Friday, November 22, 2024
HomeIndian Newsराहुल गांधी का लोको पायलट से मिलना विवाद क्यों बन गया?

राहुल गांधी का लोको पायलट से मिलना विवाद क्यों बन गया?

आज हम आपको बताएंगे कि राहुल गांधी का लोको पायलट से मिलना विवाद क्यों बन गया है! राहुल गांधी शुक्रवार सुबह-सुबह यूपी के हाथरस पहुंचें। वहां सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात कर उनका गम बांटा। रास्ते में अलीगढ़ के एक गांव में भी पीड़ित परिवारों से मिले। हाथरस से लौटकर दोपहर में वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गए और वहां लोको पायलटों से मुलाकात की। लेकिन अब उनकी ये मुलाकात विवाद में पड़ गई है। उत्तर रेलवे का कहना है कि कांग्रेस नेता ने जिनसे मुलाकात की, वे उनकी क्रू लॉबी के नहीं थे, बल्कि ऐसा लगता है कि वे बाहरी थे। राहुल गांधी के साथ 7-8 कैमरामैन भी थे। बीजेपी ने भी इस मामले को लपकते हुए राहुल गांधी पर हमला बोला है। उसने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने जिन कथित लोको पायलटों से मुलाकात की, वे लोको पायलट नहीं थे बल्कि प्रफेशनल एक्टर थे, जिन्हें वे खुद ही लाए थे। हालांकि, इन आरोपों पर कांग्रेस या राहुल गांधी की तरफ से अभी कुछ नहीं कहा गया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने जिन क्रू मेंबर के साथ चर्चा की, वे उनकी लॉबी से नहीं थे, बल्कि बाहर के हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘आज दोपहर करीब 12:45 बजे राहुल गांधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आए। उन्होंने हमारी क्रू लॉबी देखी। उनके साथ 7-8 कैमरामैन थे। उन्होंने हमारी क्रू लॉबी का दौरा किया और ये जाना कि हम अपनी क्रू लॉबी कैसे बुक करते हैं। क्रू लॉबी से बाहर आने के बाद उन्होंने कुछ लोगों से चर्चा की। वहां करीब 7-8 क्रू थे जो हमारी लॉबी से नहीं थे, लेकिन ऐसा लगता है कि वे बाहर से थे।’

उत्तर रेलवे की तरफ से राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले कथित लोको पायलटों को बाहरी बताने के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने रेलवे अधिकारी के एएनआई को दिए बयान का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने पोस्ट किया, ‘अब उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार बताते हैं कि कैसे बालक बुद्धि राहुल गांधी ने कैमरामैन और एक निर्देशक की टीम के साथ गेट पर घुसकर उनकी बातचीत को शूट किया… लेकिन शूट में शामिल लोग उनकी लॉबी से नहीं थे! वे किराए के लोग थे। यू-ट्यूबर बनने की ऐसी बेताबी!’

इससे पहले, राहुल गांधी शुक्रवार दोपहर को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलटों से मुलाकात की। ये लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं, जिसे देश की जीवन रेखा कहा जाता है। उनके जीवन को सरल और सुरक्षित बनाना रेलवे सुरक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम होगा।’ राहुल गांधी की लोको-पायलटों के साथ बातचीत पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना के कुछ सप्ताह बाद हुई है जिसमें कम से कम 10 लोगों की जान चली गई थी। बता दें कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रविवार को एक बार फिर लोको पायलट से जुड़े मुद्दों को उठाया। राहुल ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन उनके अधिकारों और कामकाजी परिस्थितियों में सुधार के लिए संसद में आवाज उठाएगा। राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट के साथ अपनी हालिया बातचीत का एक वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में लोको पायलट की जिंदगी की गाड़ी पूरी तरह से पटरी से उतर गई है।’ उन्होंने कहा कि लोको पायलट को गर्मी से खौलते केबिन में बैठ कर 16-16 घंटे काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा कि जिनके भरोसे करोड़ों जिंदगियां चलती हैं, उनकी अपनी जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है। ‘यूरिनल’ जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित लोको पायलट के न काम के घंटों की कोई सीमा है और न ही उन्हें छुट्टी मिलती है। इस कारण वे शारीरिक और मानसिक रूप से टूट कर बीमार हो रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे हालात में लोको पायलट से ट्रेन चलवाना उनकी और यात्रियों की जान को जोखिम में डालना है। गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन लोको पायलट के अधिकारों और कामकाजी हालात को बेहतर किए जाने के लिए संसद में आवाज उठाएगा।

राहुल ने शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलटों से मुलाकात की थी, जिसके बाद उत्तर रेलवे (NR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि गांधी ने जिन लोको पायलट से मुलाकात की, वे नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ‘क्रू लॉबी’ (लोको पायलट के लिए निर्धारित स्थल) से नहीं थे। दिल्ली मंडल उत्तर रेलवे के अंतर्गत आता है। रायबरेली सांसद ने लोको पायलट से बात करके उनकी समस्याओं और चुनौतियों के बारे में जानकारी हासिल की थी। गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह संसद में उनके मुद्दे उठाएंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि गांधी ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देशभर से आए करीब 50 लोको पायलट से मुलाकात की और उन्होंने उन्हें अपनी समस्याएं बताईं।

Disclaimer:

Mojo Patrakar may publish content sourced from external third-party providers. While we make every reasonable effort to verify the accuracy, reliability, and completeness of this information, Mojo Patrakar does not guarantee or endorse the views, opinions, conclusions, or authenticity of content provided by these third-party entities. Such content is presented solely for informational purposes, and it is not intended to substitute professional advice or to serve as a comprehensive basis for decision-making.

Mojo Patrakar expressly disclaims any liability for errors, omissions, or inaccuracies that may arise from third-party content, as well as any reliance readers may place upon it. Users are strongly encouraged to conduct independent verification and consult with qualified professionals as necessary before making any decisions based on information obtained through Mojo Patrakar.

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments