क्या दिल्ली एनसीआर बन जाएगा सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र?

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दिल्ली एनसीआर अब सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र बनने की कगार पर है! नया साल आ चुका है। पहले दिन लोग पूरे साल का प्‍लान बनाते हैं, हम थोड़ा और आगे की बात करते हैं। दिल्‍ली-एनसीआर की गिनती दुनिया के सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरी समूहों में होती है। असल में, पूरी दुनिया में दिल्‍ली-एनसीआर दूसरे नंबर पर है। यहां आबादी बढ़ने की यही रफ्तार रही तो 2030 तक दिल्‍ली-NCR टॉप पर होगा। मतलब, पूरी दिल्‍ली-NCR दुनिया में सबसे ज्‍यादा आबादी वाला शहरी समूह बन जाएगा। NCR यानी राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्‍ली के अलावा मुख्‍य रूप से उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा में फैला है। 2020 में दिल्‍ली-NCR की अनुमानित आबादी 3 करोड़ थी, पूरी दुनिया में टोक्‍यो के बाद सबसे ज्‍यादा। संयुक्त राष्ट्र (UN) का अनुमान है कि अगले सात सालों में दिल्‍ली-NCR में 90 लाख लोग और बसेंगे और यह जापान की राजधानी से आगे निकल जाएगा। 2030 में एक करोड़ से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सबसे तेजी से चीन का शेन्झेन बढ़ रहा होगा। 1950 से 2030 के बीच उसकी जनसंख्‍या में वार्षिक इजाफे की दर 11.1% होगी। शेन्झेन के बाद डार एस सलाम, किन्‍हासा, लुआंडा, ढाका और लागोस होंगे। इन सबकी पॉपुलेशन ग्रोथ 5% से ज्‍यादा की रफ्तार से होगी। दिल्‍ली-एनसीआर, बेंगलुरु, लाहौर और बोगटा की जनसंख्‍या दर 3% से 5% के बीच रहेगी।

UN के यह अनुमान दुनिया में तेजी से होते शहरीकरण को दर्शाते हैं। 1950 में दुनिया के केवल 76 शहर ऐसे थे जिनकी आबादी 10 लाख से ज्‍यादा थी। 2030 तक इनकी संख्‍या बढ़कर 706 हो जाने का अनुमान है। चीन में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले 173 शहर होंगे जबकि भारत में 70। अमेरिका में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों की संख्‍या 55 पहुंच जाएगी। दिल्‍ली-एनसीआर के बाद सबसे ज्‍यादा लोग मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में होंगे। चेन्‍नै पांचवें पायदान पर खिसक जाएगी जबकि हैदराबाद और अहमदाबाद छठे और सातवें नंबर पर रहेंगे। भारत के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सूरत, पुणे और कोझिकोड़ भी होंगे।

2030 तक केरल के तीन शहरों की आबादी 10 लाख का आंकड़ा पार कर सकती है।2030 तक केरल के तीन शहरों की आबादी 10 लाख का आंकड़ा पार कर सकती है। भारत शहरों में सबसे तेज रफ्तार से आबादी अल्‍लापुझा जिले के चेरथला (6.5%) की बढ़ रही है। इसके अलावा मल्‍लापुरम और कोल्‍लम की आबादी भी 10 लाख का आंकड़ा छू सकती है।दुनिया में तेजी से होते शहरीकरण को दर्शाते हैं। 1950 में दुनिया के केवल 76 शहर ऐसे थे जिनकी आबादी 10 लाख से ज्‍यादा थी। 2030 तक इनकी संख्‍या बढ़कर 706 हो जाने का अनुमान है। चीन में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले 173 शहर होंगे जबकि भारत में 70। अमेरिका में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों की संख्‍या 55 पहुंच जाएगी। दिल्‍ली-एनसीआर के बाद सबसे ज्‍यादा लोग मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में होंगे। चेन्‍नै पांचवें पायदान पर खिसक जाएगी जबकि हैदराबाद और अहमदाबाद छठे और सातवें नंबर पर रहेंगे। भारत के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सूरत, पुणे और कोझिकोड़ भी होंगे। 2030 तक भारत में 10 लाख से ज्‍यादा जनसंख्‍या वाले 71 शहर होंगे जिनमें से 11 उत्‍तर प्रदेश के और नौ केरल के होंगे।

भारत शहरों में सबसे तेज रफ्तार से आबादी अल्‍लापुझा जिले के चेरथला (6.5%) की बढ़ रही है।2030 तक केरल के तीन शहरों की आबादी 10 लाख का आंकड़ा पार कर सकती है। भारत शहरों में सबसे तेज रफ्तार से आबादी अल्‍लापुझा जिले के चेरथला (6.5%) की बढ़ रही है।दुनिया में तेजी से होते शहरीकरण को दर्शाते हैं। 1950 में दुनिया के केवल 76 शहर ऐसे थे जिनकी आबादी 10 लाख से ज्‍यादा थी। 2030 तक इनकी संख्‍या बढ़कर 706 हो जाने का अनुमान है। चीन में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले 173 शहर होंगे जबकि भारत में 70। अमेरिका में 10 लाख से ज्‍यादा आबादी वाले शहरों की संख्‍या 55 पहुंच जाएगी। दिल्‍ली-एनसीआर के बाद सबसे ज्‍यादा लोग मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में होंगे। चेन्‍नै पांचवें पायदान पर खिसक जाएगी जबकि हैदराबाद और अहमदाबाद छठे और सातवें नंबर पर रहेंगे। भारत के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सूरत, पुणे और कोझिकोड़ भी होंगे। इसके अलावा मल्‍लापुरम और कोल्‍लम की आबादी भी 10 लाख का आंकड़ा छू सकती है।चेन्‍नै पांचवें पायदान पर खिसक जाएगी जबकि हैदराबाद और अहमदाबाद छठे और सातवें नंबर पर रहेंगे। भारत के 10 सबसे ज्‍यादा आबादी वाले शहरों में सूरत, पुणे और कोझिकोड़ भी होंगे। 2030 तक भारत में 10 लाख से ज्‍यादा जनसंख्‍या वाले 71 शहर होंगे जिनमें से 11 उत्‍तर प्रदेश के और नौ केरल के होंगे। 2030 तक भारत में 10 लाख से ज्‍यादा जनसंख्‍या वाले 71 शहर होंगे जिनमें से 11 उत्‍तर प्रदेश के और नौ केरल के होंगे।इसके अलावा मल्‍लापुरम और कोल्‍लम की आबादी भी 10 लाख का आंकड़ा छू सकती है। 2030 तक भारत में 10 लाख से ज्‍यादा जनसंख्‍या वाले 71 शहर होंगे जिनमें से 11 उत्‍तर प्रदेश के और नौ केरल के होंगे।