Friday, March 14, 2025
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क्या पीएम मोदी कांग्रेस को लेंगे आड़े हाथ?

पीएम मोदी अब कांग्रेस को आड़े हाथ ले सकते हैं!18 वीं लोकसभा के पहले सत्र का समापन हो गया है। संसद सत्र में इस बार लोकसभा चुनाव नतीजों का असर साफ दिखाई पड़ा। सांसदों के शपथ से लेकर आखिरी दिन सदन में प्रधानमंत्री के जवाब तक यह देखने को मिला। कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दूसरे दलों ने सदन के भीतर और बाहर पूरी एकजुटता दिखाई। पहली बार नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे राहुल गांधी के भी आक्रामक तेवर लोकसभा में दिखाई पड़े। इन सबके बीच पीएम मोदी ने अपने ही अंदाज में लोकसभा और फिर राज्यसभा में विपक्ष खासकर कांग्रेस की धार को कुंद करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। इन सबके बीच एक खास बात यह भी रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर प्रमुख तौर पर कांग्रेस ही रही। लोकसभा में बोलते हुए 2 जुलाई मंगलवार को नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को अब से परजीवी पार्टी के रूप में जाना जाएगा। वह अपने सहयोगी दलों की कीमत पर फलती फूलती है। कांग्रेस 2024 से परजीवी कांग्रेस पार्टी के रूप में जानी जाएगी। परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है। अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर फलती फूलती है। जहां-जहां भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला था या कांग्रेस बड़ी पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 प्रतिशत है। लेकिन जहां ये किसी का पल्लू पकड़कर चलते थे, जहां जूनियर सहयोगी थे, जहां किसी अन्य दल ने उन्हें कुछ मौका दे दिया, ऐसे राज्यों में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 50 प्रतिशत है। उन्होंने इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी दलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस को मिलीं 99 सीट में से ज्यादातार सीट उनके सहयोगियों ने उन्हें जिताई हैं इसलिए यह परजीवी कांग्रेस है।

कांग्रेस को घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी के नेता दक्षिण भारत में उत्तर के खिलाफ बोलते हैं तो उत्तर में जाकर पश्चिम के खिलाफ जहर उगलते हैं, ये महापुरुषों के खिलाफ बोलते हैं और इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है। प्रधानमंत्री ने कहा जिन नेताओं ने देश के हिस्सों को भारत से अलग करने की वकालत की थी, उन्हें चुनाव में टिकट देने का पाप कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ लड़ने के लिए अफवाह फैला रही है। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की दिशा में सोची समझी चाल चल रही है। चुनाव के दौरान जो बातें की गईं। वे (कांग्रेस) अपने शासन वाले राज्यों में जिस तरह के कदम उठा रहे हैं, वो आर्थिक अराजकता की तरफ घसीटने वाला रास्ता है। उनके राज्य देश पर आर्थिक बोझ बन जाएं, ये खेल जानबूझकर खेला जा रहा है।

लोकसभा के बाद राज्यसभा में बुधवार बोलते हुए पीएम मोदी ने आपातकाल का विशेष जिक्र किया। उन्होंने आपातकाल के बाद 1977 के आम चुनाव को संविधान की रक्षा के लिए संपन्न हुआ पूरे विश्व का सबसे बड़ा चुनाव करार देते हुए बुधवार को कहा कि हालिया लोकसभा चुनाव भी अगर संविधान की रक्षा का ही चुनाव था तो देशवासियों ने बीजेपी को इसके योग्य पाया। उन्होंने आपातकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उस दौर में संविधान पर जुल्म हुआ, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दी गई थीं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को संविधान की सबसे बड़ी विरोधी पार्टी बताया और कहा कि इसका विरोध ही उसके जेहन में है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ने 2024 के लोकसभा चुनाव को देश के इतिहास का पहला चुनाव बताया जिसका मुद्दा संविधान की रक्षा था। उन्होंने सवाल किया कि अभी भी यह फर्जी विमर्श चलाते रहोगे क्या? क्या आप भूल गए 1977 का चुनाव? अखबार बंद थे, रेडियो बंद था, बोलना भी बंद था। और एक ही मुद्दे पर देशवासियों ने वोट किया था। लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए वोट किया था। संविधान की रक्षा के लिए पूरे विश्व में इससे बड़ा कोई चुनाव नहीं हुआ है।

पीएम मोदी ने इन बातों के अलावा राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा। विपक्ष की अगुवाई कांग्रेस पार्टी कर रही है लेकिन पीएम मोदी ने परजीवी कांग्रेस वाली बात कहके कहीं न कहीं कांग्रेस के साथी दलों के मन में सवाल पैदा करने की कोशिश की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हिंदू वाली टिप्पणी का जवाब पीएम मोदी ने दिया। साथ ही संविधान की बात को लेकर कांग्रेस पार्टी जिस तरीके से चुनाव के बाद संसद में भी आगे बढ़ रही थी उस पर पीएम मोदी ने आपातकाल के जरिए वार किया है। इस चुनाव में विपक्ष की सीटें बढ़ी हैं और विपक्षी दलों की ओर से सरकार बनाने के बावजूद इसे पीएम मोदी की हार बताई जा रही है। पीएम मोदी ने उस नैरेटिव पर भी तीसरी बार लगातार 60 साल बाद किसी पार्टी की सत्ता में वापसी की बात से प्रहार किया। सरकार बनने के बाद पीएम मोदी के सामने विपक्ष की चुनौती है और इस चुनौती का सामना करने के लिए पीएम मोदी का भी अंदाज कुछ बदला हुआ दिखाई दे रहा है।

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