हाल ही में जोधपुर में वहां की पुलिस बाढ़ में ट्यूब पर सवार होती हुई नजर आई! लोहावट और आसपास के इलाकों में रविवार रात से हो रही लगातार बारिश ने मंगलवार सुबह तक तबाही मचाई रखी। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विशेषकर लोहावट कस्बा और आसपास के गांवों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, कई ढाणियां पानी में डूब गई हैं और विशनावास और जाटावास कस्बों के बीच संपर्क टूट गया है। पानी भरने के कारण स्थानीय लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। सियागों की ढाणी के लिखमाराम सियाग ने बताया कि उन्हें मंगलवार को अपने पशुओं को पांच फीट पानी से बाहर निकालना पड़ा।लोहावट कस्बे में मुख्य बाजार की कई गलियां, बिश्नोई धर्मशाला रोड, सालासर हॉस्पिटल से पुलिया रोड, अस्पताल रोड, पोस्ट ऑफिस, पुलिस थाना, सीनियर स्कूल विशनावास और संगीत कॉलोनी में चार से पांच फीट तक पानी भर गया है। बता दें कि मोरिया गांव में एक गड्ढे में डूबने से 14 वर्षीय शाहरुख की मौत हो गई। उपखंड प्रशासन ने दोपहर को पानी निकालने के लिए JCB मशीन लगाई। लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। स्थिति को देखते हुए मंगलवार को ग्रामीणों ने सालासर हॉस्पिटल के आगे सड़क पर पत्थर रखकर रास्ता बंद कर दिया ताकि कोई भी अनजान वाहन चालक पानी में न फंस जाए।
पुलिस थाने में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। पुलिस कर्मियों को आने-जाने के लिए ट्यूब पर लकड़ी और लोहे के पाटे रखकर नाव जैसा इंतजाम करना पड़ा। क्वार्टर और थाना भवन में आने-जाने के लिए भी ट्यूब का सहारा लेना पड़ रहा है। थाने के कमरों में पानी रोकने के लिए रेत के कट्टे भरे गए हैं। बारिश के कारण 150 से अधिक ढाणियों के ढहने की खबर है और एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार यहां 24 घंटों में 132 MM बारिश दर्ज की गई है, जबकि रविवार से अब तक कुल 196 MM बारिश हो चुकी है। कई इलाकों में बिजली गुल है। बारिश के कारण जाटाबास स्कूल की 100 फीट दीवार ढह गई है। सदरी में आंगनबाड़ी केंद्र और ढेलाणा में 20 से अधिक मकान ढह गए हैं। विश्नोईया बास, संगीत कॉलोनी, सदरी, राजाला, ढेलाणा, जम्भेश्वर नगर, विष्णुनगर, जाटाबास, पश्चिमी ढाणी, चिकनी नाडी गांवों में भी कई कच्चे-पक्के मकान ढह गए हैं और कई मवेशियों की मौत हो गई है। रेलवे लाइन किमी संख्या 109 हेमजी ढाणी के आगे भाखर के पास निर्माणाधीन रेलवे अंडरपास के पास रात को मिट्टी बहने से ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे सुबह रेत डालकर ठीक किया गया। मोरिया गांव में एक गड्ढे में डूबने से 14 वर्षीय शाहरुख की मौत हो गई। उपखंड प्रशासन ने दोपहर को पानी निकालने के लिए JCB मशीन लगाई। लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
शुक्रवार रात को हुई बारिश का पानी मंगलवार को खाबड़ा खुर्द से होते हुए चेराई महादेवनगर, पांचला खुर्द और चण्डालिया क्षेत्र तक पहुंच गया, जिससे इन इलाकों में भी पानी भर गया है। पानी भरने के कारण स्थानीय लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। सियागों की ढाणी के लिखमाराम सियाग ने बताया कि उन्हें मंगलवार को अपने पशुओं को पांच फीट पानी से बाहर निकालना पड़ा।
बाढ़ के हालात देखते हुए मंगलवार सुबह तहसीलदार और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने इलाके का दौरा किया। बता दें कि लोहावट कस्बे में मुख्य बाजार की कई गलियां, बिश्नोई धर्मशाला रोड, सालासर हॉस्पिटल से पुलिया रोड, अस्पताल रोड, पोस्ट ऑफिस, पुलिस थाना, सीनियर स्कूल विशनावास और संगीत कॉलोनी में चार से पांच फीट तक पानी भर गया है। तिंवरी तहसीलदार सुरजपालसिंह, विकास अधिकारी संपत गोदारा, पुलिस वृत्ताधिकारी मदन रॉयल के साथ सरपंच भी रहे। पुलिस थाने में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। पुलिस कर्मियों को आने-जाने के लिए ट्यूब पर लकड़ी और लोहे के पाटे रखकर नाव जैसा इंतजाम करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार यहां 24 घंटों में 132 MM बारिश दर्ज की गई है, जबकि रविवार से अब तक कुल 196 MM बारिश हो चुकी है। कई इलाकों में बिजली गुल है।क्वार्टर और थाना भवन में आने-जाने के लिए भी ट्यूब का सहारा लेना पड़ रहा है।महादेवनगर सरपंच करनाराम मेहरड़ा, पांचला खुर्द सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश जाणी ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों की मदद के साथ-साथ पानी निकासी के प्रयास किए।