Friday, November 22, 2024
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आखिर पन्नू के नाकाम हत्यारे के बारे में क्या कह रहा है अमेरिका ?

हाल ही में अमेरिका ने पन्नू के नाकाम हत्यारे के बारे में एक बयान दिया है! अमेरिका ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश में भूमिका को लेकर 11 महीने पहले अपने अभियोग पत्र में बतौर सीसी-1 नाम से दर्ज व्यक्ति की पहचान उजागर कर दी है। न्यूयॉर्क की सदर्न डिस्ट्रिक्ट में दाखिल इस अभयियोग पत्र में इस शख्स को विकाश यादव बताया गया है।विकाश उर्फ विकास उर्फ अमानत बताया गया है। भारतीय कर्मचारी बताए गए यादव पर मर्डर फॉर हायर और मनी लॉंड्रिग के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, इस अभियोगपत्र में पन्नू की पहचान को कहीं उजागर नहीं किया गया है। 39 साल के यादव की पहचान भारत सरकार के ऐसे कर्मचारी के तौर पर की गई है जो वारदात के वक्त केंद्रीय सचिवालय में काम करता था। वहां, भारतीय विदेश सेवा और रॉ यानि रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के दफ्तर हैं। बता दें कि बीते नवंबर में भी अमेरिकी कोर्ट में इस से जुड़ा एक अभियोग पत्र पेश किया गया था जिसमें यादव का नाम बतौर सीसी-वन दर्ज था।

गुरुवार को अटॉर्नी जनरल डेमियन विलियम्स ने साफ किया कि पिछले साल निखिल गुप्ता पर आरोप तय किए गए थे, पर ये जैसा कि जाहिर है कि गुप्ता ने ये काम अकेल नहीं किया। ऐसे में हम भारत सरकार के अधिकारी विकाश यादव पर पर आरोप तय किए जा रहे हैं जिसने भारत से ही प्लॉट रचा और गुप्ता को निर्देशित किया! दरअसल अमेरिका की ओर से साजिश में शामिल होने के आरोपी बताए गए इस शख्स की पहचान उजागर करने को लेकर टाइमिंग इसलिए अहम है कि गुरुवार को ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की थी अमेरिका की ओर से आरोपी बनाया गया ये शख्स अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है, प्रवक्त रणधीर जायसवाल ने ये बात अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर की इस संबंध में की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया के तौर पर की थी।

अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने आरोप लगाया कि यादव ने पैसे देकर हत्या की साजिश रची, जिसे अमेरिकी जांच एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। अमेरिकी अभियोग पत्र में सह साजिशकर्ता की तरह दर्ज निखिल गुप्ता को पिछले साल चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वो अमेरिका की जेल में बंद है। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट की ओर से यादव को फिलहाल फरार बताया गया है। गुरुवार को जारी 18 पन्नों के अभियोग पत्र में यादव की सेना की वर्दी में एक तस्वीर भी है।

एफबीआई ने इसकी तस्वीरे जारी करते हुए बताया कि 1984 में जन्म लेने वाला यादव हरियाणा के प्राणपुरा से संबंध रखता है। अभियोग पत्र में- यादव की पोजिशन को सीनियर फील्ड ऑफिसर बताया गया है। उसकी जिम्मेदारी ‘सेक्योरिटी मैनजमेंट और इंटेलीजेंस बताई गई है। अभियोग पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि उसने पैरामिलिट्री सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में भी काम किया है। उसने हथियारों और बैटल क्राफ्ट में ट्रेनिंग ली है। इस अभियोग पत्र में यादव की तस्वीर के साथ ही दो और लोगों की भी तस्वीरें हैं. 9 जून 2023 को ली गई इस तस्वीर के बारे में अभियोगपत्र में दो और लोगों की तस्वीरें हैं। बताया जाता है कि न्यूयॉर्क की एक कार में बैठे दो शख्स डॉलर का लेन देन कर रहे थे। फेडरल प्रोसिक्यूटर्स का कहना है कि कोई दूसरा शख्स साजिशकर्ताओं निखिल गु्प्ता और यादव की ओर से वारदात को अंजाम देने के लिए पैसा दे रहा था।

आरोप है कि साल 2023 के मई महीने में यादव ने गुप्ता को अमेरिकी जमीन पर पीड़ित की हत्या का काम सौंपा गया । अभियोग पत्र के मुताबिक गुप्ता एक भारतीय नागरिक है जो कि इंटरनेशनल नारकोटिक्स और हथियारों की ट्रैफिकिंग में सलिप्त रहा है। यादव के कहने पर गुप्ता ने एक ऐसे शख्स से संपर्क किया, असलियत में अमेरिकी जांच एजेंसियों का एक कॉन्फिडेंशियल सोर्स था। इस मर्डर को अंजाम देने के लिए इस शख्स ने जिस कथित हिटमैन से मिलवाया। वो भी DEA का अंडरकवर अफसर था। ऐसे में गुप्ता और यादव ने एक सहयोगी के जरिए मैनहैटन में इस हिटमैन को अग्रिम भुगतान के रूप में 15,000 अमेरिकी डॉलर दिए।

अभियोग पत्र में यादव पर आरोप है कि उसने पीड़ित के बारे में निजी गुप्ता को निजी जानकारी मुहैया करवाई। इसमें पन्नू के न्यू यॉर्क सिटी का पता और फोन नंबर के साथ उसके रोज के रूटीन का लेखा जोखा था। यादव ने गुप्ता से कहा कि वो इस मर्डर को लेकर प्रोग्रेस के बारे में रोज का अपडेट भी दे। इस दौरान गुप्ता ने इस अंडर कवर एंजेट यानि हिटमैन को इस मर्डर को जल्द से जल्द अंजाम देने के लिए कहा लेकिन उसने ये भी कहा गया कि वो इसे तब अंजाम ना दें जब भारतीय पीएम अमेरिका के दौरे पर हों। पीएम मोदी 22 जून 2023 को अमेरिका की यात्रा पर थे।

अभियोगपत्र के अनुसार, अमेरिकी सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश और उसी दौरान दौरान कनाडा में दूसरे सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की घटना के बीच संबंध है। 18 जून 2023 को यानि पीएम की यात्रा के कुछ दिन पहले ही कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक मास्क्ड गनमैन ने सिख गुरुद्वारे के बाहर हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अभियोग पत्र कहता है कि 19 जून 2023 को, यानि निज्जर के मर्डर के एक दिन बाद गुप्ता ने अंडकरवर एजेंट यानि हिटमैन को कहा कि ”निज्जर भी एक टारगेट था, और हमारे कई सारे टारगेट हैं।

अभियोग पत्र कहता है कि इसी दिन यादव ने गुप्ता को एक संदेश भेज कर कहा कि अब इंतजार करने की जरूरत नहीं है। 20 जून को यादव ने गुप्ता को पीड़ित से जुड़ा एक न्यूज आर्टिकल भेजा। साथ ही कहा कि अब ये एक प्राथमिकता है। बता दें कि यादव और गुप्ता पर मर्डर फॉर हायर का आरोप है। इसमें अधिकतर 10 साल की जेल की सजा है। मर्डर फॉर हायर की साजिश में भी अधिकतम सजा 10 साल है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश की अधिकतम सजा 20 साल है। बता दें कि भारत ने इन आरोपों से हमेशा इनकार किया है। पिछले साल फाइनेशियल टाइम्स में ये खबर प्रकाशित होने के बाद भारत सरकार ने स्वीकारा कि ये मामला अमेरिका ने भारत के सामने उठाया है। साथ ही इसमें सहयोग मांगा है। इसके बाद भारत सरकार ने आरोपों की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया था। दो दिन पहले ही इस आयोग के 15 मेंबर अमेरिका गए हैं।

 

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