बीजेपी अब आने वाले समय में साउथ को पूरी तरह हासिल करके ही रहेगी! लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का हाथ साउथ में थोड़ा कमजोर माना जा रहा था लेकिन जब 4 जून को चुनाव के नतीजे सामने आए तो बीजेपी ने कर्नाटक, तेलंगाना के साथ ही आंध्र प्रदेश में भी अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि तमिलनाडु में बीजेपी के हाथ निराशा लगी और वहां पर बीजेपी और उसके सहयोगी दल एक भी सीट नहीं जीत पाए। ऐसे में जब चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के सीएम पद की शपथ ले रहे थे तो उस वक्त स्टेज पर कुछ ऐसा हुआ। जिसके अब कई मायने निकाले जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश के सीएम पद की शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु भाजपा की पूर्व प्रमुख और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को सार्वजनिक तौर पर अनुचित टिप्पणी करने पर नसीहत देते हुए दिखाई दिए। दरअसल कुछ दिन पहले ही एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा था कि अगर पार्टी का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन बरकरार रहता, तो पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होता। उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में, चुनावों के बाद पहली बार आंध्र प्रदेश में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिली तो उन्होंने मुझे चुनाव के बाद की कार्रवाई और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछने के लिए बुलाया। मैं उन्हें विस्तार में बता रही थी लेकिन समय की कमी के कारण उन्होंने मुझे राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दी।ऐसे कई तत्व पार्टी में शामिल हो गए हैं और कुछ जिलों में पदों पर आसीन हो गए हैं। ऐसी प्रथाओं को रोका जाना चाहिए, और पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले सामान्य कार्यकर्ताओं को उनका उचित स्थान मिलना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे लगता है कि वह (अन्नामलाई) एक बुरे नेता हैं। बिल्कुल नहीं अलग-अलग नेता अलग-अलग तरीके से फैसले लेते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस इंटरव्यू के कुछ दिनों बाद ही उन्हें चेतावनी दी है।
भाजपा के सोशल मीडिया सेल के राज्य उपाध्यक्ष कार्तिक गोपीनाथ ने इसे कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया कि यह अमित शाह जी की तमिलिसाई अक्का को कड़ी चेतावनी जैसा लगता है लेकिन इस ‘सार्वजनिक’ चेतावनी का कारण क्या हो सकता है? अनुचित सार्वजनिक टिप्पणी? बता दें कि कार्तिक गोपीनाथ अन्नामलाई के करीबी माने जाते हैं।
आज गुरुवार देर रात तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने ट्वीट करके उस वायरल वाडियो पर सफाई दी कि कल जब मैं चुनावों के बाद पहली बार आंध्र प्रदेश में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिली तो उन्होंने मुझे चुनाव के बाद की कार्रवाई और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछने के लिए बुलाया। मैं उन्हें विस्तार में बता रही थी लेकिन समय की कमी के कारण उन्होंने मुझे राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दी।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के लिए दक्षिण में नए पोस्टर ब्वॉय बनकर उभरे के अन्नामलाई की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनडीए संसदीय दल की बैठक में की थी। ऐसे में जब तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष अन्नामलाई से 36 का आंकड़ा रखने वाली बीजेपी नेता तमिलिसाई सौंदरराजन ने एक इंटरव्यू में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार का ठीकरा अन्नामलाई पर फोड़ा तो बीजेपी के कई नेताओं ने इसका विरोध किया। इसके साथ ही अन्नामलाई के समर्थकों ने विरोध में उतर गए। उसके बाद ही शपथ समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तमिलिसाई सौंदर्यराजनको नसीहत देते आए थे। दरअसल बीजेपी अपनी ही पार्टी के अंदर किस भी तरह का मनमुटाव नहीं चाहती है। बता दें कि अमित शाह तमिलनाडु भाजपा की पूर्व प्रमुख और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को सार्वजनिक तौर पर अनुचित टिप्पणी करने पर नसीहत देते हुए दिखाई दिए। दरअसल कुछ दिन पहले ही एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा था कि अगर पार्टी का एआईएडीएमके के साथ गठबंधन बरकरार रहता, तो पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होता। जिसकी वजह से पार्टी का मिशन साउथ का खेल बिगड़ जाए। उन्हें विस्तार में बता रही थी लेकिन समय की कमी के कारण उन्होंने मुझे राजनीतिक और निर्वाचन क्षेत्र के काम को गहनता से करने की सलाह दी।इसलिए ही गृह मंत्री अमित शाह ने तमिलिसाई सौंदरराजन को भरे स्टेज पर फटकार लगाई थी कि अगर पार्टी के अंदर ही ऐसे टकराव होते रहेंगे तो वो अपने इस मिशन को कैसे आगे बढ़ा पाएगी।