आज हम आपको बताएंगे कि आखिर राजनेताओं के सेक्स स्कैंडल कब-कब बाहर आए थे! कर्नाटक की सियासत में उठे तूफान ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान ‘प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल’ ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। पक्ष और विपक्ष के नेता आमने-सामने हैं। राज्य सरकार ने रेप की धाराओं में केस दर्ज कर प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। मामले की जांच एसआईटी कर रही है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रज्वल रेवन्ना भारत में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद वह जर्मनी भाग गए हैं। नेताओं के सेक्स स्कैंडल का यह कोई नया मामला नहीं है। भारतीय राजनीति में नेताओं और सेक्स स्कैंडल के बीच काफी पुराना नाता रहा है। एनडी तिवारी से लेकर गोपाल कांडा तक, कई नेता यौन उत्पीड़न के आरोप में घिर चुके हैं। साल 2009 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल हुआ करते थे। एक दिन टीवी पर उनकी एक कथित सेक्स सीडी सामने आई, जिसने पूरे देश की राजनीति को हिला कर रख दिया था। हर तरफ इस वीडियो की चर्चा होने लगी। उस सीडी में एनडी तिवारी तीन महिलाओं संग आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे थे। उस वीडियो क्लिप को तेलुगू चैनल ने प्रसारित किया था। इस सीडी के सियासत ने ऐसा रंग दिखाया कि एनडी तिवारी को राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर वापस लौटना पड़ा। सीडी कांड को उन्होंने अपने खिलाफ विरोधियों की साजिश बताया था।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमरमणि त्रिपाठी का कद कितना ऊंचा था, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि वह अपने दौर में हर राजनीतिक पार्टी की जरूरत बन गए थे। बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी का एक कवयित्री मधुमिता शुक्ला के साथ अवैध संबंध था। मधुमिता 7 महीने की गर्भवती थीं, जब उन्हें उनके घर में मृत पाया गया। अमरमणि और उनकी पत्नी को 2007 में मधुमिता की हत्या का दोषी ठहराया गया और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई। पिछले साल, दोनों को यूपी जेल प्रशासन के आदेश पर रिहा कर दिया गया था।
एयर होस्टेस गीतिका शर्मा ने 5 अगस्त 2012 को दिल्ली के अशोक विहार फेज-3 में अपने घर के अंदर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने सुसाइड से पहले एक काली रंग की डायरी में दो नोट लिखे थे। जिसमें उन्होंने हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा और MDLR कंपनी में सीनियर मैनेजर रहीं अरुणा चड्ढा पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। गीतिका ने सुसाइड करने की वजह गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा को बताया था। उसने लिखा था, ‘आज मैं खुद को खत्म कर रही हूं। मैं अंदर से टूट गई हूं। मेरे साथ विश्वासघात हुआ है। मेरा भरोसा टूटा है। मैं ठगा हुआ महसूस कर रही हूं।बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना भारत में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि उनकी एक कथित सेक्स सीडी सामने आई, जिसने पूरे देश की राजनीति को हिला कर रख दिया था। हर तरफ इस वीडियो की चर्चा होने लगी। उस सीडी में एनडी तिवारी तीन महिलाओं संग आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे थे। उस वीडियो क्लिप को तेलुगू चैनल ने प्रसारित किया था। इस सीडी के सियासत ने ऐसा रंग दिखाया कि एनडी तिवारी को राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर वापस लौटना पड़ा। सीडी कांड को उन्होंने अपने खिलाफ विरोधियों की साजिश बताया था।आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद वह जर्मनी भाग गए हैं। नेताओं के सेक्स स्कैंडल का यह कोई नया मामला नहीं है। भारतीय राजनीति में नेताओं और सेक्स स्कैंडल के बीच काफी पुराना नाता रहा है। एनडी तिवारी से लेकर गोपाल कांडा तक, कई नेता यौन उत्पीड़न के आरोप में घिर चुके हैं।
साल 2009 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल हुआ करते थे। एक दिन टीवी पर उनकी एक कथित सेक्स सीडी सामने आई, जिसने पूरे देश की राजनीति को हिला कर रख दिया था। हर तरफ इस वीडियो की चर्चा होने लगी। मुझे धोखा दिया गया है। मेरी मौत के जिम्मेदार गोपाल कांडा और अरुणा अरुणा हैं। दोनों ने मेरी जिंदगी के साथ खेला। मेरा विश्वास तोड़ा और अपने फायदे के लिए मेरा यूज किया। दोनों ने मुझे बर्बाद कर दिया। अब ये लोग मेरे परिवार को नुकसान पहुंचान की कोशिश कर रहे हैं। इन दोनों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।’ हालांकि इस मामले में दोनों आरोपी पिछले साल कोर्ट से बरी हो गए हैं।