हाल ही में राहुल गांधी ने खुलेआम डिबेट की चुनौती दे दी है! कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुले मंच से डिबेट की चुनौती दी है। उन्होंने बुद्धिजीवियों की ओर से लिखे पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने मुझे और मोदी को चिट्ठी लिखी है कि मोदी जी और राहुल गांधी को बहस करनी चाहिए। राहुल ने कहा कि वे बहस के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री कहीं भी, किसी भी समय बहस कर सकते हैं। उन्होंने लोगों से पूछा, क्या आपको लगता है कि मोदी जी डिबेट के लिए आएंगे? वो मेरे से बहस नहीं करेंगे। क्योंकि वो आए तो मेरा पहला ही सवाल होगा कि आपका अडानी से क्या संबंध है? उसके बाद इलेक्टोरल बॉन्ड पर सवाल होगा कि आप इसे समझा दो? इसी में फांस जाएंगे। किसानों से जुड़ा सवाल। कोरोना में जब लोग मर रहे थे तो आप ने थाली बजाने को क्यों कहा? चीन के अतिक्रमण और अग्निपथ स्कीम पर भी सवाल पूछेंगे। इतने सवाल है कि वो जवाब नहीं दे पाएंगे। राहुल शनिवार को अशोक विहार स्थित रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में जनसभा कर रहे थे। इस दौरान कन्हैया ने कहा कि इस बार अजीब होगा कि अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को वोट करेंगे और मैं आम आदमी पार्टी का बटन दबाऊंगा। मैं यहां बता दूं कि चार सीटों पर आम आदमी पार्टी और तीन सीटों पर कांग्रेस लड़ रही है। मैं अपने कार्यकर्ताओं को भी यह बताना चाह रहा हूं कि वो तीन सीटों पर अपने नेताओं का समर्थन करें और चार सीटों पर आप का समर्थन करना है।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उनके उद्योगपति मित्रों ने कांग्रेस को टेंपो भरकर पैसा दिया है, तो वे अपनी एजेंसियों से इसकी जांच क्यों नहीं करा लेते। राहुल ने कहा कि अब प्रधानमंत्री को पता चल गया है कि उनको ‘बाय बाय’ करने का समय आ गया है। पत्रकारों के साथ प्रधानमंत्री के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि मोदी जी ने पत्रकारों को बताया कि जब वे छोटे थे, तो मुसलमान भाई उनके घर खाना भेजते थे। प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी जी, आप तो शाकाहारी हैं। सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, पी. चिदंबरम, के.सी. वेणुगोपाल के अलावा पार्टी के तीनों उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल, उदित राज और कन्हैया कुमार भी मौजूद थे।
राहुल गांधी ने कहा कि संविधान बचाने के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता इस चुनाव में एक साथ आए हैं। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के कई नेताओं ने खुलकर कहा है कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे संविधान को फाड़कर फेंक देंगे। हमारा पहला काम संविधान को बचाने का है, क्योंकि यही आपका भविष्य है और यही आपका सपना है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि दिल्ली में कांग्रेस के तीन और आम आदमी पार्टी के चार उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करके दिल्लीवाले उन्हें विजयी बनाएंगे।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ 20-25 उद्येागपतियों के लिए ही काम किया है। छोटे व्यापारियों के लिए प्रधानमंत्री ने 10 साल में क्या किया? चांदनी चौक, दिल्ली के व्यापारियों ने लिए क्या काम किया? पहले नोटबंदी से छोटे व्यापारियों का नुकसान हुआ। हजारों कारोबार बंद हो गए और फिर गलत तरीके से जीएसटी लागू की, जिसकी वजह से भी बड़ा नुकसान हुआ। छोटे व्यापारियों का एक रुपया भी माफ नहीं किया, लेकिन उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए। ये इतनी रकम है, जिससे कई साल मनरेगा योजना चलाई जा सकती है। यूपीए सरकार ने किसानों का जो कर्ज माफ किया, उससे कहीं अधिक यह रकम है। उन्होंने एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि वह रेलवे समेत पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग का निजीकरण कर रही है। यहां तक कि देशभक्ति के प्रतीक लाल किले का भी ठेका किसी को दे दिया।
उन्होंने लोगों से अपील की कि एक होकर मेड इन चाइना का मुकबाला करना है और मेड इन इंउिया, मेड इन चांदनी चौक, मेड इन न्यू दिल्ली बनाना है। अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का भी राहुल गांधी ने जिक्र किया और कहा कि उनके खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाने के लिए सरकारी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लवली का नाम लिए बिना ही राहुल ने कहा कि जो लोग डरपोक हैं, वे चले जाएं तो बेहतर है। क्योंकि कांग्रेस को बब्बर शेर लोगों की जरूरत है।