दाल चावल को हमारे भोजन का सबसे महत्वपूर्ण भाग माना जाता है, क्योंकि यह हमें हर तरीके से फायदा पहुंचाते हैं! भारत के लगभग हर घर की रसोई में अधिकतर दाल चावल बनता है। दाल चावल रोजाना के खाने में सबसे लोकप्रिय है। स्वाद के लिहाज से दाल चावल लजीज होता है, तो वहीं सेहत के लिए भी दाल चावल को हेल्दी फूड में शामिल किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, दाल चावल बच्चों की ग्रोथ के लिए लाभकारी होता है। ऐसे में बच्चों को दाल चावल खिलाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा भी दाल चावल खाने के कई सेहतमंद फायदे हैं। बच्चों के साथ ही दाल चावल बड़े लोगों की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। दाल में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा पहुंचाने के साथ ही इम्यूनिटी के लिए भी बेहतर होता है। जो लोग वजन को नियंत्रित रखना चाहते हैं या वेट लॉस करना चाहते हैं उन्हें भी दाल चावल का सेवन करना चाहिए। बच्चों की ग्रोथ से लेकर बड़ों की सेहत के लिए फायदेमंद दाल चावल इतना पौष्टिक कैसे होता है?
सेहत के लिए दाल खजाना होता है। दाल में भारी मात्रा में फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम, जिंक और पोटैशियम पाया जाता है। शरीर के लिए ये सभी पोषक तत्व जरूरी होते हैं। दाल में बहुत कम फैट होता है। खनिज, विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और पाचन क्रिया में मददगार फाइबर से भरपूर होती है। दाल को पचाना बहुत आसान होता है। साथ ही दाल खाने से देर तक पेट भरा महसूस होता है। भूख न लगने से अधिक कैलोरी लेने की फिक्र नहीं रहती और वजन नियंत्रित रहता है।
दाल की तरह की चावल में भी ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें सोडियम, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम पाया जाता है। चावल के सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है। चावल में न तो हानिकारक फैट होता है और न ही कोलेस्ट्रॉल और सोडियम होता है। चावल एक बैलेंस डाइट होता है। वेट लॉस के लिए आप ब्राउन राइस भी खा सकते हैं।
वजन कम करने का प्रयास करने वाले लोग डाइट पर विशेष ध्यान रखते हैं। कई लोगों का मानना है कि चावल खाने से वजन बढ़ता है। लेकिन दाल चावल का सही तरीके और समय पर सेवन करने से वजन कम हो सकता है। दाल चावल का कॉम्बो बहुत सेहतमंद होता है।
विशेषज्ञ के मुताबिक रात के खाने में अगर महीने भर सामान्य मात्रा में दाल-चावल का सेवन किया जाए तो आपको इसका असर दिखने लगेगा।
दाल चावल को खाते समय ध्यान रखें कि दाल को ज्यादा मात्रा में खाना है और चावल का सेवन कम मात्रा में करना है।
दाल-चावल के कॉम्बो में घी मिलाकर खाने से यह एक संतुलित आहार बन जाता है। घी से विटामिन ए, डी, ई और के पाया जाता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद है।
दाल-चावल ज्यादातर लोगों को पसंद होते हैं। यह हर इंडियन किचन की कॉमन डिश है। इस कॉम्बिनेश में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में मिलता है लोग बेझिझक खाते हैं। हालांकि कई बार लोगों के मन में यह सवाल होता है कि रात में दाल-चावल खाना ठीक है या नहीं। खासतौर पर जो लोग वजन कम कर रहे हैं वे अक्सर सोचते हैं कि रात में चावल खाने से उनके डाइट प्लान पर उल्टा असर पड़ेगा, वजन कम करने वाले अक्सर कार्बोहाइड्रेट छोड़ देते हैं। लेकिन ऐसा करने से आपकी एनर्जी कम हो सकती है। साथ ही आपको कॉन्स्टिपेशन की समस्या भी हो सकती है। अगर आप वजन कम कर रहे हैं तो रात के वक्त हफ्ते में 4 दिन दाल-चावल खा सकते हैं। वैसे आयुर्वेद की बात करें तो रात के वक्त हल्का आहार खाने की सलाह दी जाती है। यह भी कहा जाता है कि रात में अरहर की दाल खाने से पचने में दिक्कत हो सकती है। इससे बचने का तरीका यह है कि आप दाल को पकाने से पहले हमेशा आधे घंटे पहले भिगोकर रख दें। इसको फ्राई करते वक्त हींग का तड़का लगाने से डाइजेस्ट करने में आसानी होती है। अगर आपको गैस बनने की प्रॉब्लम है तो डिनर में दाल अवॉइड कर सकते हैं।दाल में शरीर को मजबूत बनाने वाले जरूरी प्रोटीन्स, विटमिन्स, कैल्शियम, आयरन और फाइबर्स होते हैं। आपको भारत में दाल की कई वरायटीज मिल जाएंगी। आप अगर रात में चावल नहीं लेना चाहते तो दाल का सांभर भी बना सकते हैं। इसमें तरह-तरह की सब्जियां डालने से इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू बढ़ जाती है।चावल में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन के अलावा फाइटोन्यूट्रिएंट्स और शरीर के लिए जरूरी विटमिन्स होते हैं। चावलों में रोटी से कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है इसलिए इसे पचाना आसान होता है। लिहाजा सिर्फ दाल-चावल खाने से आपकी बॉडी को काफी न्यूट्रिशन मिल जाता है।