भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान घोर संकट में फंसा हुआ है। पाकिस्तान में इस वक्त बाढ़ से तबाही मची हुई है चारों ओर हाहाकार है।इस वक्त पाकिस्तान में जीवन यापन पूरी तरीके से अस्त व्यस्त हो चुका है। पाकिस्तान के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण लगभग 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं जिसमें से 1456 लोग घायल हुए हैं और 982 लोगों की जान गई है। इस वक्त पाकिस्तान में तबाही मची हुई है पाकिस्तान की मौजूदा सरकार शहबाज शरीफ ने अपने मुल्क को बचाने के लिए बचाव और राहत कार्य में सेना की मदद ली है। बाढ़ इतनी अधिक है कि बाढ़ से लोगों का घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। पाकिस्तान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 3000 किलोमीटर से अधिक सड़कें लगभग डेढ़ सौ पुल और लगभग 7 लाख घर बह चुके हैं। पाकिस्तान के कई इलाकों में 30 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी भी है।
पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार वर्तमान में आधे से अधिक मुल्क पानी के नीचे है और असामान्य मानसून बारिश से उत्पन्न अचानक बाढ़ के परिणाम स्वरूप लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इन सब को मद्देनजर रखते हुए पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि पाकिस्तान सरकार को मुल्क में आपातकाल लगाना ही पड़ा। यू एन सेंट्रल इमरजेंसी रिस्पांस फंड पहले ही पाक को तीन मिलियन डॉलर आवंटित कर चुका है। द ट्रिब्यून ने यह यह भी कहा कि कुछ दिन और पाकिस्तान को इस भारी तबाही से जूझना पड़ेगा। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक सिंध प्रांत में 14 जून से गुरुवार तक बाढ़ और बारिश से संबंधित घटनाओं में 306 लोगों की जान जा चुकी है। मानसून के मौजूदा मौसम में बलूचिस्तान में 234 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि खेबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में क्रमश 185 और 165 लोगों की मौत हो चुकी है ।वहीं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 37 और गिलगित बाल्टिस्तान में 9 लोगों की मौत हुई है।
पाकिस्तान में आई हुई बाढ़ के कारण 57 लाख से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं।खैबर पख्तूनख्वा मेंबारिश लगातार जारी है टूटी सड़कों और पुलों के कारण कई हिस्से मुख्य मार्ग और शहरों से कट चुके हैं। इस विनाशकारी बाढ़ में फसलों और पशुओं का भी नुकसान शामिल है।
पाकिस्तान के सिंध में भारी तबाही
पाकिस्तान का आधे से ज्यादा मुल्क अभी पानी में डूबा हुआ है। इस अचानक आई हुई बाढ़ ने लोगों को पूरी तरह से प्रभावित किया है समाचार पत्र डॉन न्यूज की खबर के मुताबिक पाकिस्तान में अगस्त के महीने में 166. 8 मिलीमीटर बारिश हुई जो कि इस अवधि में औसतन होने वाली 48 मिली मीटर बारिश से तो 241% ज्यादा ।है इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी भारी मात्रा में पाकिस्तान में बाढ़ का कहर बरस रहा है। इस मानसून में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र सिंध और बलूचिस्तान है। पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान क्षेत्र में 784% और 496% से ज्यादा बारिश हुई है खबर के मुताबिक बारिश में असामान्य वृद्धि की वजह से पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से में अचानक बाढ़ आ गई जिसके कारण सिंध के 23 जिलों को आपदा प्रभावित तक करार दिया गया है।
पाकिस्तान में स्थापित हुआ राहत बचाव के लिए वार रूम
पाकिस्तान में आई हुई भारी तबाही से बचने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एनडीएमए में एक वार रूम स्थापित किया है जो कि पूरे मुल्क में राहत और बचाव कार्यों को करेगा। पाकिस्तान में बाढ़ से इतनी तबाही मची हुई है कि इसके कारण राहत और बचाव के कार्य में भी काफी परेशानियां आ रही हैं। ठीक से राहत बचाव का कार्य भी नहीं हो पा रहा है। इसी वजह से पाकिस्तान में वॉर रूम को स्थापित किया गया है जो कि पूरे मुल्क में राहत बचाव के कार्य को अंजाम देगी। पाकिस्तान के मंत्री ने इस्लामाबाद में कहा कि पाकिस्तान में मानसून का आठवां दौर जारी है। हालांकि पिछले सालों के मुकाबले यह दौर 3 से 4 दिनों में ही खत्म हो जाता है। तबाही इतनी अधिक है कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि प्रांतों ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक कहा मदद की सख्त से सख्त जरूरत है। उन्होंने बताया कि सिंधु प्रशासन ने 10 लाख तंबू मांगे हैं और बलूचिस्तान ने एक लाख तंबू की मांग की है जिससे राहत और बचाव का कार्य किया जा सके।