुर्सी बैठकर मुलाकातियों से मिलते हैं। घर आए मोदी को देख आडवाणी उठ खड़े हुए। नमस्कार और एक–दूजे का हालचाल पूछने के बाद चुनाव जीतने और एनडीए का नेता चुने जाने पर बधाइयां भी हुईं। तमाम चर्चा भी चलती रही और साथ में मुंह मीठा कराने की रस्म और चायपानी का सिलसिला भी हुआ। दोनों ने बड़ी प्रसन्नता से बातें कीं। शायद एक लंबे अंतराल के बाद ऐसा हो रहा था।की सुपुत्री प्रतिभा आडवाणी।
बातचीत कुछ इस माहौल, कुछ इस अंदाज में हो रही थी कि बाहर की भीषण कुदरती गर्मी और देशभर में चली चुनावी सरगर्मी के उस माहौल में मुलाकात के इस कमरे में एसी की ठंडक के बीच भी दिलों और आपसी रिश्तों में गर्माहट का अहसास वहां मौजूद लोगों को आसानी से हो रहा था। सब मुलाकाती गदगद थे। आडवाणी परिवार के साथ समय बिताने के दौरान नरेंद्र मोदी ने उन्हें बताया कि इस बार का चुनाव कैंपेन कैसा रहा। उन्होंने अपने वरिष्ठ नेता को यह जानकारी भी दी कि चुनाव के दौरान मुख्य रूप से क्या–क्या हुआ। चुनाव परिणाम का क्या सिलसिला रहा इस पर भी दोनो के बीच बात हुई। आडवाणी जी की एक खासियत है। वह बोलते बहुत कम हैं। सामने वाला जो उन्हें बताना चाहे चुपचाप ध्यान से सुनते रहते हैं। हां, कुछ विशेष उत्सुकता हो तो फिर वह पूछते जरूर हैं। यह इन पंक्तियों के लेखक का बरसों का अनुभव है।दोनों की मुलाकात के दौरान बीजेपी नेता लालकृष्ण की बेटी प्रतिभा आडवाणी भी उपस्थित थीं। प्रतिभा न सिर्फ उनकी बेटी हैं बल्कि जब से आडवाणी जी की पत्नी कमला आडवाणी का निधन हुआ है वह अपना कैरियर आदि सबकुछ एक तरफ रखकर, हर वक्त उनका ख्याल रखने वाली उनकी परिचारिका की भूमिका भी निभा रही हैं।
यह पूछने पर कि घर मिलने आए मोदी जी से आपकी क्या–क्या बात हुई तो प्रतिभा ने कहा कि मोदी जी के हमारे परिवार से पारिवारिक रिश्ते हैं तो जैसे घर–परिवार के बारे में परिवारजनों से बातें होती हैं उसी टाइप की बातें हुईं। उन्होंने घर–परिवार का हालचाल जाना। कितनी देर रुके होंगे आपके घर मोदी जी, इस पर प्रतिभा ने बताया कि मौका ऐसा था कि वह जल्दी में थे, उन्हें और जगह भी जाना था। ज्यादा कुछ खा भी नहीं सके। बस उनका मुंह मीठा कराया और हल्के–फुल्के जलपान का ही मौका मिल पाया।
यह पूछने पर कि मोदी जी का नए चुनाव के बाद आपके घर आकर आप लोगों को मिलना बड़ा खास था, इस पर आप क्या कहना चाहेंगी तो प्रतिभा आडवाणी ने कहा कि मेरे लिए बड़ी खुशी की बात थी दोनों को मिलते देखना। दादा अपने पिता को वह दादा कहती हैं और उनको मोदी मिलते देखकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मोदी जी आए, बड़ा सुखद लगा। दादा भी उनके आने से काफी प्रसन्न थे। हम दोनों को खुशी हुई कि वह चुनाव जीते और हमारे यहां मिलने आए। वहां लगभग आधा घंटा रुकने के बाद मोदी ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता आडवाणी का आशीर्वाद लिया और उनसे विदा लेकर अपने अगले गंतव्य की ओर रवाना हो गए। जैसा कि सब जानते ही हैं कि बाद में वह पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिलने गए।