Wednesday, September 11, 2024
HomeIndian Newsआखिर गृह मंत्री के खिलाफ क्यों आया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव?

आखिर गृह मंत्री के खिलाफ क्यों आया विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव?

हाल ही में गृहमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव आ चुका है! वायनाड लैंडस्लाइड हादसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दावों के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। जयराम रमेश ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर वायनाड भूस्खलन को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। जयराम रमेश ने अपने पत्र में लिखा है, ‘अमित शाह के दावे को मीडिया ने गलत पाया है।’ रमेश ने ‘द हिंदू’ अखबार में छपी एक फैक्ट चेक रिपोर्ट का भी हवाला दिया है। इससे पहले पंजाब के जालंधर से कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक अन्य मामले में लोकसभा में विशेषाधिकार हनन की शिकायत की थी। जयराम रमेश ने कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन की घटना को लेकर अपनी बात रखी थी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व चेतावनी प्रणाली पर कई दावे किए, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे केंद्र सरकार ने वायनाड में हुई त्रासदी से पहले ही अलर्ट जारी किए जाने के बावजूद भी केरल सरकार ने उनका इस्तेमाल नहीं किया है।’ रमेश ने कहा कि मीडिया ने इन दावों की जांच की है। रमेश ने कहा, ‘अमित शाह के बयान पूरी तरह से झूठे हैं, ऐसे में यह स्पष्ट है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र सरकार की ओर से जारी पूर्व चेतावनी पर अपने जोरदार बयानों से राज्यसभा को गुमराह किया है।’

इससे पहले राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सांसदों की ओर से विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया है। वहीं केरल से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के तीन सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से अनुरोध किया है कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को वायनाड त्रासदी पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान दिए गए अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दें। शाह ने कहा था कि राज्य सरकार ने केंद्र की मौसम चेतावनी को नजरअंदाज किया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के वायनाड में हुई घटना के लिए केरल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इसे लेकर अमित शाह के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया। इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री ने सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अमित शाह ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। वह देश के गृह मंत्री हैं। उनकी जवाबदेही और जिम्मेदारी क्या है?

बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शुक्रवार को वायनाड भूस्खलन को लेकर केरल सरकार द्वारा दिए गए आदेश पर सवाल उठाए हैं। पूनावाला ने आपदा में मारे गए लोगों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है। पूनावाला ने वीडियो बयान में कहा कि केरल में जो मानव निर्मित आपदा आई है उसे केरल सरकार ने स्वीकार लिया है। जिस प्रकार का गैग ऑर्डर, फतवा, तालिबानी फरमान केरल सरकार ने वैज्ञानिकों के खिलाफ और टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूशन के खिलाफ निकाला है वो इसकी पुष्टि करता है। उनका फरमान है कि वो लैंडस्लाइड के विषय में किसी से कुछ बात नहीं कर सकते। उन्होंने प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए।

केरल के वायनाड में 30 जुलाई को भूस्खलन हुआ था। इसमें मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार सुबह तक मलवे से तीन सौ से ज्यादा लोगों के शवों को निकाला जा चुका है। भूस्खलन के कारण ढही इमारतों को मलबे में लोगों को तलाशने का काम जारी है। 200 से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। इस सबके बीच केरल के सीएम पिनाराई विजयन सरकार की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें वैज्ञानिकों को प्रभावित स्थलों पर जाने और इस बारे में कोई भी बयान जारी करने पर प्रतिबंध लगाने को कहा गया है।

अमित शाह से पहले पंजाब के जालंधर से कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन की शिकायत की थी। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्टी लिखकर अपील की थी कि वो प्रधानमंत्री के खिलाफ सदन में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की अनुमति दें। चन्नी का कहना था कि केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के भाषण की कुछ बातें लोकसभा की कार्यवाही से हटा दी गई थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने हटाए गए शब्दों को भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments