हाल ही में सीएम केजरीवाल ने सरकार के लिए बड़े-बड़े बयान दे दिए हैं! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीदने का प्रयास किया है। अब उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया। सीएम केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान उन्होंने सदन में कहा कि हमें पता चला कि हमारे विधायकों को बीजेपी ने संपर्क किया है। यह कई ऑपरेशन लोटस कर चुके हैं। हालांकि, हमारी जानकारी के हिसाब से पार्टी के सभी 21 विधायकों ने उन्हें मना कर दिया। हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा। इसी के साथ मैं विश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करता हूं। दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले मेरे पास आम आदमी पार्टी के दो विधायक आए। दोनों ही विधायक अलग-अलग दिए आए। दोनों ने एक ही बात कही कि ये बीजेपी वाले आए थे हमारे पास और उन्होंने हमें कहा कि देखो थोड़े दिन बाद तुम्हारे मुख्यमंत्री को हम गिरफ्तार कर लेंगे। इसके बाद हमने 21 विधायकों से संपर्क किया है, वो मान गए पार्टी छोड़ने के लिए औरों से भी संपर्क कर रहे हैं। 25 करोड़ रुपये देंगे। तुम भी आ जाओ पार्टी में अपनी टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। और भी कुछ चाहिए हो तो बता दो। दोनों विधायकों ने बताया कि हमने तो उन्हें मना कर दिया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने फिर एक-एक एमएलए से अलग-अलग संपर्क किया। फोन के जरिए बात की तो पता चला 21 तो नहीं नहीं पर सात विधायकों से बीजेपी वालों ने संपर्क किया था। इतने सालों में इन्होंने कई ऑपरेशन लोटस कर चुके थे। एक और ऑपरेशन लोटस करने की प्लानिंग थी लेकिन हमारी जानकारी के हिसाब से सभी 21 विधायकों ने उन्हें मना कर दिया। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में आगे कहा कि जाहिर तौर पर जो तथाकथित यह शराब घोटाला कोई घोटाला नहीं है। इन्होंने कोई जांच नहीं करनी। अन्य प्रदेशों में हम देख रहे हैं ये पार्टियां तोड़ रहे हैं, सरकार गिरा रहे, केवल झूठे-झूठे केस करके इनका मकसद केवल येन-केन प्रकारेण दिल्ली की सरकार गिराना है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर अटैक करते हुए कहा कि घोटाले की खबरें बनाकर उसकी आड़ में AAP नेताओं गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इनका प्रयास सफल नहीं रहा। हमारा एक भी MLA नहीं टूटा, हमारे सारे के सारे MLA आज भी हमारे साथ हैं। बीजेपी को ये पता है कि दिल्ली में चुनाव तो जीत नहीं सकते। पूरी जिंदगी में भी ये दिल्ली में चुनाव नहीं जीत सकते। केजरीवाल ने आगे कहा कि अब चुनाव नहीं जीत सकते तो किसी भी तरह से सरकार गिरा के अपनी सरकार बना लो यहां पर। लेकिन ऊपर वाले की दया है हम पर, जनता का विश्वास है कि प्रयास इनका सफल नहीं रहा। ये देखने के लिए और जनता को दिखाने के लिए कि हमारा एक भी एमएलए नहीं टूटा।
सारे विधायक हमारे साथ हैं, इसी के साथ उन्होंने प्रस्ताव पेश किया ये सदन मंत्रीपरिषद में विश्वास व्यक्त करता है।दोनों ने एक ही बात कही कि ये बीजेपी वाले आए थे हमारे पास और उन्होंने हमें कहा कि देखो थोड़े दिन बाद तुम्हारे मुख्यमंत्री को हम गिरफ्तार कर लेंगे। इसके बाद हमने 21 विधायकों से संपर्क किया है, वो मान गए पार्टी छोड़ने के लिए औरों से भी संपर्क कर रहे हैं। 25 करोड़ रुपये देंगे। तुम भी आ जाओ पार्टी में अपनी टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। और भी कुछ चाहिए हो तो बता दो। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए 10 अप्रैल, 2023 का दिन खुशियां लेकर आया।इस दिन उनका पार्टी को बड़ी सफलता मिली। चुनाव आयोग ने आप को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता दे दी। साल 2022 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को गुजरात विधानसभा चुनावों में पांच विधायकों के साथ एक बड़ा वोट शेयर मिला था।गुजरात में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर करीब 12 फीसदी मिला। इससे पहले AAP पंजाब, गोवा और दिल्ली में खुद को एक राज्य पार्टी के रूप में स्थापित कर चुकी थी। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलते ही केजरीवाल ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। दोनों विधायकों ने बताया कि हमने तो उन्हें मना कर दिया।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के विश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। अब विधानसभा की कार्यवाही शनिवार को होगी और विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी।