यह सवाल उठना लाजिमी है कि नसरल्लाह की मौत पर भारत के नेता क्यों दुखी है !हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्ला की मौत पर महबूबा मुफ्ती की प्रतिक्रिया आने के बाद सियासत तेज हो गई है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने उनके बयान को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मारा नसरल्ला गया है और आंसू महबूबा के निकल रहे हैं। विनोद बंसल ने कहा कि राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जो बयान दिया है, इससे ऐसा लगता है कि वह आतंकियों की महबूबा हैं। मारा नसरल्ला गया है और आंसू महबूबा के निकल रहे हैं। मैं उनसे यही कहूंगा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद -370 खत्म हो गया है और उनकी मानसिक विदाई का भी समय आ गया है। यह सब तो अब तक खत्म हो जाना चाहिए था।विनोद बंसल ने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि अगर अनुच्छेद-370 खत्म हो गया, तो कश्मीर घाटी में कोई तिरंगा उठाने वाला नहीं मिलेगा। लेकिन, अब वहां चारों और सिर्फ तिरंगा ही दिखाई देता है। उन्हें अब गाजा के लिए बाजा बजाना और आतंकियों के लिए आंसू बहाना बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्ला के साथ उनका कोई भला नहीं होने वाला है। अगर भला होगा तो भारत तथा मानवता और यूएन के साथ खड़ा होकर ही हो पाएगा। उन्हें अब आतंकियों की पैरवी बंद कर देनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर के लोग भी उनकी मानसिकता को अच्छी तरह से समझ रहे हैं। इसलिए उन्हें आतंकियों की ‘महबूबा’ बनने के बजाय मानवता की ‘महबूबा’ बनना है। अन्यथा समाज उन्हें छोड़ेगा नहीं।
गौरतलब है कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इजरायली हमले में मारे गए हिजबुल्ला नेता नसरल्ला को शहीद बताया। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने नसरल्ला की मौत पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा, “लेबनान और गाजा के शहीदों, खासतौर से हसन नसरल्ला के मौत के विरोध में रविवार का चुनावी दौरा रद्द कर रही हूं। इस गहरे दुख और विद्रोह की घड़ी में हम फिलीस्तीन और लेबनान के लोगों के संग खड़े हैं।” बता दे कि लेबनान में शुक्रवार शाम हुए हवाई हमले में मारे गए हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह का शव बरामद कर लिया गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बेरूत में इजरायली हवाई हमले के बाद मलबे में बदले बंकर से काफी खोज के बाद रविवार को नसरल्लाह का शव निकाला गया है। मलबे से हिजबुल्लाह प्रमुख का शव बरामद करने वाली टीम के एक सदस्य ने कहा कि हसन नसरल्लाह के शरीर पर सीधी चोट का निशान या कोई घाव नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि ब्लास्ट के बाद दम घुटना और ट्रोमा मौत की वजह हो सकता है।
इजरायल की ओर हमले के बाद ही ये दावा कर दिया गया था कि उसने नसरल्लाह को मार दिया है। हिजबुल्लाह ने शनिवार को बयान जारी कर नसरल्ला की मौत की पुष्टि की थी। हिजबुल्लाह के बयान में यह नहीं बताया गया था कि नसरल्ला की मौत कैसे हुई और उसका अंतिम संस्कार कब होगा। माना जा रहा है कि तुरंत शव ना मिल पाने की वजह से ही इसकी जानकारी हिजबुल्लाह के बयान में नहीं दी गई थी। इजरायली आर्मी ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर किए गए एक सीक्रेट ऑपरेशन में शुक्रवार को उस अंडरग्राउंड भूमिगत बंकर पर हमला किया था, जहां नसरल्लाह और कई दूसरे हिजबुल्लाह कमांडर बैठक कर रहे थे। ये बंकर दक्षिण बेरूत की एक व्यस्त सड़क से 60 फीट नीचे होने का दावा किया गया है।
64 वर्षीय नसरल्लाह दुनिया के सबसे ताकतवर सशस्त्र संगठनों में से एक हिजबुल्लाह का नेतृत्व बीते तीन दशक से संभाल रहा था। इजरायल रक्षा बल ने हिजबुल्लाह की मौत के बाद भी लेबनान में हमले जारी रखे हैं। इजरायली सेना लगातार लेबनान, खासतौर से दक्षिणी लेबनान में बम बरसा रही है। इजरायल का कहना है कि उसका मकसद हिजबुल्लाह को पूरी तरह खत्म करना है।
हसन नसरल्ला की हत्या के एक दिन बाद इजरायल ने रविवार को हिजबुल्लाह के एक और सीनियर कमांडर नबील काउक को मारने का दावा किया। नबील हिजबुल्लाह में काफी प्रभावशाली थी और 1995 से 2010 तक दक्षिण लेबनान में अपने गुट का सैन्य कमांडर रहा था। नसरल्लाह के बाद नबील की मौत हिजबुल्लाह के लिए दोहरा झटका है।
मुफ्ती ने सोशल मीडिया पर लेबनानी और फिलिस्तीनी नागरिकों के साथ एकजुटता व्यक्त की। जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह ‘लेबनानी और फिलिस्तीनी नागरिकों’ के साथ एकजुटता से खड़ी हैं। मुफ्ती ने विशेष रूप से नसरल्लाह का उल्लेख किया, जो शुक्रवार रात बेरूत में इजरायल के एक हमले में मारे गए थे। मुफ्ती ने एक्स पर लिखा कि लेबनान और गाजा के शहीदों, खासकर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता में अपना कल का अभियान रद्द कर रही हूं। दुख और असाधारण प्रतिरोध की इस घड़ी में हम फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं। मुफ्ती के इस फैसले से उनकी लेबनान और फिलिस्तीन के प्रति संवेदनशीलता दिखाई देती है। वे हमेशा से ही दोनों देशों के लोगों के हक में आवाज उठाती रही हैं।
बता दें कि इजरायल ने शुक्रवार शाम को लेबनान की राजधानी बेरूत में एक बड़ा हवाई हमला किया था। इस हमले में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर को तबाह कर दिया गया था। हमले के बाद इजरायल की आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी ने हसन नसरल्लाह की मौत के दावा किया था। हलेवी ने कहा था कि हम नसरल्लाह को निशाना बनाने में सफल हुए है। हिजबुल्लाह ने करीब 20 घंटे बाद माना है कि इजरायली हमले में नसरल्लाह की मौत हुई है।
कश्मीर अंजुमन-ए-शरी के अध्यक्ष शियान आगा सैयद हसन मोसवी अल सफवी ने कहा कि हम चाहे जितना भी उनकी (हसन नसरल्लाह) मौत पर शोक मनाएं, यह हमेशा कम ही होगा। शांति होनी चाहिए और यही उनका मिशन था। उन पर आतंकवाद में शामिल होने का आरोप लगाया गया था ताकि लोगों को पता न चले कि वह मानवता के लिए क्या कर रहे थे और क्या चाहते थे। वह चाहते थे कि फिलिस्तीन फिलिस्तीन के लोगों के लिए स्वतंत्र हो। मैं पूरी मानवता और इस्लामी लोगों से कहना चाहता था कि इससे कुछ असाधारण होगा जिसके लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनके नुकसान को मापा नहीं जा सकता लेकिन उनके खून से हजारों नसरल्लाह पैदा होंगे और इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।