Tuesday, May 21, 2024
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आखिर आने वाले कोरोनावायरस से कैसे बचे?

आज हम आपको बताएंगे कि आने वाले कोरोनावायरस से कैसे बचा जा सकता है! कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर डॉक्‍टर्स ने आगाह किया है। उनका कहना है कि बदलते मौसम में एक्‍स्‍ट्रा सावधानी बरतें। अगर कोरोना के लक्षण दिखें तो उन्हें नजरअंदाज बिलकुल न करें। अभी दिल्‍ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट डेंजर जोन में है। भारत से हर रोज 3,000 से ज्यादा कोरोना केस आ रहे हैं। दिल्‍ली से ही डेली 400 से ज्यादा मामले मिल रहे हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। बीएलके अस्पताल में चेस्‍ट और रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ संदीप नायर ने कहा कि ओपीडी में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि इस वक्‍त मौसम भी वायरस या संक्रमण को फैलने में मदद कर रहा है। ज्‍यादातर मरीजों में यही लक्षण हैं और वे बताते हैं कि कई दिनों से ऐसा हो रहा है। हम उनका कोविड-19 टेस्‍ट भी करा रहे हैं। जिन्‍हें कोविड पॉजिटिव पाया गया, उन्‍हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उनमें से बेहद कम को ही अस्‍पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। ज्‍यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो जा रहे हैं।’

अगर बुखार, सर्दी, जुकाम जैसे लक्षण दिखें तो उन्‍हें इग्‍नोर न करें। जल्‍द से जल्‍द डॉक्‍टर को दिखाएं। मुंह और नाक के रास्‍ते शरीर में दाखिल होकर कोविड संक्रमण सबसे पहले हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है। अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। बीएलके अस्पताल में चेस्‍ट और रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ संदीप नायर ने कहा कि ओपीडी में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि इस वक्‍त मौसम भी वायरस या संक्रमण को फैलने में मदद कर रहा है। ज्‍यादातर मरीजों में यही लक्षण हैं और वे बताते हैं कि कई दिनों से ऐसा हो रहा है। हम उनका कोविड-19 टेस्‍ट भी करा रहे हैं। जिन्‍हें कोविड पॉजिटिव पाया गया, उन्‍हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उनमें से बेहद कम को ही अस्‍पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। ज्‍यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो जा रहे हैं।’इसलिए अगर लंबे वक्‍त से खांसी हो तो उसे नजरअंदाज न करें। उन्‍होंने सभी लोगों से मास्‍क पहनने और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी।

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मांडविया ने कहा कि हमें सतर्क रहना होगा लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट ही पाया गया है। इस सब-वेरिएंट के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है। ज्यादातर केस माइल्ड है। हालांकि उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड से बचाव की सभी सावधानियों का ध्यान रखा होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड को लेकर प्रधानमंत्री ने भी हाई लेवल रिव्यू बैठक की थी। राज्यों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 20 हजार से ज्यादा हो गई है। इस समय संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 20,219 हो गई है।अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। बीएलके अस्पताल में चेस्‍ट और रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ संदीप नायर ने कहा कि ओपीडी में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि इस वक्‍त मौसम भी वायरस या संक्रमण को फैलने में मदद कर रहा है। ज्‍यादातर मरीजों में यही लक्षण हैं और वे बताते हैं कि कई दिनों से ऐसा हो रहा है। हम उनका कोविड-19 टेस्‍ट भी करा रहे हैं। जिन्‍हें कोविड पॉजिटिव पाया गया, उन्‍हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उनमें से बेहद कम को ही अस्‍पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। ज्‍यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो जा रहे हैं।’ आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण से 11 और मौतें हुई है। इन 11 मौतों में से तीन मरीजों की मौत महाराष्ट्र में गई है जबकि एक-एक मरीज की मृत्यु दिल्ली, केरल, कर्नाटक और राजस्थान में हुई है। विशेषज्ञों ने एक बार फिर सलाह दी है कि लोगों को प्रीकॉशन डोज लगवानी चाहिए, खासकर बुजुर्गों और दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को प्रीकॉशन डोज लगवानी चाहिए।

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