आज हम आपको IC 814 हाईजैक की डरावनी कहानी सुनाने जा रहे हैं! नेटफिलिक्स पर हाल ही में रिलीज हुई वेबसीरीज ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस सीरीज पर आतंकियों के हिंदू नाम दिखाने का आरोप लगा है। ये वेबसीरीज 1999 में हुए इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 को हाईजैक करने की घटना पर आधारित है। काठमांडू से दिल्ली जा रही इस फ्लाइट को 5 आतंकियों ने हाईजैक कर तालिबानी कब्जे वाले अफगानिस्तान में के कंधार में रखा। हाईजैकर्स ने यात्रियों को इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए भी मजबूर किया था। ये खुलासा उस फ्लाइट में सफर कर रहीं एक यात्री ने किया है। तालिबान और अफगानिस्तान का नाम लेकर यात्रियों को गुमराह करने की कोशिश की होगी और पैसे मांगे। पूजा कटारिया ने आगे बताया कि 1999 के कंधार हाईजैक की ये भी कुछ अनसुनी कहानियां थी, जिसका जिक्र अनुभव सिन्हा की ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ में नहीं किया गया था।इतना ही नहीं आतंकियों में सबसे क्रूर शाकिर था, जिसने एक यात्री रूपिन कट्याल का गला काट दिया था। आतंकी ने यात्रियों से कहा कि मुस्लिम धर्म हिंदू से बेहतर है इसलिए वे इसे कबूल कर लें।इस फ्लाइट को हाईजैक करने वाले पांच आतंकियों में एक शाकिर था, जिसका कोडनैम ‘डॉक्टर’ था। शाकिर ने नवविवाहित रूपिन कट्याल का गला रेत दिया, जो नेपाल में अपने हनीमून से लौट रहा था। इंडिया टुडे ने फ्लाइट में मौजूद यात्रियों में एक पूजा कटारिया ने हवाले से कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि शाकिर ने IC 814 पर सवार फंसे हुए यात्रियों को कंधार में धर्मांतरण करने की कोशिश की। रूपिन और रचना कट्याल नेपाल में अपने हनीमून से लौटने वाले इकलौते नहीं थे, उस विमान में 26 अन्य कपल भी थे। पूजा कटारिया और उनके पति, राकेश भी फ्लाइट में सफर कर रहे थे। चंडीगढ़ की रहने वाली पूजा कटारिया ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि शाकिर बहुत पढ़ा लिखा लग रहा था। उसने फ्लाइट में कई भाषण दिए, जिसमें यात्रियों से इस्लाम कबूल करने के लिए कहा गया। उसने कहा कि इस्लाम एक बहुत अच्छा धर्म है, हिंदू धर्म से बेहतर है। IC 814 की एक अन्य यात्री ने शाकिर द्वारा दिए गए भाषणों की पुष्टि की।
इस्लाम कबूल करने के अलावा हाईजैकर्स ने फ्लाइट के यात्रियों से चंदा मांगा। आतंकियों ने कहा कि गरीब अफगानिस्तान को उनकी आर्थिक मदद की जरूरत है। आतंकियों के कहने पर यात्रियों ने पैसे इकट्ठा किए और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की मदद के लिए 85 हजार रुपये सौंप दिए। गृह मंत्रालय के रिकॉर्ड के मुताबिक, IC 814 के पांचो हाईजैकर्स पाकिस्तानी थे। उन्होंने तालिबान और अफगानिस्तान का नाम लेकर यात्रियों को गुमराह करने की कोशिश की होगी और पैसे मांगे। पूजा कटारिया ने आगे बताया कि 1999 के कंधार हाईजैक की ये भी कुछ अनसुनी कहानियां थी, जिसका जिक्र अनुभव सिन्हा की ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ में नहीं किया गया था।
डायरेक्टर अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी IC 814 वेबसीरीज विवादों में है। इस वेबसीरीज में आतंकियों के नाम को लेकर बवाल मचा हुआ है। सीरीज में आतंकियों के नाम ‘चीफ’, ‘डॉक्टर’, ‘शंकर’, ‘भोला’ और ‘बर्गर’ बताया गया है, जो दरअसल इनके कोडनैम थे। सरकार के रेकॉर्ड के अनुसार इन आतंकियों के असली नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सईद, गुलशन इकबाल, सनी अहमद काजी, डिफेंस एरिया, मिस्त्री जहूर इब्राहिम, अख्तर कॉलोनी और शाकिर था। ये सभी आतंकी पाकिस्तान के थे। विरोध के बाद सरकार ने नेटफिलिक्स की इंडिया हेड को तलब किया है।
आतंकियों के नामों के विवाद के अब खुलासा हुआ है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन की कोशिश की और अफगानिस्तान के लिए चंदा मांगा। इन घटनाओं को पूरी सीरीज में नहीं दिखाया गया है। ऐसे में फिल्म निर्माताओं पर सवाल उठना लाजमी है। बता दें कि इस आतंकियों में सबसे क्रूर शाकिर था, जिसने एक यात्री रूपिन कट्याल का गला काट दिया था। आतंकी ने यात्रियों से कहा कि मुस्लिम धर्म हिंदू से बेहतर है इसलिए वे इसे कबूल कर लें।इस फ्लाइट को हाईजैक करने वाले पांच आतंकियों में एक शाकिर था, जिसका कोडनैम ‘डॉक्टर’ था। इस्लाम कबूल करने के अलावा हाईजैकर्स ने फ्लाइट के यात्रियों से चंदा मांगा। आतंकियों ने कहा कि गरीब अफगानिस्तान को उनकी आर्थिक मदद की जरूरत है।आखिर उन्होंने वेबसीरीज के लिए किस तरह रिसर्च की थी या फिर निर्माताओं ने जानबूझ कर इन घटनाओं को छिपा लिया। सीरीज में आतंकियों के अच्छे व्यवहार को तो दिखाया गया है, लेकिन यात्रियों का पक्ष गायब दिखा।