जानिए लोकसभा चुनाव के सात चरण की खास बातें!

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आज हम आपको लोकसभा चुनाव के साथ चरण की खास बातें बताने जा रहे हैं! देश में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए 1 जून को वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 4 जून को चुनावी नतीजों की घोषणा की जाएगी। इससे पहले चुनाव आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा की थी। चुनाव की घोषणा के बाद से ही आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके बाद बीजेपी नीत एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने अपनी चुनाव रणनीति को धार देने शुरू किया। इस सात चरण के चुनाव में कांग्रेस ने बेरोजगारी, महंगाई, जातिगत जनगणना के साथ ही संविधान को बचाने को मुद्दे को जनता के बीच रखा। वहीं, एनडीए सरकार ने मोदी सरकार के 10 साल की उपलब्धियों को जनता के बीच रखा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगाए। मोदी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने पर गरीब महिलाओं के मंगलसूत्र छीन लेगी। लोगों की संपत्तियों को अधिक बच्चों वालों में बांट दिया जाएगा। इसके अलावा कई मुद्दे हावी रहे। जानते हैं कि इन 7 चरण के चुनाव की प्रमुख घटनाएं क्या-क्या रहीं। पीएम मोदी ने पहले चरण के मतदान से अप्रैल के शुरुआती 10 दिनों में अब तक 20 से ज्यादा रैलियां और रोड शो कर चुके थे। इसके अलावा कई न्यूज चैनल और मैगजीन में इंटरव्यू दिए। इसके पहले माइक्रोसॉफ्ट के संस्‍थापक बिल गेट्स ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया था। इसमें उन्होंने विज्ञान, हेल्थ सेक्टर, क्लाइमेट समेत कई मुद्दों पर विशेष चर्चा की। पीएम मोदी ने बिल गेट्स के साथ इंटरव्यू की जानकारी खुद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी थी। इस दौरान पीएम ने पीएम मोदी ने बुधवार को कई प्रमुख गेमिंग क्रिएटर्स से भी मुलाकात की। जिनमें अनिमेष अग्रवाल, मिथिलेश पाटणकर, पायल धरे, नमन माथुर और अंशू बिष्ट शामिल थे। इसी दौरान 5 अप्रैल को कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र भी जारी किया। घोषणापत्र में 5 न्याय और 25 गारंटी शामिल थी। 14 अप्रैल को बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी किया था। वहीं, पहले चरण के वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के लिए जनता से समर्थन मांगने के वास्ते ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान की शुरुआत की।

दूसरे चरण में कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर अधिक हमलावर हुए। इस चरण में बीजेपी की तरफ से चुनाव प्रचार में मंगलसूत्र की एंट्री हुई। कांग्रेस के घोषणापत्र का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान की चुनावी रैली में आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और उन लोगों को बांट सकती है, जिनके अधिक बच्चे हैं। पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की भी याद दिलाई थी, जिसमें सिंह ने यह कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लगातार इस मुद्दे को उठाते हुए यह आरोप लगाते नजर आए कि कांग्रेस अगर सत्ता में आई तो महिलाओं से मंगलसूत्र भी छीन लेगी। हालांकि, कांग्रेस ने इस आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया था। बीजेपी का कहना था कि कांग्रेस ने देश के दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को 70 साल तक उनके अधिकारों से ‘वंचित’ रखकर उनके साथ ‘अन्याय करने का पाप’ किया है। बीजेपी का कहना था कि कांग्रेस को 2024 के लोकसभा चुनाव में इसकी सजा मिलेगी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने दूसरे चरण में लोगों से संविधान बचाने और समावेशी विकास के लिए अपने वोट का इस्तेमाल करने की अपील की। राहुल गांधी ने लोगों से अपील की थी कि वे लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने घरों से ‘संविधान के सिपाही’ बनकर बाहर निकलें। दूसरी तरफ बीजेपी ने आरक्षण को लेकर विपक्षी गठबंधन को निशाने पर लिया।

तीसरे चरण के मतदान से पहले पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के पोते और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना की कथित कई सेक्स वीडियो लीक हो गए। प्रज्वल के खिलाफ बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए। रेवन्ना से जुड़े सेक्स वीडियो मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई। उनके पिता और विधायक एचडी रेवन्ना को एक महिला का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में भेज दिया था। प्रज्वल ने मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को देश छोड़ दिया था। उनके खिलाफ ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस जारी किया गया। इसके बाद कांग्रेस को बैठे-बिठाए बीजेपी पर हमलावर होने का मौका मिल गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया 4 मई प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए। खास बात है कि खुद पीएम मोदी ने प्रज्वल रेवन्ना के समर्थन में रैली कर वोट मांगा था। प्रज्वल ने एक मई को फेसबुक पर एक पोस्ट में सात दिन में भारत लौटने की बात कही थी लेकिन प्रज्वल के वापस लौटने के कोई संकेत नहीं मिले थे। हालांकि, अब 31 मई को प्रज्वल के भारत लौटने की बात कही जा रही है।

इस लोकसभा चुनाव में एक तरफ जहां विपक्ष के बड़े-बड़े दिग्गज चुनाव प्रचार में जुटे थे वहीं, बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी ने मैराथन चुनाव प्रचार किया। सात चरण में पीएम मोदी ने 206 चुनाव कार्यक्रम किए। प्रधानमंत्री ने इस दौरान 80 से ज्यादा मीडिया चैनलों, अखबारों, यूट्यूबरों, ऑनलाइन मीडिया माध्यमों को इंटरव्यू दिए। पूरे चुनाव प्रचार अभियान के दौरान नरेंद्र मोदी ने सबको अपनी ऊर्जा से टक्कर देते नजर आए। पीएम ने आंध्र प्रदेश के पालनाडु से चुनाव प्रचार की शुरुआत की। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार की समाप्ति 30 मई को पंजाब के होशियारपुर में की। 75 दिन की इस अवधि में पीएम मोदी ने 180 रैलियां और रोड शो किए। औसतन हर दिन पीएम मोदी ने दो से ज्यादा रैलियां और रोड शो के साथ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी मार्च में चुनाव की घोषणा से पहले फरवरी और मार्च की 15 तारीख तक 15 रैलियां कर चुके थे।