आपको बता दें कि दालचीनी विभिन्न गुणों वाला एक विशेष मसाला है। एक पेड़ की अंदरूनी छाल से निकाला जाता है, इसलिए इसे जड़ी-बूटियों की श्रेणी में भी रखा जाता है। अंग्रेजी भाषा में इसे सिनेमन (Cinnamon) के नाम से जाना जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम सिनामोमम वेरम (Cinnamomum verum) है। दालचीनी में कई ऐसे स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य रोगों का इलाज करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद व सिद्ध जैसी प्राचीन चिकित्सा प्रणालियों में कई स्वास्थ्य रोगों का इलाज करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता हैं।
दालचीनी जिसका नाम आप सभी ने सुना ही होगा एक ऐसा मसाला है तो रसोई में रहता ही रहता है। क्या आपको पता है दालचीनी का पेड़ हमेशा हरा-भरा छोटी गाड़ी जैसा दिखाई देता है इसके तने की छाल को चुनकर आपकी रसोई तक पहुंचाया जाता है। इसका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा,मुलायम तथा भूरे लाल रंग का होता है। इस पेड़ की एक खासियत होती है इससे हमेशा सुगंध आती रहती है इसका उपयोग मसालों के साथ-साथ गवाह के तौर पर भी किया जाता है। यहां एक बात गौरतलब है कि दालचीनी के पेड़ से तेल भी निकाला जाता है दालचीनी के पेड़ एक ऐसा पेड़ है जिसके सभी चीज लगभग काम में आती है दालचीनी के पेड़ के पत्ते भी आपने सुने ही होंगे इन्हें अक्सर आप तेज पत्ते के नाम से जानते हैं। जिनका आपकी रसोई में खूब इस्तेमाल होता है आइए जानें दालचीनी के औषधीय गुणों की एक झलक।
पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों में दालचीनी का उपयोग हो सकता है कारगर।
पेट संबंधी समस्याएं जैसे पेट दर्द सीने में जलन होना पेट में मरोड़ उठने उसे पर आप दालचीनी शॉट जीरा और इलायची को समान मात्रा में पीसकर गर्म पानी के साथ ही ले तो आपको इस इन सभी तकलीफों से जल्द ही राहत मिलती दिखाई देगी। आपको बता दें कि खाने के बाद यदि आप काली मिर्च के पाउडर और शहद आदि के आदि में दालचीनी को मिला कर ले तो आपको पेट संबंधी परेशानी नहीं होगी। अगर आप गैस की समस्या से परेशान हैं तो आप दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काडा बना कर ले इससे आपको जल्द ही राहत मिलेगी।
स्त्री रोगों के लिए भी काफी असरदार है दालचीनी।
आपको बता दें कि करवा सके विकास के साथ-साथ मनोरिया में दालचीनी उपयोग काफी कारगर माना जाता है।
प्रसव के बाद एक महीने तक दालचीनी का टुकड़ा चबाने से गर्भधारणा को टाला जा सकता है। साथ ही दालचीनी से माता के स्तन का दूध बढ़ता है। गर्भाशय का संकुचन होता है।
दालचीनी के कुछ अन्य शानदार लाभ जो शायद आप नहीं जानते होंगे।
दालचीनी ना केवल महिलाओं को बल्कि पुरुषों के लिए भी एक प्रधान के समान है यदि जो पुरुष वीर्य की कमी से परेशान हैं तो वह दालचीनी का नियमित रूप से सेवन करें तो वीर्य वृद्धि में काफी इजाफा होगा। इसके लिए उन्हें दालचीनी पाउडर सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ लेना होगा।
डायबिटीज के लक्षणों को कम करे दालचीनी
कुछ अध्ययनों के अनुसार दालचीनी को बढ़ा हुआ ब्लड शुगर कम करने में काफी प्रभावी माना गया है। दालचीनी डाइजेस्टिव एंजाइमों में कुछ जरूरी बदलाव कर देती है, जिससे कार्बोहाइड्रेट्स की अवशोषण प्रक्रिया कम हो जाती है और ब्लड शुगर का स्तरकम करने में मदद मिलती है।
आपको पता है कि ठंड आते ही लोगों लोगों के सर में दर्द होने लगता है यदि आपको भी ठंड के कारण सर में दर्द होता है तो आप दालचीनी का इस्तेमाल करके इस दर्द को गायब कर सकते हैं। ठंड की वजह से सिरदर्द हो तो दालचीनी पानी के साथ पीसकर सिरपर लगायें।आपको बता दें कि दालचीनी का का उपयोग उन लोगों के लिए काफी कारगर होता है। जिन लोगों के मुंह से दुर्गंध आती है। मुँह की दुर्गंध और दांत की दवा में दालचीनी का उपयोग किया जाता है। जिससे इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। शरीर के भीतरी हिस्सों को दुरुस्त करने के साथ-साथ दालचीनी आपकी त्वचा के लिए भी एक प्रधान के समान है यदि आप अपने चेहरे पर होने वाले मुहांसों से परेशान है तो आप दालचीनी का इस्तेमाल करके इन मुहांसों से छुटकारा पा सकते हैं। मुहासे कम करने के लिये दालचीनी का चूर्ण नींबू के रस में मिलाकर लगायें इसलिए को मुंह पर लगाने से आपको जल्द ही अपने चेहरे पर रौनक दिखाई देगी और मुहासे में कमी आती नजर आएगी। वैसे तो आपने अब इस बीमारी का नाम ही सुना होगा आपने खसरा पुराने समय में एक आम बीमारी थी। तब दालचीनी उपयोग लोग खसरा निवारक के तौर पर भी किया करते थे। खसरा निवारक के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है।