नई दिल्ली। भारत में रहने वाले हर व्यक्ति के लिए काफी दुख देने वाली खबर है कि लता मंगेशकर अब हमारे बीच नही रही। भारत का रत्न और स्वर कोकिला कहलाने वाली प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। सेलेब्स से लेकर राजनेताओं तक हर कोई लगा जी के लिए सोशल मीडिया के जारिए से अपना दुख जाहिर कर रहा है।
गौरतलब है कि वह पिछले 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही उनका इलाज किया जा रहा था। खबरों की माने तो लता जी को कोरोना हुआ था लेकिन कोरोना से जंग जीत चुकी थी, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। रविवार को सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
स्वर कोकिला के निधन से पूरा देश गमगीन है। लता जी के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए शिवाजी पार्क में रखा जाएगा। 12 बजे से 3 बजे तक उनके निवास पर अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे।
जाहिर है कि लता मंगेशकर भारतीय सिनेमा की सबसे लोकप्रिय गायिका होने के साथ सबसे आदरणीय गायिका भी थीं। लता जी ने संगीत की दुनिया को छह दशक तक अपने सुरों से नवाजा। उनकी आवाज का जादू जहां सरहद पर खड़े जवान में जोश की लहर को दौड़ा देता है, तो वहीं उनके गाने सुनकर लोगों की आंख में आंसू भी आ जाते हैं।
लता जी 50 से 60 के दशक में गाए उनके गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं उनकी आवाज का जादू ही है कि उन्हें स्वर कोकिला भी कहा गया। हालांकि भारत की महान गायिका बनने के बाद भी लता जी को एक बात का दुख हमेशा रहा।